अजरबैजान का यात्री विमान बुधवार को क्रैश हो गया। इस विमान में 67 यात्री सवार थे, जिनमें 5 क्रू मेंबर्स भी शामिल थे। विमान ने अजरबैजान की राजधानी बाकू से उड़ान भरी थी और वह चेचेन्या के ग्रॉजनी शहर जा रहा था। रास्ते में कजाखस्तान में ही विमान क्रैश हो गया।


माना जा रहा है कि उड़ान के दौरान एक पक्षी के टकराने की वजह से विमान हवा में गोते लगाने लगा। इसके बाद पायलट को अक्तौ एयरपोर्ट से 3 किलोमीटर पहले ही इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी और विमान क्रैश हो गया।


विमान में सवार 67 में से 38 यात्रियों की मौत हो चुकी है। 29 लोगों को बचा लिया गया, लेकिन इनमें से भी कई की हालत नाजुक बनी है। कजाखस्तान ने इस क्रैश की जांच शुरू कर दी है। 

इस साल का सबसे बड़ा हादसा!

अजरबैजान एयरलाइंस का जो विमान क्रैश हुआ है, उसमें अब तक 38 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। यह इस साल का अब तक का सबसे बड़ा हादसा बताया जा रहा है। इससे पहले इसी साल 24 जुलाई को नेपाल की सौर्य एयरलाइंस का विमान क्रैश हो गया था। उस हादसे में 18 लोग मारे गए थे। इससे भी पहले मार्च में रूसी वायुसेना का एक प्लेन क्रैश हुआ था, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी।

हादसे दर हादसे... मौतें दर मौतें

दुनियाभर में हर साल हजारों हादसे होते हैं। हालांकि, इनमें से बहुत ही कम में लोग मारे जाते हैं। विमान हादसों पर नजर रखने वाली संस्था एविएशन सेफ्टी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में दुनियाभर में 109 विमान हादसे हुए थे। इन हादसों में 120 लोगों की मौत हो गई थी। इस हिसाब से हर महीने औसतन 9 विमान हादसे हुए और इनमें 10 लोगों की मौत हुई।


एविएशन सेफ्टी के मुताबिक, पिछले साल सबसे ज्यादा 34 विमान हादसे अमेरिका में हुए थे। गनीमत रही कि इनमें किसी की मौत नहीं हुई थी। 

कब होते हैं सबसे ज्यादा हादसे?

एविएशन सेफ्टी की मानें तो सबसे ज्यादा विमान हादसे उड़ान के दौरान और फिर लैंडिंग के दौरान होते हैं। पिछले साल 109 दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमें से 37 उड़ान और 30 लैंडिंग के दौरान हुई थीं।

फिर भी सबसे सेफ- हवाई सफर!

देखा जाए तो हर साल दुनियाभर में सैकड़ों विमान हादसे होते हैं, जिनमें सैकड़ों जाने चली जाती हैं। इसके बावजूद हवाई सफर को सबसे सेफ माना जाता है।


इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) हर साल फ्लाइट सेफ्टी पर रिपोर्ट जारी करता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में दुनियाभर में 3.7 करोड़ से ज्यादा विमानों ने उड़ान भरी थी। इसके बावजूद कुछ ही हादसों में लोगों की जान गई थी। पिछले साल नेपाल में एक विमान क्रैश हुआ था, जिसमें 72 लोग मारे गए थे।


IATA की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 12.6 लाख विमान उड़ान भरते हैं, तब एक दुर्घटना होती है। IATA का दावा है कि जब कोई व्यक्ति 1,03,239 साल तक हर दिन विमान में सफर करेगा, तब जाकर कोई एक दिन ऐसा आएगा जब उसे घातक दुर्घटना का सामना करना पड़ेगा।


कुछ साल पहले मैसाचुएट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर अर्नॉल्ड बार्नेट ने भी फ्लाइट सेफ्टी पर एक रिपोर्ट की थी। इसमें दावा किया गया था कि 2018 से 2022 के बीच अगर 1.34 करोड़ यात्रियों ने हवाई सफर किया है तो उनमें से सिर्फ 1 को ही मौत का खतरा है।

भारत में कितनी सेफ है हवाई यात्रा?

देखा जाए तो भारत में भी हवाई यात्रा काफी सुरक्षित है। पिछले साल ही भारत में भी विमान हादसों की 3 घटनाएं हुई थीं और इनमें भी किसी की जान नहीं गई थी। भारत में आखिरी सबसे बड़ा विमान हादसा अगस्त 2020 में हुआ था। तब केरल के कोझिकोड में एयर इंडिया का बोइंग 737-800 लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसलकर क्रैश हो गया था। इस विमान में 190 यात्री सवार थे, जिनमें से 21 की मौत हो गई थी।


जबकि, सड़क दुर्घटनाओं और इनमें होने वाली मौतों के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। सड़क और परिवहन मंत्रालय के मुताबिक, 2013 से 2022 के बीच 10 साल में देशभर में 46 लाख से ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं। इन हादसों में 15 लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं। यानी, हर साल औसतन 4.6 लाख सड़क हादसे होते हैं, जिनमें 1.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है।


इसी तरह ट्रेन से सफर करना भी कभी-कभी खतरनाक हो जाता है। 2022-23 में देशभर में 48 रेल हादसे हुए थे, जिनमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, इसमें ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना के आंकड़े नहीं थे। जून 2023 में बालासोर में एक बड़ा रेल हादसा हुआ था, जिसमें 300 यात्री मारे गए थे।