वादा- दुनिया का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क

दिल्ली को दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्क में से एक बनाने के लिए दिल्ली के मेट्रो नेटवर्क को 500 किलोमीटर से ज्यादा बढ़ाएंगे और बुराड़ी, किराड़ी, बिजवासन, नरेला, करावल नगर, मंगोलपुरी जैसे और अन्य कई नए क्षेत्रों को जोड़ा जाएगा।

 

AAP ने 2020 में अपने चुनावी मैनिफेस्टो में वादा किया था और पीएम नरेंद्र मोदी ने 2016 में पुणे मेट्रो की नींव रखते हुए कहा था कि 50 से ज्यादा शहरों में दिल्ली मेट्रो को पहुंचाया जाएगा। 2014 के पहले देश में मेट्रो का कुल नेटवर्क सिर्फ 229 किलोमीटर था जो 20224 में 900 किलोमीटर से ज्यादा फैल चुका है। हालांकि, हम सिर्फ दिल्ली की बात कर रहे हैं। 5 जनवरी को पीएम मोदी ने रिठाला-कुंडली सेक्शन पर मेट्रो बनाने के लिए नींव रखी। इस प्रोजेक्ट की लागत 6230 करोड़ रुपये रखी गई है। इसी के साथ उन्होंने कृष्णा पार्क एक्सटेंशन मेट्रो का भी उद्घाटन किया। यही दिल्ली मेट्रो का 289वां स्टेशन बना। इसके साथ दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 394.44 किलोमीटर तक पहुंच गया।

 

इस उद्घाटन के मौके पर भी आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की जुबानी जंग जारी रही। पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली में जो भी काम हो रहे हैं, वह केंद्र सरकार ही कर रही है। इस पर अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया, 'अगर AAP सरकार काम न कर रही होती तो आज पीएम मेट्रो लाइन का उद्गाटन नहीं कर रहे होते।' दिल्ली की सीएम आतिशी उद्घाटन समारोह में शामिल तो नहीं हुईं लेकिन उन्होंने दिल्लीवासियों को बधाई देते हुए कहा, 'पिछले 10 साल में युद्ध स्तर पर दिल्ली मेट्रो का विस्तार हुआ है। 200 किलोमीटर मेट्रो लाइन बन चुकी है और 250 किलोमीटर की मेट्रो लाइन निर्माणाधीन है।' AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली मेट्रो में दिल्ली सरकार की 50 पर्सेंट की हिस्सेदारी है तो सारा श्रेय केंद्र सरकार न ले।

 

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इससे पहले 2023 में जब द्वारका में दो किलोमीटर लंबी नई मेट्रो लाइन का उद्गाटन हुआ था तब तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल को न बुलाए जाने पर AAP ने जमकर शोर मचाया था। वहीं दिसंबर 2024 में बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने सीएम आतिशी को चिट्ठी लिखकर कहा, 'DMRC ने अपने बजट के लिए 1072.73 करोड़ रुपये मांगे थे लेकिन संशोधित बजट 372.73 करोड़ रुपये कर दिया गाय।' उन्होंने कहा कि इससे कई मेट्रो प्रोजेक्ट में देरी हो सकती है। DMRC ने भी दिल्ली सरकार के सामने यही मुद्दा उठाया था और समय पर बजट आवंटन का अनुरोध किया था।

वादे का क्या हुआ?

 

अगर वादे के हिसाब से देखें तो बुराड़ी, करावल नगर, नरेला, तुगलकाबाद और महिपालपुर जैसे इलाकों को मेट्रो से जोड़ा जा रहा है। हालांकि, मंगोलपुर और किराड़ी जैसे इलाके अभी भी मेट्रो नेटवर्क से दूर ही नजर आ रहे हैं। इसके बावजूद दिल्ली के ज्यादातर अंदरूनी इलाके अब मेट्रो नेटवर्क से या तो जुड़ चुके हैं या फिर जुड़ने वाले हैं क्योंकि कई इलाकों में काम चल रहा है।

 

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कहां-कहां चल रहा है काम?

 

DMRC की वेबसाइट के मुताबिक, मौजूदा समय में दिल्ली मेट्रो के कॉरिडोर की कुल लंबाई 395 किलोमीटर है। इसमें नोएडा, गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा में चलने वाली रैपिड मेट्रो का नेटवर्क भी शामिल है। कुल 289 स्टेशनों और 12 लाइनों में यह मेट्रो नेटवर्क फैला हुआ है। फिलहाल, मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन को बुराड़ी, सूरघाट और खजूरी खास होते हुए मौजपुर से कनेक्ट करने वाले 12.31 किलोमीटर लंबे सेक्शन पर काम चल रहा है। इसमें कुल 8 स्टेशन होंगे।

 

 

जनकपुरी वेस्ट मेट्रो को मजलिस पार्क होते हुए आरके आश्रम से जोड़ा जाएगा। यह लाइन कुल 29.26 किलोमीटर होगी जिसमें कुल 22 स्टेशन होंगे। इसी में से एक स्टेशन कृष्णा पार्क एक्सटेंशन का उद्घाटन किया जा चुका है। तीसरी लाइन है एयरोसिटी से तुगलकाबाद तक, इसकी कुल लंबाई 23.62 किलोमीटर होगी और इसमें कुल 15 स्टेशन होंगे। इसका काम भी लगातार जारी है। ये तीनों प्रोजेक्ट फेज-4 का हिस्सा हैं।

 

फेज-4 की कुल लंबाई 112.42 किलोमीटर है जिसमें से कुछ हिस्सों का उद्घाटन किया जा चुका है। इस पर कुल खर्च 24,948 करोड़ रुपये का हो रहा है। इसमें केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 4643 करोड़ और दिल्ली सरकार की हिस्सेदारी 7374 करोड़ रुपये है। बाकी के 12,930 करोड़ रुपये लोन के जरिए जुटाए जा रहे हैं।

2020 के बाद क्या हुआ?

 

2020 के बाद के जुड़े नेटवर्क को देखें तो मयूर विहार पॉकेट से त्रिलोकपुरी स्टेशन के बीच के सेक्शन पर मेट्रो ऑपरेशन 6 अगस्त 2021 को शुरू किया गया। इसी तरह जनकपुरी से कृष्णा पार्क लाइन का उद्घाटन 5 जनवरी 2025 को हुआ। नजफगढ़ से ढांडा बॉर्डर बस स्टैंड तक की लाइन का उद्घाटन 18 सितंबर 2021 को हुआ, जो कि फेज-3 का हिस्सा है। वहीं, द्वारका सेक्टर 21 की लाइन को यशोभूमि द्वारका सेक्टर 25 तक 17 सितंबर 2023 को बढ़ाया गया।

 

 

इसके अलावा लाजपत नगर से साकेत-जी ब्लॉक तक 8 स्टेशन वाली लाइन और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ के बीच 10 स्टेशन वाली लाइन का ऐलान किया गया है। हाल ही में पीएम मोदी ने जिस रिठाला-नरेला-कुंडली लाइन का शिलान्यास किया उसकी लंबाई कुल 26.463 किलोमीटर होगी और इस पर कुल 21 स्टेशन बनाए जाएंगे। कुछ और भी प्रोजेक्ट हैं जिनको अप्रूवल मिलना अभी बाकी है। मौजूदा समय में जितने प्रोजेक्ट पास हुए हैं, अगर वे सभी पूरे हो जाते हैं तो दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क लगभग 450 किलोमीटर का हो जाएगा।