दक्षिण अफ्रीकी देश कांगो में एक जानलेवा बीमारी 'X' के मामले अचानक से बढ़ गए हैं। X से संक्रमित मरीजों में तेज बुखार, खांसी और सिरदर्द जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस बीमारी की जांच के लिए डॉक्टरों की एक टीम भेजी है। दुनियाभर की स्वास्थ्य संस्थाएं, इस बीमारी को लेकर चिंता जाहिर कर रही हैं।

डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में इस बीमारी से कुछ लोगों की मौत हुई है। नवंबर महीने तक 143 लोग इस बीमारी की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं। 

अक्तूबर से अब तक इस बीमारी के 400 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।

 

इस अज्ञात बीमारी से संक्रमित लोगों में इबोला, मारबर्ग, श्वसन संबंधी रोग देखे जा रहे हैं। कोविड-19 जैसे लक्षण भी मरीजों में नजर आ रहे हैं। लगातार बढ़ते मामलों में बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम कांगों में बीमारी की जांच कर रही है। मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं और छानबीन जारी है। 

क्या हैं X बीमारी के लक्षण?
संक्रमित लोगों में फ्लू के लक्षण देखे जा रहे हैं। तेज बुखार और सिरदर्द की शिकायत भी लोग कर रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने रहस्यमई बीमारी X के बारे में कहा है कि यह कोविड-19 से भी 7 गुना ज्यादा जानलेवा हो सकता है। इस बीमारी ने 25 दिन में ही 79 लोगों की जान ले ली है और 300 से ज्यादा लोगों को बीमार कर दिया है। 

कांगो में लोगों को भीड़ से बचने की सलाह दी जा रही है। अगर यह बीमारी तेजी से फैली तो बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर सकती है। WHO ने इस बीमारी को डिसीज एक्स (Disease X) नाम दिया है।

कोविड से कितना खतरनाक है X?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि डिसीज एक्स (Disease X) कोरोना वायरस से 7 गुना ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगली महामारी धरती पर मौजूद किसी वायरस से ही आ सकती है। उन्होंने कहा कि साल 1918-1919 में एक महामारी आई थी, जो किसी पहले से मौजूद वायरस की वजह से आई थी। तब दुनियाभर में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों की भी जान चली थी। 

कहां आया था X का पहला केस?
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस जानलेवा बीमारी का पहला केस दक्षिण पश्चिम कांगों में सामने आया था। इसके बाद तेजी से यह बीमारी फैली और 25 दिन में कम से कम 79 लोगों की मौत हो गई। यह बीमारी तेजी से बढ़ती जा रही है।  कांगों में ही इस बीमारी के 376 मामले सामने आए हैं। इन मरीजों में फ्लू जैसे लक्षण दिख रहे थे।

हवा से फैलती है ये बीमारी?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह संक्रमण हवा से फैल सकता है। कांगो में सर्दी-जुकाम से लोग पीड़ित हो रहे हैं, यही वजह है कि इस बीमारी के और फैलने की आशंका बढ़ गई है। कांगो के राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक 'ड्युडोनेन मुबांडा ने कहा है कि वायरस की प्रकृति को समझने के लिए इसके सैंपल लैब में भेजे गए हैं। मरीजों के सैंपल की जांच जारी है।