आजकल चुनाव सिर्फ जमीन पर ही नहीं, बल्कि इंटरनेट पर भी लड़ा जाता है। इस पर राजनीतिक पार्टियां लाखों-करोड़ों रुपये खर्च करती हैं। दिल्ली में बीजेपी ने Meta के प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन देने में अपने विरोधियों की तुलना में कम से कम तीन गुना ज्यादा खर्च किया है। 


बीजेपी, उसके उम्मीदवार और उनके सहयोगियों ने Meta पर विज्ञापन चलाने में 4.15 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर रही, जिसने 1.38 करोड़ खर्च किए। वहीं, कांग्रेस ने 66.62 लाख का खर्चा किया।


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, तीनों पार्टियों का ये खर्चा 3 जनवरी से 1 फरवरी के बीच का है। इसमें उन्हीं विज्ञापनों के खर्च को शामिल किया गया है, जिसपर 1 लाख रुपये से ज्यादा खर्च हुए। ये खर्च Meta के सभी प्लेटफॉर्म- फेसबुक, इंस्टाग्राम, ऑडियंस नेटवर्क, वॉट्सऐप और थ्रेड्स शामिल है।

किसका-कितना खर्च?

बीजेपी ने जो 4.15 करोड़ रुपये खर्च किए, उसमें से 91.8 फीसदी दिल्ली बीजेपी के ऑफिशियल हैंडल से हुआ। इसके उलट, आम आदमी पार्टी ने अपने ऑफिशियल हैंडल से 63.3 फीसदी खर्च किया। कांग्रेस ने कुल 66.62 लाख रुपये खर्च किए, जिसमें से 88.7 फीसदी यानी 59.13 लाख रुपये कांग्रेस के ऑफिशियल हैंडल से हुए। बाकी खर्चा इन पार्टियों के उम्मीदवारों ने किया।

 

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प्रवेश सिंह वर्मा ने कितना खर्च किया?

नई दिल्ली सीट से पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश सिंह वर्मा ने Meta प्लेटफॉर्म पर 5.13 लाख रुपये खर्च किए। प्रवेश वर्मा के बाद सबसे ज्यादा 4.91 लाख रुपये बीजेपी उम्मीदवार कुलवंत राणा ने किया। कुलवंत राणा रिठाला से दो बार विधायक रहे हैं और बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। 


आम आदमी पार्टी की ओर से मोती नगर से विधायक शिव चरण गोयल ने सबसे ज्यादा 4.17 लाख रुपये खर्च किए। वहीं, कांग्रेस की तरफ से ग्रेटर कैलाश से उम्मीदवार गर्वित सिंघवी ने 3.21 लाख रुपये खर्च किए।

फिर लाएंगे केजरीवाल पर सबसे ज्यादा खर्च

राजनीतिक पार्टियों और उनके उम्मीदवारों के अलावा Meta प्लेटफॉर्म पर कुछ ऐसे हैंडल भी थे, जिन्होंने चुनाव के दौरान लाखों रुपये खर्च किए। आम आदमी पार्टी के समर्थन में 'फिर लाएंगे केजरीवाल' पेज से 12.62 लाख और 'भ्रष्ट जुमला पार्टी' से 8.98 लाख रुपये खर्च हुए। वहीं, बीजेपी का समर्थन करने वाले 'मैं हूं दिल्ली' पेज ने 2.78 लाख का खर्चा किया।