देश में एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। दो अन्य बच्चे चेन्नई में एचएमपीवी ले ग्रस्त पाए गए हैं। सूचना के मुताबिक उनका अभी अस्पताल इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। इसके साथ ही देश में एचएमपीवी पॉजिटिव लोगों की संख्या 5 हो गई है।

 

इसके पहले देश में तीन मामले आए थे। 2 कर्नाटक से और एक गुजरात से। इनमें से दो नवजात शिशु हैं जिनकी उम्र क्रमशः तीन महीने और 6 महीने है। जबकि तीन महीने की बच्ची को ब्रांकोन्यूमोनिया की समस्या हुई थी वहीं 6 महीने के बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।

 

गुजरात की बात करें तो यह दो महीने के बच्चे में पाया गया था,जिसे 24 दिसंबर को अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अभी तक की ज्ञात जानकारी के मुताबिक यह सांस लेने में दिक्कत पैदा करता है, जिसकी वजह से सर्दी जुकाम जैसे लक्षण दिखते हैं।

क्या हैं लक्षण?

एचएमपीवी से संक्रमित मरीजों में सर्दी जुकाम जैसे लक्षण पाए जाते हैं। साथ ही संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों को भी इससे खतरा है। 

 

यह मुख्य रूप बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में होता है। यह उन लोगों को भी प्रभावित करता है जिनमें क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव लंग डिजीज जैसी फेफड़ों की बीमारियां हैं। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार एचएमपीवी के लक्षणों में खांसी, बुखा, नाक बंद होना और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण शामिल हैं।

सरकार ने क्या कहा?

एचएमपीवी के खतरे को देखते हुए सरकार ने 4 जनवरी को बैठक की थी। इसके बाद कहा गया था कि सांस से जुडी बीमारियों से निपटने के लिए सरकार किसी भी तरह से तैयार है।

 

सरकार ने यह भी कहा था कि भारत में ICMR और IDSP के जरिए इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी और इन्फ्लुएंजा के लिए गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के लिए मजबूत तरीके से तैयार है।