दिल्ली की बिजवासन विधानसभा सीट पर इस बार का चुनाव बेहद रोमांचक है। पिछली बार आम आदमी पार्टी के भूपेंद्र सिंह जून ने सिर्फ 753 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। इस बार तीनों मुख्य पार्टियों के उम्मीदवार ऐसे हैं जिनका AAP से संबंध जरूर रहा है। अब चुनाव के बीच में बिजवासन विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने AAP को नसीहत दे डाली है। कैलाश गहलोत ने AAP को 3 C याद दिलाए हैं और कहा है कि AAP ने खुद कहा था कि अगर कोई इन तीन C पर क्वालिफाई नहीं करेगा तो उसे टिकट नहीं दिया जाएगा। उन्होंने इन 3 C का जिक्र करके बिजवासन से AAP के उम्मीदवार सुरेंद्र भारद्वाज पर सवाल उठाए हैं।

 

इस बार इस सीट पर AAP ने अपने मौजूदा विधायक भूपेंद्र सिंह जून का टिकट काटकर सुरेंद्र भारद्वाज को टिकट दिया है जिनकी पत्नी फिलहाल पार्षद हैं। बीजेपी की ओर से कैलाश गहलोत मैदान में हैं जो पहले AAP में थे और दिल्ली सरकार में मंत्री थे। कांग्रेस ने इस सीट से कर्नल देवेंद्र सहरावत को टिकट दिया है। 2015 से 2020 तक देवेंद्र सहरावत इस सीट से AAP के विधायक हुआ करते थे। पार्टी बदलते-बदलते अब वह कांग्रेस में पहुंच गए हैं।

 

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क्या बोले कैलाश गहलोत?

 

कैलाश गहलोत ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, 'जब आम आदमी पार्टी शुरू हुई थी तब कैंडिडेट के चयन के लिए उनके तीन सी बहुत फेमस हुए थे। यह कहा गया था कि अगर किसी के खिलाफ करप्शन, क्राइम और कैरेक्टर से जुड़े मामले हैं तो उसे टिकट नहीं दिया जाएगा। बड़े दुख और शर्म के साथ मुझे कहना पड़ रहा है कि बिजवासन को AAP ने किस तरह का कैंडिडेट दिया है जिसके खिलाफ एक नहीं कई पुलिस केस हैं। FIR भी कोई नॉर्मल क्राइम के लिए रजिस्टर नहीं हैं। रिश्वत लेने से लेकर, पब्लिक सर्वेंट से मार-पिटाई, महिलाओं को अपमानित करने और अभी कल ही पुलिस ने पालम थाने में एक केस दर्ज किया है, फर्जी कागज बनाकर उन्हें इस्तेमाल करने का।'

 

 

उन्होंने आगे कहा, 'एफआईआर में सेक्शन की तरफ अगर आप ध्यान देंगे तो वे 336, 337, 339 और 340 और मैं यह भी बचाना चाहता हूं कि उनका सारा ध्यान इस पर है कि वे अपने बेटे को कैसे क्रिकेटर बनाएं। BCCI ने अपनी फाइंडिंग दी जिसकी वजह से उनके बेटे दो साल के लिए बैन हुए। मैं AAP से पूछना चाहता हूं कि क्या उन्हें बिजवासन विधानसभा के लिए उन्हें और कोई कैंडिडेट नहीं मिला? AAP ने यह भी कहा था कि हम एक परिवार में दो टिकट नहीं देंगे। आज ऐसे कई केस हैं कि जहां पत्नी पार्षद है तो पति को टिकट दिया गया।'

 

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सुरेंद्र भारद्वाज के खिलाफ केस क्या हैं?

 

बिजवासन से चुनाव लड़ रहे सुरेंद्र भारद्वाज ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनके खिलाफ सरकारी अधिकारी से मारपीट करने, उसकी संपत्ति पर अवैध कब्जा करने, धमकी देने, डकैती करने जैसे आरोपों के तहत केस दर्ज है। ऐसे ही कुछ मामलों में उन्हें दोषी भी पाया गया है जिसके चलते उन पर पूर्व में जुर्माना भी लगाया गया था।