बिहार के मुजफ्फरनगर जिले में पड़ने वाली पारू विधानसभा सीट पर पिछले 4 चुनावों से बीजेपी जीतती आ रही है। यहां की पूरी आबादी गांवों में रहती है। यहां की 16 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति (SC) है। इस विधानसभा में बीजेपी के अशोक कुमार सिंह का दबदबा है। अशोक कुमार सिंह पिछले चार बार से जीतते आ रहे हैं।


राज्य के बाकी हिस्सों की तरह ही यहां की अर्थव्यवस्था पर कृषि पर निर्भर है। कुछ जगहों पर गन्ना तो कुछ जगह पर सब्जियों की खेती होती है। इस सीट पर मुस्लिम और यादवों की भूमिका अहम है।

मौजूदा समीकरण

अशोक कुमार सिंह 2005 से यहां से लगातार जीतते आ रहे हैं। हालांकि, इस बार यहां मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है। यहां विकास बहुत सीमित है, उसके बावजूद अशोक कुमार सिंह का दबदबा बना हुआ है। हालांकि, सत्ता विरोधी लहर का असर हुआ तो बड़ा उलटफेर हो सकता है। हालांकि, पारू का अब तक का चुनावी इतिहास बताता है कि यहां के लोग पुराने पर ही ज्यादा भरोसा करते हैं।

 

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2020 में क्या हुआ था?

पिछले चुनाव में अशोक कुमार सिंह को 77,392 यानी लगभग 41 फीसदी वोट मिले थे। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार शंकर प्रसाद को लगभग 15 हजार वोटों से हराया था। शंकर प्रसाद को 62,694 यानी 33 फीसदी वोट मिले थे। कांग्रेस को सिर्फ 13,812 वोट मिले थे।

विधायक का परिचय

अशोक कुमार सिंह का जन्म 5 अप्रैल 1969 को हुआ था। लगातार चार चुनाव जीत चुके हैं। अशोक कुमार 1990 के दशक से राजनीति में हैं। 


बीजेपी विधायक अशोक कुमार इस साल फरवरी में तब चर्चा में आ गए थे, जब मुजफ्फरपुर के डीईओ अजय कुमार सिंह ने उन पर धमकाने का आरोप लगाया था। डीईओ अजय कुमार ने आरोप लगाया था कि विधायक ने फोन कर उन्हें धमकाया था।


2020 के चुनाव में दाखिल हलफनामे में अशोक कुमार सिंह ने अपने पास 2.44 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी थी। उन्होंने अपने ऊपर 3 क्रिमिनल केस दर्ज होने की बात बताई थी।

 

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विधानसभा का इतिहास

इस सीट पर अब तक 16 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। शुरुआत में यह कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी लेकिन पिछले दो दशकों से यहां बीजेपी का दबदबा है।

  • 1957: चंदू राम (कांग्रेस)
  • 1962: चंदू राम (कांग्रेस)
  • 1967: शिव शरण सिंह (संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी)
  • 1969: वीरेंद्र कुमार सिंह (कांग्रेस)
  • 1972: वीरेंद्र कुमार सिंह (कांग्रेस)
  • 1977: श्याम कुमार प्रसाद सिंह (जनता पार्टी)
  • 1980: नीतिश्वर प्रसाद सिंह (जनता पार्टी)
  • 1985: उषा सिंह (लोकदल)
  • 1990: वीरेंद्र कुमार सिंह (निर्दलीय)
  • 1995: मिथिलेश प्रसाद यादव (जनता दल)
  • 2000: मिथिलेश प्रसाद यादव (आरजेडी)
  • 2005: मिथिलेश प्रसाद यादव (आरजेडी)
  • 2005: अशोक कुमार सिंह (बीजेपी)
  • 2010: अशोक कुमार सिंह (बीजेपी)
  • 2015: अशोक कुमार सिंह (बीजेपी)
  • 2020: अशोक कुमार सिंह (बीजेपी)