बिहार में पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार मंगलवार को थम गया। पहले चरण के लिए 6 नवंबर को वोटिंग की जाएगी। इस बीच राज्य में बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला है। दरभंगा जिले में आने वाली गौरा बौराम विधानसभा सीट पर विकासशील इंसान पार्टी ने अपना एक उम्मीदवार को बैठा दिया है। पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने जिस उम्मीदवार को बैठाया है वह और कोई नहीं बल्कि उनके सगे भाई संतोष सहनी हैं। संतोष सहनी को बैठाकर उन्होंने आरजेडी के प्रत्याशी अफजल अली खान को समर्थन दे दिया।

 

इसमें खास बात यह है कि अफजल अली खान को आरजेडी ने सोमवार को ही पार्टी से बाहर निकाल दिया था। दरअसल, गौरा बौराम सीट से मुकेश सहनी ने अपने भाई संतोष सहनी का नामांकन भरवाया था। इसके बाद आरजेडी ने अपने उम्मीदवार अफजल अली खान को नामांकन वापस लेने के लिए कहा था। मगर, अफजल अली ने भी अपना नामांकन वापस नहीं लिया था।

 

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तेजस्वी ने सुबह VIP के लिए की थी अपील

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि दोनों ही मेरे भाई हैं जब अफजल अली खान ने बात नहीं मना तो हमने ही अपने भाई संतोष सहनी को मना लिया और आरजेडी से निष्काषित किए गए अफजल अली खान को अपना समर्थन दिया है। बता दें कि आज ही तेजस्वी यादव ने गौरा बौराम की जनता से वीआईपी उम्मीदवार को वोट देने की अपील की थी। तेजस्वी ने संतोष सहनी को भारी मतों से जिताने की अपील की थी।

 

 

 

 

तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी के भी अफवाहों में आने की जरूरत नहीं है। इस बार 20 साल की सरकार को उखाड़ फेंकने का चुनाव है। उन्होंने कहा कि सभी लोग 'नाव' पर दें। मगर, आज शाम को ही मुकेश सहनी ने अपने भाई को चुनाव में बैठाकर अफजल अली को समर्थन देने का ऐलान किया है।

मुकेश सहनी ने क्या कहा?

उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'अगर हम लोग आपस में लड़ेंगे तो एनडीए का फायदा होना तय है। इसलिए हमें बिहार में एनडीए की सरकार को रोकना है और महागठबंधन की सरकार बनाना है। तेजस्वी प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। मल्लाह का बेटा आजाद भारत में पहली बार उप मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बना है। ऐसे में हमें सरकार बनाकर आगे चलना है।'

 

 

 

 

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अफजल अली बात नहीं माने..

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने आगे कहा, 'अफजल अली खान बात नहीं माने... तो इसके बदले में हमने अपने छोटे भाई संतोष सहनी से बात किया और उन्होंने बड़ा दिल दिखाते हुए गौरा बौराम से चुनाव नहीं लड़ेंगे। वीआईपी पार्टी और महागठबंधन का पूरा समर्थन हम अफजल अली खान को देते हैं।' उन्होंने आगे कहा कि महागठबंधन को चुनाव जिताना है, इसलिए हमने संतोष सहनी को मना लिया है।

 

इस घटनाक्रम के बीच गौरा बौराम विधानसभा सीट बिहार की हॉट सीटों में से एक बन गई है। दरअसल, यहां महागठबंधन में होते हुए भी आरजेडी और वीआईपी ने अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए थे। दोनों प्रत्याशी अपनी पार्टी के सिंबल पर प्रचार कर रहे थे।