दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 अपने पूरे उफान पर है। देश की राजधानी के सियासी रण में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में आर-पार की लड़ाई है। सभी दलों का एक ही मकसद है कि किसी भी तरह से दिल्ली को 'फतह' कर लेना है। चुनाव में बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की एंट्री हो चुकी है। आम आदमी पार्टी की तरफ से पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और सीएम आतिशी चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की तरफ से प्रचार का सारा जिम्मा प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने संभाला हुआ है।
बड़े और दिग्गज नेता पारंपरिक तरीके से चुनाव प्रचार में जुटे हैं। नेताओं के प्रचार में रैली, जनसंपर्क, सभाएं, पदयात्रा और रोड़-शो शामिल हैं। इन सबके बीच आजकल 'डिजिटल कैंपेन' प्रचार का एक और बड़ा और सशक्त माध्यम है। राजनीतिक पार्टियों की सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक, ट्विटर (एक्स), इंस्टाग्राम, वाट्सऐप, यूट्यूब पर मौजूदगी है। इसी माध्यम से आप-बीजेपी-कांग्रेस दिल्ली के वोटरों तक पहुंच रही हैं।
शॉर्ट वीडियो देखने का बढ़ा चलन
दरअसल, देश की राजनीति में बदलाव आया है तो इसके साथ में चुनाव प्रचार करने के तौर-तरीके भी बदल गए हैं। आज के समाज को जो देखना सुनना पसंद है पार्टियां उसी पैटर्न पर जाकर अपने चुनावी कैंपेन को धार दे रही हैं। आज लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स में से फेसबुक के बाद सबसे ज्यादा इंस्टाग्राम का इस्तेमाल कर रहे हैं। लोग यहां काफी समय बिता रहे हैं इसलिए राजनीतिक दलों का रूझान भी इधर की तरफ बढ़ा है। लोग पढ़ना कम और पोस्टर, शॉर्ट वीडियो यानी रील्स देखना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
दिल्ली का यह विधानसभा चुनाव कई मायनों में खास है। इस चुनाव में प्रचार और कैंपेन करने के तरीकों में बड़े पैमाने पर बदलाव आया है। क्रिएटिव रील्स-वीडियो और पोस्टर के जरिए पार्टियां एक दूसरे को बेनकाब करने की कोशिश कर रही हैं। 'आप' और बीजेपी रोजाना ऐसे 4 से 5 वीडियो-पोस्टर एक दूसरे पर हमले करते हुए जारी कर रहे हैं।
बीजेपी का आप पर क्रिएटिव हमला
सबसे पहले पोस्ट 'AAP-दा'
जैसे रविवार (12 जनवरी) को ही बीजेपी ने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए सबसे पहले पोस्ट डाली। इसमें बीजेपी ने केजरीवाल की एक क्रिएटिव फोटो डालते हुए हुए लिखा 'दिल्ली को बर्बाद कर दिया है सिर्फ एक AAP-DA की टोली ने।' बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने आम आदमी पार्टी को दिल्ली की 'आप-दा' कहा है।
साथ ही बीजेपी ने केजरीवाल को रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों का हिमायती बताते हुए 'पूर्वांचलियों का Jaani Dushman' नाम का भी एक पोस्टर जारी किया है। इसमें बीजेपी ने सवाल पूछा है कि दिल्ली में रह रहे यूपी-बिहार के लोग अरविंद केजरीवाल के लिए फर्जी, लेकिन रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिये इनके रिश्तेदार हैं?
पार्टी ने कहा,'पूर्वांचल के लोगों को फर्जी वोटर बताने वाले केजरीवाल, अब यही पूर्वांचली समाज 5 फरवरी को आम आदमी पार्टी को अच्छे से सबक सिखाएगी!'
हमले करने में आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं
आम आदमी पार्टी ने भी दो कदम आगे जाते हुए रविवार की सुबह ही बीजेपी-कांग्रेस पर एक साथ हमला किया। 'आप' ने गृह मंत्री अमित शाह की एक्स पर एक क्रिएटिव फोटो डालते हुए लिखा, 'BJP पर हार का संकट गहरा, कांग्रेस बनी बीजेपी का मोहरा।' चुनावी शतरंज में BJP और अमित शाह के हाथों के मोहरे हैं दिल्ली कांग्रेस के नेता। इसमें शाह की फोटो के साथ में कांग्रेस के अजय माकन, देंवेंद्र यादव, संदीप दीक्षित और अल्का लांबा को दिखाया गया है।
आम आदमी पार्टी ने 12 जनवरी को ही कालकाजी से बीजेपी उम्मादवार रमेश बिधूड़ी को लेकर एक दूसरा पोस्टर जारी किया है। इसमें पार्टी ने बिधूड़ी को गालीबाज बताया है। 'आप' ने साल 2013 में आई शाहिद कपूर की फिल्म फटा पोस्टर निकला हीरो की तर्ज पर कैप्शन में लिखा है 'फटा पोस्टर निकला गालीबाज'। बता दें कि पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और दिल्ली की सीएम आतिशी पर विवादित बयान देने के बाद आम आदमी पार्टी उन्हें गालीबाज कबकर संबोधित कर रही है।
रमेश बिधूड़ी के पीछे पड़ी 'आप'
इसके बाद आम आदमी पार्टी ने अपने एक्स हैंडल पर ही रमेश बिधूड़ी की एक और धूधली फोटो जारी करते हुए जनता से सवाल पूछा है। इसमें 'आप' ने पूछा, क्या आप गाली गलौज पार्टी के मुख्यमंत्री पद के गालीबाज नेता का नाम बता सकते हैं?
पार्टी ने कहा, 'बूझो तो जानें?' चलो बताओ मेरा नाम।
- गाली देना मेरा काम
- महिलाओं का करता हूं अपमान
- संसद की मर्यादा का नहीं रखता मान
- गुंडागर्दी मेरी पहचान
- मेरा हर काम बुरा, मैं हूं बीजेपी का सीएम चेहरा।
दरअसल, एक 11 जनवरी को अरविंद केजरीवाल ने पार्टी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अपने सूत्रों के हवाले से कहा था कि बीजेपी रमेश बिधूड़ी को दिल्ली का मुख्यमंत्री का चेहरा बना सकती है। हालांकि, केजरीवाल के इस दावे का बीजेपी ने खंडन किया।
कांग्रेस कम सक्रिय दिख रही
हालांकि, आम आदमी पार्टी और बीजेपी की डिजिटल कैंपेनिंग और पारंपरिक प्रचार के बीच कांग्रेस कहीं दिखाई नहीं दे रही है। जिस हिसाब से दोनों पार्टियों का प्रचार आक्रामक है उस हिसाब से कांग्रेस सोशल मीडिया पर कम दिखाई दे रही है, लेकिन क्रिएटिव कैंपेनिंग के जरिए सोशल मीडिया पर छिड़े सियासी वार में आम लोग भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।