इजरायल और ईरान में एक बार फिर लड़ाई शुरू हो गई है। लड़ाई इतनी बढ़ गई है कि जंग का खतरा भी मंडराने लगा है। लड़ाई तब शुरू हुई जब 13 जून को इजरायल ने अचानक ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया। जवाब में ईरान ने भी इजरायल पर हमला कर दिया। 


अब आलम यह है कि दोनों तरफ से हमले जारी हैं। इजरायल लड़ाकू विमानों के साथ-साथ ड्रोन से ईरान पर अटैक कर रहा है। जवाब में ईरान भी ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलें दाग रहा है। बताया जा रहा है कि ईरान की राजधानी तेहरान में बार-बार धमाके हो रहे हैं। इजरायल में भी येरूशलम और तेल अवीव में भी धमाकों की गूंज सुनाई दे रही है।


मध्य पूर्व के दो देशों के बीच जंग का खतरा बढ़ते देख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि इजरायल के हमले और भी 'बदतर हो जाएंगे।' उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'ईरान को परमाणु समझौता करना ही होगा, इससे पहले कि कुछ भी न बचे।'

 

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इस जंग में अब तक क्या-क्या हुआ?

  • इजरायल ने क्या किया?: 13 जून की रात इजरायल ने ईरान पर हमला किया। 200 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने 100 से ज्यादा टारगेट्स पर हमला किया। यह वह ठिकाने थे, जहां ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम चला रहा है। इसके लिए इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' लॉन्च किया है।
  • इजरायल ने ऐसा क्यों किया?: क्योंकि इजरायल नहीं चाहता कि ईरान न्यूक्लियर पावर बने। हमलों के बाद इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, 'हमने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमला किया है। हमने ईरानी बम पर काम कर रहे परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया है।'
ईरान पर इजरायल का हमला। (Photo Credit: PTI)
  • जवाब में ईरान ने क्या किया?: इजरायल के हमलों का जवाब देने के लिए ईरान ने भी हमला किया। इजरायल से बदला लेने के लिए 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3' शुरू किया। इजरायली सेना ने बताया है कि ईरान ने शनिवार रात को 100 से ज्यादा ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया था।
  • ईरान को क्या नुकसान हुआ?: इजरायली हमलों में ईरान की सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी, इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर इन चीफ जनरल हुसैन सलामी और बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के हेड जनरल आमिर अली हाजीजादेह की मौत हो गई है। ईरान ने बताया है कि इजरायली हमलों में 78 लोग मारे गए हैं।
  • इजरायल को क्या नुकसान हुआ?: ईरान के मिसाइल अटैक में इजरायल के रिशॉन लेजियोन में 2 लोगों की मौत हो गई है और 19 लोग घायल हो गए हैं। तेल अवीव में भी ईरानी हमलों में 38 लोग घायल हो गए हैं। ईरान के हमलों के बाद इजरायल के कई इलाकों में कुछ घरों को नुकसान पहुंचा है। सड़कों पर कई गाड़ियां भी जलकर खाक हो गईं हैं।
ईरान के हमले के बाद इजरायल की इमारत। (Photo Credit: PTI)
  • क्या एक बड़ी जंग शुरू होगी?: ईरान और इजरायल में पिछले साल भी ऐसा ही तनाव हो गया था। हालांकि, इस बार बात इससे आगे बढ़ गई है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा, 'इजरायल ने इस जंग की शुरुआत की है। हम उसे बचकर नहीं जाने देंगे।' वहीं, इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा, 'अभी और भी बहुत कुछ होने वाला है।'

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ईरान से इजरायल को क्या खतरा? 3 कारण

  1. परमाणु कार्यक्रमः अमेरिका और इजरायल का मानना है कि परमाणु हथियार बनाने के लिए ईरान एक 'सीक्रेट प्रोग्राम' चला रहा है। अभी मध्य पूर्व में सिर्फ इजरायल ही है, जिसके पास परमाणु हथियार हैं।
  2. बैलिस्टिक मिसाइलेंः इजरायल का दावा है कि ईरान के पास हजारों बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। दोनों के बीच 1000 KM की दूरी है और ईरान की मिसाइलें इजरायल तक पहुंच सकती हैं।
  3. प्रॉक्सी वॉरः इजरायल जिन देशों से घिरा है, वहां कई ऐसे गुट हैं, जिन्हें वह आतंकी संगठन मानता है। इजरायल का आरोप है कि हमास और हिज्बुल्लाह जैसे संगठनों को ईरान हथियार मुहैया कराता है।

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ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी। (Photo Credit: PTI)

इजरायल और ईरान की दुश्मनी की कहानी?

इजरायल और ईरान मध्य पूर्व के दो बड़े देश हैं। यूं तो ईरान और इजरायल के बीच तीन देश- इराक, सीरिया और जॉर्डन आते हैं। मगर दोनों के बीच हर कभी तनाव बढ़ जाता है। दोनों के बीच सबसे कम दूरी भी एक हजार किलोमीटर है लेकिन दोनों के पास ऐसी मिसाइलें हैं, जो लंबी दूरी तक मार कर सकती हैं।


आज इजरायल और ईरान एक-दूसरे के सबसे बड़े दुश्मन हैं। मगर एक वक्त ऐसा भी था जब दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हुआ करती थी। 14 मई 1948 को बने इजरायल को जिस दूसरे मुस्लिम देश ने मान्यता दी थी, वह ईरान ही था। 1950 में ईरान ने इजरायल को एक राष्ट्र के तौर पर मान्यता दे दी थी।


साल 1953 में ईरान में तख्तापलट के बाद दोबारा शाह का शासन शुरू हुआ। मोहम्मद रजा शाह पहलवी के शासन में ईरान और इजरायल के बीच खूब दोस्ती रही। नए-नए बने इजरायल को ईरान ने खूब तेल दिया। यह वह दौर था जब इजरायल को बाकी खाड़ी देश बहुत ज्यादा पसंद नहीं करते थे। 1968 में दोनों के बीच एक समझौता भी हुआ ताकि पाइपलाइन के जरिए ईरान से तेल इजरायल पहुंच सके। 

 

(Photo Credit: Google Earth)

1980 के दशक में ईरान का इराक के साथ युद्ध चल रहा था, तब इजरायल ने ही उसे हथियार दिए। इजरायल ने ईरान को हाईटेक मिसाइलें और एंटी-टैंक गन जैसे हथियार दिए।


हालांकि, दोनों के रिश्तों में गिरावट तब आनी शुरू हुई, जब 1979 में ईरान में इस्लामिक क्रांति हुई। इस्लामिक क्रांत के बाद ईरान में शाह का शासन खत्म हो गया। अयातुल्लाह अली खामेनेई सुप्रीम लीडर बन गए। इस इस्लामिक क्रांति ने न सिर्फ ईरान को बदल दिया बल्कि इजरायल से रिश्ते भी बिगाड़ दिए। कभी उदारवादी रहा ईरान अब एक कट्टरपंथी इस्लामी राष्ट्र बन चुका था। इस्लामिक क्रांति ने ईरान को अमेरिका और सऊदी अरब जैसे देशों से भी दूर कर दिया। 


साल 1991 में शुरू हुए खाड़ी के युद्ध ने हालात और बिगाड़ दिए। ईरान ने एक बार इजरायल को 'छोटा शैतान' और अमेरिका को 'बड़ा शैतान' कहा था। ईरान पर इजरायल के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर छेड़ने का आरोप भी लगता रहा है। गाजा में हमास, लेबनान में हिज्बुल्लाह और यमन में हूती विद्रोहियों समेत कई संगठनों को समर्थन करने का आरोप ईरान पर लगता रहा है। 

 

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बेंजामिन नेतन्याहू। (Photo Credit: PTI)

ईरान-इजरायल की दुश्मनी कैसे बढ़ी?

  • 2010: ईरान पर एक साइबर अटैक हुआ। यह अटैक Stuxnet नाम के कम्प्यूटर वायरस से हुआ। यह अटैक ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम पर हुआ था। दावा किया जाता है कि इस वायरस को अमेरिका-इजरायल ने बनाया था।
  • 2018: परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने के लिए 2015 में ईरान ने एक समझौता किया। 2018 में ट्रंप ने इस समझौते को तोड़ दिया। 2018 में इजरायली पीएम नेतन्याहू ने दावा किया कि समझौते से पहले ईरान ने परमाणु कार्यक्रम की कई बातें छिपाई थीं।
  • 2020: ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटीज पर हमले तेज हो गए। जुलाई में ईरान के नतांज में एक प्लांट पर हमला हुआ था। ईरान ने इसका आरोप इजरायल पर लगाया। नवंबर में ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह की एक रिमोट कंट्रोल मशीन गन से हत्या कर दी गई।
  • 2021: नतांज में एक अंडरग्राउंड न्यूक्लियर फैसिलिटीज पर हमला हुआ। ईरान ने इसका आरोप इजरायल पर लगाया। आरोप लगा कि इजरायल ने साइबर अटैक कर ब्लैकआउट कर दिया था। 
  • 2022: ईरान ने आरोप लगाया कि इजरायल ने तीन दिनों के भीतर दो अलग-अलग शहरों में दो परमाणु वैज्ञानिकों को जहर देकर मार डाला। हालांकि, इसके कोई सबूत नहीं मिल सके थे।
इजरायली अटैक का विरोध करते ईरानी। (Photo Credit: PTI)

अक्टूबर 2023 के बाद और बिगड़े हालात

7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया। हमास ने इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागे। इतना ही नहीं, हमास के कई लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर कत्लेआम मचाया। हमास ने 12सौ से ज्यादा लोगों को मार डाला और 250 नागरिकों को बंधक बना लिया। इसके बाद इजरायल ने हमास के साथ जंग शुरू कर दी। हमास से जंग शुरू होने के बाद से अब तक कई बार इजरायल और ईरान में तनातनी हो चुकी है।

  • 14 फरवरी 2024: इजरायल के एक कथित हमले ने ईरान की एक प्राकृतिक गैस पाइपलाइन में कई विस्फोट किए, जो चहारमहाल और बख्तियारी प्रांत से कैस्पियन सागर तक जाती थी।
  • 1 अप्रैल 2024: इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमला किया, जिसमें 16 लोग मारे गए। इनमें दो ईरानी जनरल भी शामिल थे।
  • 14 अप्रैल 2024: वाणिज्य दूतावास पर हमले के जवाब में ईरान ने इजरायल पर हमला किया। ईरान ने 300 से ज्यादा ड्रोन से हमला किया। हालांकि, इजरायल ने इसे रोक दिया।
  • 19 अप्रैल 2024: ईरान के इस्फहान के पास एक एयर डिफेंस सिस्टम पर अटैक हुआ। ईरान ने इस हमले का आरोप इजरायल पर लगाया।
  • 31 जुलाई 2024: हमास लीडर इस्माइल हानिया को इजरायल ने मार गिराया। इजरायल ने यह हमला तब किया, जब हानिया तेहरान में था। 
  • 27 सितंबर 2024: इजरायल के एक हवाई हमले में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया। ईरान पर हिज्बुल्लाह का समर्थन करने का आरोप लगाया।
  • 1 अक्टूबर 2024: ईरान ने इजरायल के खिलाफ 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 2' लॉन्च किया। ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। 
  • 16 अक्टूबर 2024: इजरायल ने गाजा में एक हमले में हमास लीडर याह्या सिनवार को मार गिराया। इजरायल का दावा है कि याह्या सिनवार ही 7 अक्टूबर 2023 का मास्टरमाइंड था।
  • 26 अक्टूबर 2024: इजरायल ने पहली बार खुलकर ईरान पर बड़ा हमला किया। इजरायल ने ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम और मिसाइल प्रोग्राम पर हमला किया।
  • 30 अप्रैल 2025: ईरान ने मोसाद के लिए काम करने के आरोप में एक व्यक्ति को फांसी की सजा दी। ईरान का दावा था कि उसका 22 मई 2022 को IRGC के कर्नल हसन सैयर खोदाई की हत्या में हाथ था।

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अयातुल्लाह अली खामेनेई। (Photo Credit: PTI)

क्या अब ईरान-इजरायल में शुरू होगी जंग?

दुनिया में दो जंग पहले ही चल रही है। पहली- रूस और यूक्रेन में। और दूसरी- इजरायल और हमास में। अब इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष से तीसरी जंग का खतरा बढ़ गया है।


ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा, 'इजरायल को यह नहीं सोचना चाहिए कि सब खत्म हो गया है, क्योंकि उन्होंने हमला किया। नहीं। उन्होंने इस शुरू किया और इस जंग की शुरुआत की। हम उन्हें उनके किए अपराध से बचकर निकलने नहीं देंगे।' उन्होंने कहा ऐसा करके इजरायल ने खुद के लिए 'कड़वी और दर्दनाक सजा' चुन ली है और उसे उसके किए की सजा जरूर मिलेगी।


वहीं, इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा, 'अभी और भी बहुत कुछ होने वाला है। ईरानी सत्ता को नहीं पता कि उन्हें कितनी चोट पहुंची है और अभी कितनी चोट पहुंचने वाली है। ईरान का शासन कभी इतना कमजोर नहीं रहा।' नेतन्याहू ने अयातुल्लाह अली खामेनेई के शासन को 'कमजोर' बताया है उनके खिलाफ ईरानी लोगों से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा, 'ईरानी लोगों के लिए अब एकजुट होने का समय आ गया है ताकि वे बुरे और दमनकारी शासन से आजाद हो सकें।'


इजरायली रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि जवाबी हमला करके ईरान ने 'रेड लाइन' क्रॉस कर ली है और उन्हें इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।