प्रोड्यूसर अमित जानी की फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' के रिलीज पर रोक लगा दी है। यह फिल्म 11 जुलाई को रिलीज होने वाली थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने फिल्म के रिलीज पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने कहा, 'जब तक केंद्र सरकार कोई फैसला नहीं लेती है तब तक इस फिल्म पर रोक रहेगी'। फिल्म के प्रोड्यूसर अमित जानी ने कहा कि वह इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और किस वजह से फिल्म को लेकर विवाद हो रहा है?

 

इस मामले में जमीयत उलेमा ए हिंद के वकील और वरिष्ठ वकील फुजैल अहमद अय्यूबी ने कहा, 'अदालत ने हमें तीन दिन का समय दिया और हम अपनी याचिका केंद्र सरकार में देंगे और केंद्र सरकार को इस पर निर्णय लेने के लिए समय दिया गया है। तब तक के लिए कोर्ट ने फिल्म के स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी है'।

 

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सुप्रीम कोर्ट जाएंगे प्रोड्यूसर अमित जानी

अमित जानी ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, 'हमने उनके वकील कपिल सिब्बल को यह फिल्म दिखाई। उन्होंने फिल्म देखने के बाद भी उसका विरोध किया है क्योंकि उन्होंने फीस ली है। अदालत ने फिल्म के रिलीज पर रोक लगा दी है। हम इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। उनसे कहा गया है कि वह केंद्र सरकार के पास जाएं और सरकार इस मामले पर सात दिनों में अपना फैसला देगी कि यह फिल्म सही है या गलत'।

 

उन्होंने आगे कहा, 'कन्हैया लाल का कत्ल तीन साल पहले कैमरे का सामने कर दिया गया था। अब तक इस मामले पर कोई फैसला नहीं आया है। हालांकि जो फिल्म उनका दर्द दिखा रही है। उस पर तीन दिनों के अंदर स्टे लगा दिया गया है'।

कन्हैया के बेटे ने फैसले को बताया गलत

कन्हैया लाल के बेटे यश साहू ने कहा, 'एक फैसला आया था कि फिल्म को रिलीज होने दीजिए और जनता फैसला करेगी लेकिन अब जो भी हुआ ठीक है। यह नहीं होना चाहिए था। यह जो रिट है फिल्म के रिलीज से 3 या 4 दिन पहले ही लगी है। पर मैंने एक याचिका दायर की थी 3 साल पहले जो केस हुआ था 28 जून 2022 को, उस केस का कोई निष्कर्ष नहीं निकला। उस केस में 150 गवाह थे जिसमें से 15 से 16 गवाहों की पेशी आज तक नहीं हुई है। ना फास्ट ट्रैक लगा। उसमें ना कोई रोजाना पेशी होती है, ना वह केस कहीं आगे बढ़ा। उस केस में अपराधियों को सजा नहीं मिली।

 

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यश साहू ने आगे कहा, 'वीडियो सबूत सब कुछ होने के बाद और जब एक फिल्म के जरिए उस हकीकत को कोई दिखाना चाहता था कि उस समय क्या हुआ। उसके लिए पूरा संगठन खड़ा हो जाता है। सिर्फ 3 दिन के अंदर मूवी पर रोक लग गई। हमारा कानून कितना तेज है। पर वहीं, जब किसी केस में अपराधियों को सजा देनी है वह नहीं हो रहा है। बहुत गंभीरता से सोचने वाली बात है। अब फिल्म के प्रोड्यूस इस फिल्म को सुप्रीम कोर्ट में ले जाएंगे देखते हैं क्या होता है'।

 

क्या है पूरा मामला

 

उदयपुर में साल 2022 में टेलर कन्हैया लाल तेली को मार दिया गया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या कैसे हुई और किन कारणों से की गई थी। इसी पर फिल्म उदयपुर फाइल्स बनी है। जमीयत उलेमा ए हिंद संगठन ने फिल्म के प्रोड्यूसर के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।

 

जमीयत उलेमा ए हिंद संगठन का कहना है कि फिल्म में मुसलमानों की छवि को खराब किया गया है। संगठन ने दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म के रिलीज पर रोक लगाने की याचिका दायर की थी। फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' में विजय राज मुख्य भूमिका में है। यह फिल्म 11 जुलाई को रिलीज होने वाली थी।