भोजपुरी की दुनिया में 5 सितारे हैं, जिनके इर्दगिर्द पूरी फिल्म इंडस्ट्री घूमती है। मनोज तिवारी, रवि किशन, निरहुआ, खेसारी लाल यादव और पवन सिंह। खेसारी लाल यादव का झुकाव राष्ट्रीय जनता दल की ओर है, ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि उनकी पत्नी को राष्ट्रीय जनता दल से टिकट मिल सकता है, वह खुद चुनावी राजनीति से दूर हैं। मनोज तिवारी और रवि किशन सांसद हैं। निरहुआ पूर्व सांसद हैं। तीनों अभिनेता, भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय चेहरों में शुमार हैं। पवन सिंह की भारतीय जनता पार्टी में वापसी तो हो गई है लेकिन वह न तो सांसद बन पा रहे हैं, न विधायक। विवाद उनका पीछा नहीं छोड़ते हैं, चुनाव से ठीक पहले कुछ ऐसा होता है कि उनकी सियासी जमीन डगमगा जाती है।
30 सितंबर को जब पवन सिंह अचानक नाटकीय तरीके से उपेंद्र कुशवाहा के घर पहुंचे तो सबको यह चौंकाने वाला फैसला लगा। वजह यह थी कि जिस उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ काराकाट लोकसभा सीट से वह चुनावी मैदान में उतरे थे। उपेंद्र कुशवाहा, एनडीए में होने के बाद भी जिनकी वजह से तीसरे नंबर पर खिसक गए, उसकी पवन सिंह ने उनके पैर छुए, गले मिले, गिले-शिकवे दूर हुए। पवन सिंह से मुलाकात के बाद यह कहा जाने लगा कि अब पवन सिंह बिहार विधानसभा चुनावों राष्ट्रीय लोक मंच या भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
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एक बड़ी डील लेकिन...
पवन सिंह की उपेंद्र कुशवाहा से मिलने की तस्वीरें सुर्खियों में रहीं। उन्होंने उसी दिन गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। हर तरफ यही चर्चा हुई कि पवन सिंह काराकाट विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। लोकसभा चुनावों में उन्हें 274723 वोट हासिल हुए थे। वह दूसरे नंबर पर थे। इंडिया ब्लॉक की सभी पार्टियां के मिलकर चुनाव लडने के बाद भी पवन सिंह ने अच्छा प्रदर्शन किया था। पवन सिंह के एक पोस्ट ने इन अटकलों को और हवा दे दिया।
पवन सिंह, भोजपुरी गायक और अभिनेता:-
जातिवादी राजनीति के पोषकों के दिल पे आज ई फोटो देख के सांप लोट रहा होगा लेकिन जिनके दिल में विकसित बिहार का सपना बसता है, वे कब तक एक दूसरे से दूर रह सकते है। आज गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा और उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात हुईष उन्होंने दिल से आशीर्वाद दिया। मोदी और नीतीश के सपनों का बिहार बनाने में आपा बेटा पवन पूरा पावर लगाएगा।
फिर क्या हुआ?
पवन सिंह और विवादों का पुराना रिश्ता है। लोकसभा चुनावों के दौरान करीब आईं उनकी पत्नी ज्योति सिंह के एक रोते हुए वीडियो ने पवन सिंह की सियासत ही बदल दी। 5 अक्तूबर को ज्योति सिंह बिहार से सीधे पवन सिंह के लखनऊ स्थित घर पहुंची। यह घर अंसल गोल्फ सिटी में है। सोशल मीडिया पर उन्होंने वहां जाने की बात लिखी भी थी।
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ज्योति सिंह:-
मैं आ चुकी हूं लखनऊ में पवन सिंह के घर पर। पवन जी ने हमारे लिए पुलिस थाने में FIR किया है। और मुझे लेने के लिए पुलिस के जवान आए हुए हैं। मैं इतना परेशान हो चुकी हूं कि जहर खाकर मर जाऊंगी। अब इस घर से मेरी लाश निकलेगी। मुझे घर में क्यों नहीं रख रहे हैं? आज जब मैं अपने पति के घर आई हूं तो मुझे डिटेन किया जा रहा है। प्रताड़ित किया जा रहा है। क्या ऐसे ही पावर स्टार पवन सिंह समाज का कल्याण करेंगे? महिला का उद्धार करेंगे? जो अपनी पत्नी के साथ न्याय नहीं कर सकता, वह समाज के साथ क्या न्याय करेगा? वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। पवन सिंह के खिलाफ लोगों ने खूब लिखा। सबकी सहानुभूति ज्योति सिंह के साथ ही रही। लोगों ने लिखा कि सार्वजनिक मंचों पर लड़कियों के साथ फूहड़ हकरतें करने वाले पवन सिंह का रिश्ता अपनी पत्नी से ठीक नहीं है। लोगों ने यह भी लिखा कि पवन सिंह का अपनी पत्नी को छोड़कर सबके साथ अच्छा रिश्ता है। वह अपनी पत्नी को ही छोड़ बैठे हैं, बिहार की जनता के क्या होंगे।
पवन सिंह सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए। उन्हें जवाब भी देना पड़ा। 7 अक्तूबर को उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी अपडेट की। यह लिखा-
मैं अपने जीवन में एक ही बात जानता हूं कि जनता मेरे लिए भगवान है। क्या मैं आप सब की भावना को ठेस पहुंचाऊंगा, जिनकी बदौलत यहां तक पहुंचा हूं। क्या यह सच नहीं है कि कल सुबह आप मेरी सोसाइटी में आईं तो मैंने ससम्मान आपको अपने घर पर बुलाया और करीब 1:30 घंटे हम लोगों की बात हुई? आपकी बस एक ही रट है कि मुझे चुनाव लड़वाइए कैसे भी, जो कि मेरे बस का नहीं है? समाज में भ्रम फैलाया गया कि मैंने पुलिस बुलाई, जबकि सच्चाई है कि पुलिस सुबह से वहां इसलिए थी, ताकि जो भी हो उनकी उपस्थिति में हो। कहीं भी आपके साथ आए लोग या कोई और कोई अनहोनी ना करें।
मामला यहीं नहीं थमा। 8 अक्तूबर को पवन सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा-
परिवार की जो भी बात होती है कमरे में होती है कैमरे पर नहीं। मैं ये कहना चाहता हूं ज्योति जी ये अपनापन चुनाव से 6 या 4 महीने पहले क्यों नहीं दिखा। यह चुनाव से 1 महीने पहले ही क्यों दिखा। विधायक बनने के लिए आप कितना गिर सकती हैं।
विवाद से हुआ क्या?
पवन सिंह के पक्ष में सारे राजनीतिक समीकरण थे। वह राजपूत समाज से आते हैं, बिहार की राजनीति में इस समुदाय का प्रभुत्व दशकों तक रहा है। बिहार सरकार के जातिगत जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि बिहार में 3.4 फीसदी से ज्यादा आबादी राजपूतों की है। राजपूतों का प्रभाव इससे कहीं ज्यादा है। पवन सिंह बिहार के बड़े नाम हैं। भारतीय जनता पार्टी उन्हें टिकट देने वाली थी। पवन सिंह के पुराने विवाद ऐसे उभर-उभर के सामने आए कि उन्होंने खुद ही चुनाव लड़ने से दूरी बना ली। 11 अक्तूबर को उन्होंने एलान किया कि वह चुनाव ही नहीं लड़ेंगे।
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मैं पवन सिंह अपने भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूं कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और न ही मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा।
30 सितंबर को शुरू हुई पवन सिंह की दूसरी पारी, 11 अक्तूबर तक, महज 10 दिनों के अंदर थम सी गई। अब पवन सिंह ने चुनाव में न उतरने का फैसला किया है, बीजेपी उन्हें टिकट देने के मूड में नजर भी नहीं आ रही है। पत्नी ज्योति सिंह के साथ विवाद ने उनकी सियासी राह एक बार फिर रोक दी।
पवन सिंह के साथ ज्योति सिंह का रिश्ता कैसा है?
पवन सिंह और ज्योति सिंह की शादी 6 मार्च 2018 को हुई थी। यह उनकी दूसरी शादी थी। पवन सिंह की पहली पत्नी नीलम सिंह ने 2014 में शादी के कुछ महीनों बाद ही खुदकुशी कर ली थी। पवन सिंह और ज्योति सिंह की शादी ज्यादा दिन चल नहीं पाई। शुरुआती महीनों में ही रिश्तों में खटास आने लगी। अप्रैल 2022 में पवन सिंह ने बिहार के आरा कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल कर दी।
विवाद बढ़ा, दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। पवन सिंह की पत्नी ने जबरन गर्भपात और उत्पीड़न का आरोप लगाया। पवन सिंह पर अफेयर के आरोप लगे। दोनों का रिश्ता पूरी तरह टूटा नहीं है, लेकिन कोर्ट में केस चल रहा है। ज्योति सिंह का कहना है कि वह रिश्ता निभा रहीं हैं। पवन सिंह के लिए करवाचौथ का व्रत रखती हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान दोनों में पैचअप हुआ था। चुनावों में दोनों साथ प्रचार करते नजर आए थे। चुनाव बीतते ही पवन सिंह ने रिश्ता तोड़ लिया।
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लोकसभा चुनावों में भी पवन सिंह का बिगड़ा था खेल
2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टिकट दिया था। पवन सिंह, कोलकाता में भी रहे हैं। वह जितने प्रसिद्ध बिहार में हैं, उतने ही आसनसोल में भी हैं। वह बिहार से चुनाव लड़ना चाहते थे बीजेपी ने उन्हें पश्चिम बंगाल से उतार दिया। पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। उन्होंने काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ा। यह तर्क दिया कि वह मां के कहने पर काराकाट से सियासी मैदान में उतरे थे। मगर कहानी इतनी नहीं थी। पवन सिंह ने बंगाली महिलाओं को लेकर कई गाने गाए थे, जिन्हें लोग अश्लील कहते हैं।
टीएमसी और पश्चिम बंगाल के लोगों ने उनके पुराने भोजपुरी गानों को लेकर विरोध किया। पवन सिंह के कुछ गानों में बंगाली महिलाओं के लिए गाए गानों में जादू-टोना, सौतन, नचनिया जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। उनकी छवि महिला विरोधी और बंगाल विरोधी बन गई। टीएमसी नेताओं ने इस मुद्दे पर बीजेपी को घेरा और आरोप लगाया कि ऐसे ही लोगों को बिहार से बीजेपी चुनाव दे रही है जो महिलाओं का अपमान करते हैं। विवाद से परेशान पवन सिंह ने अपना नाम वापस ले लिया। वह आरा से चुनाव लड़ना चाहते थे, उन्होंने काराकाट से चुनाव लड़ने का फैसला किया।
पवन सिंह के विवाद, जिनकी वजह से कठिन हुई सियासी डगर
ज्योति सिंह:-
पवन सिंह ने इस बात को चुनाव से जोड़कर कहा, तो यह गलत है। मैं तो उनसे रिश्ता जोड़ने के लिए गई थी। पवन जी अगर मुझसे कहेंगे तो मैं उनके साथ रहने के लिए अपने परिवार को छोड़ सकती हूं, और न मैं चुनाव लडूंगी। पवन सिंह बच्चे की बात कर रहे हैं, तो मैं कहना चाहूंगी कि अगर उनको बच्चा चाहिए होता तो वह मुझे दवा नहीं देते। वह मुझे गर्भपात की दवा खिलाते थे।
- ज्योति सिंह से विवाद
ज्योति सिंह और पवन सिंह के रिश्ते, बुरे दौर से गुजर रहे हैं। 5 अक्तूबर के बाद ज्योति सिंह ने कई संगीन आरोप गाए। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पवन सिंह के कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध हैं। ज्योति सिंह की मौजूदगी में ही वह किसी लड़की को लेकर होटल के कमरे में चले गए। शादी के बाद भी उनका अफेयर रहा। ज्योति सिंह ने आरोप लगाए हैं कि पवन सिंह ने ज्योति सिंह का गर्भपात कराया। पवन सिंह के भाइयों ने उन्हें धमकी दी। - अंजली राघव और बैड टच
27 अगस्त को लखनऊ में एक गाने के प्रमोशन के दौरान पवन सिंह ने हरियाणवी हिरोइन अंजलि राघव की कमर पर हाथ रखा था। वह बार-बार फूहड़ ढंग से अंजली राघव को छू रहे थे। अंजली असहज हुईं। उन्होंने अपना दर्द भी साझा किया और कहा कि वह भोजपुरी इंडस्ट्री छोड़ देंगी। पवन सिंह की खूब आलोचना हुई।
पवन सिंह और अंजली राघव। - मंचों पर फूहड़ हरकतें
पवन सिंह पर आरोप हैं कि वह मंचों पर फूहड़ हरकतें करते हैं। लड़कियों को गलत तरीके से टच करते हैं, विवादित बयान देते हैं। उन पर यह भी आरोप लगे कि वह मंचों पर गाली देते हैं, अश्लील इशारे करते हैं, लड़कियों को फिजकली टच करने की कोशिश करते हैं। - अश्लील गाने नहीं छोड़ रहे पीछा
पवन सिंह पर अश्लीलता फैलाने के आरोप भी लगे हैं। अपने शुरुआती दिनों में उन्होंने कई ऐसे गाने गाए, जिन्हें महिलाओं के लिए आपत्तिजनक कहा गया। सानिया मिर्जा कट नथुनिया', पुदीना, लॉलीपॉप लागेलु, दीया बुताके, छलकाता हमरो जवनिया, पिया छोड़ दिहिन ना, सईयां सेवा करे जैसे गानों की वजह से उनकी अब तक आलोचना होती है। हर चुनावी सीजन में इन गानों के क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं। - अक्षरा सिंह के साथ अनबन
पवन सिंह का भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह के बीच लंबा अफेयर रहा है। पवन सिंह शादीशुदा थे तब भी अफेयर था। दोनों के बीच प्यार फिर खूब तकरार हुआ। दोनों नेताओं के बीच हंगामा हुआ। अक्षर सिंह ने पवन सिंह पर मारपीट और हिंसा के आरोप लगाए थे। उन्हें पवन सिंह के प्रशंसकों से खूब धमकी भी मिली थी।
अक्षरा सिंह और पवन सिंह एक अल्बम में। - पहली पत्नी की मौत
पवन सिंह की पहली पत्नी नीलम सिंह की 2014 में शादी के कुछ महीने बाद मौत हो गई थी। चर्चा चली कि पवन सिंह के अफेयर की वजह से नीलम सिंह ने खुदकुशी की। पवन सिंह अक्सर अपनी पहली पत्नी को याद करते हैं।
