अमेरिका में 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद से ही एक के बाद एक आदेश जारी किए जा रहे हैं। हाल ही में ट्रंप ने आदेश जारी करके उन लोगों को देश से बाहर निकालना शुरू कर दिया जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे या कहें कि वैध तरीके से अमेरिकी नागरिक नहीं थे।

 

इसके अलावा ट्रंप ने आदेश जारी किया कि बाहरी लोगों के बच्चों को जन्म के आधार पर अमेरिकी नागरिकता नहीं दी जाएगी. इस बात को लेकर वहां रहने वाले तमाम लोगों में घबराहट देखी गई और जो महिलाएं मां बनने वाली थीं उनमें से तमाम ने उस तारीख विशेष के पहले ही सीजेरियन के जरिए बच्चे को जन्म देने की कोशिश की।

 

कुल मिलाकर देखा जाए तो नीति यह है कि जो लोग बाहर के हैं या बाहर से आकर अमेरिका में बसे हैं उन्हें अमेरिकी नागरिक न बनने दिया जाए। पर खास बात यह है कि अमेरिका में बसे 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग अमेरिका के मूल नागरिक नहीं हैं बल्कि बाहर से आकर बसे हैं।

 

तो इस आर्टिकिल में खबरगांव आपको कुछ उन हस्तियों के बारे में बताएगा जो कि खुद अमेरिकी मूल के नहीं हैं या उनके पूर्वजों में से कोई आकर यहां बसा था।

डोनाल्ड ट्रंप

अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पूर्वज खुद ही अमेरिकी मूल के नहीं हैं। उनके दादा जर्मन अप्रवासी थे यानी कि ट्रंप के दादा जर्मनी से माइग्रेट होकर के अमेरिका में आए थे और फिर यहीं पर बस गए थे। इसके बाद ट्रंप के पिता फ्रेड ने रियल स्टेट में काम किया और काफी संपत्ति बनाई।

 

वहीं डोनाल्ड ट्रंप की मां मैरी स्कॉटिश मूल की थीं। ट्रंप के पिता से मुलाकात होने से पहले उनकी मां हाउस हेल्प थीं यानी कि दूसरों के घरों में काम करती थीं।

एलन मस्क

एलन मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में हुआ था। उनकी मां का नाम माये मस्क और पिता का नाम एरल मस्क है।  1979 में उनके माता-पिता अलग हो गए। उस वक्त एलन की उम्र 17 साल थी। इसके बाद एलन अपनी मां और दो भाई बहनों के किंबल और टोस्का के साथ कनाडा चले गए।

सर्गेई ब्रिन

गूगल के को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन भी मूल रूप से अमेरिका के नहीं हैं। उनका जन्म सोवियत संघ के मास्को में 21 अगस्त 1973 को हुआ था। उनके माता-पिता का नामग युजेनिया ब्रिन और मिखाइल ब्रिन है। वे दोनों मॉस्को यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं।

 

सर्गेई ब्रिन के पिता मैरीलैंड विश्वविद्यालय में गणित के प्रोफेसर थे और उनकी मां नासा के गोडार्ड में स्पेस फ्लाइट सेंटर में रिसर्चर थीं। उन्होंने लैरी पेज के साथ मिलकर ऑनलाइन सर्च इंजन गूगल बनाया।

कमला हैरिस

अमेरिका की 49वीं उप राष्ट्रपति कमला हैरिस भी भारतीय मूल की हैं। उनकी मां श्यामला गोपालन का जन्म तत्कालीन मद्रास (अब चेन्नई) में हुआ था। कमला हैरिस की मां सिर्फ 19 साल की थीं जब उन्होंने अमेरिका छोड़ दिया था। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था और बाद में पढ़ाई करने के लिए वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया चली गईं।

 

उनके पिता डोनाल्ड जे हैरिस जमैका से माइग्रेट करके अमेरिका आए थे। कमला हैरिस की मां श्यामला और पिता हैरिस दोनों सिविल राइट मूवमेंट में शामिल थे। दोनों की वहीं पर मुलाकात हुई थी और बाद में उन्होंने शादी की।

सुनीता विलियम्स

सुनीता विलियम्स के पिता दीपक पांड्या गुजरात के मेहसाणा जिले के थे जबकि उनकी मां उर्सुलिन बोनी पांड्या स्लोवेनियन-अमेरिकन थीं।

 

सुनीता विलियम्स के पिता न्यूरोएनाटॉमिस्ट थे। वे अपनी एमडी गुजरात यूनिवर्सिटी से पूरी करने के बाद अमेरिका गए।


यह भी पढ़ेंः 1 अवैध अप्रवासी पर 9 लाख का खर्च, ट्रंप का प्लान ढीली कर रहा US की जेब