हमास ने अगर इजरायली और अमेरिकी बंधकों को 20 जनवरी से पहले नहीं आजाद किया तो उसकी तबाही तय है। अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने साफ कहा है कि अगर गाजा पट्टी में बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो मिडिल-ईस्ट को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। 

हमास ने 6 अक्तूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया था। हमले के बाद हमास के आतंकियों ने 250 से ज्यादा इजरायल के नागरिकों को बंधक बना लिया था, इसमें इजरायल-अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। अब ट्रम्प ने सोमवार को कहा है कि अगर बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो यह बहुत भारी पड़ेगा।
 

क्या जिंदा हैं हमास की गिरफ्त में बंधक?
गाजा में हमास ने 101 विदेशी और इजरायली बंधकों को छिपा लिया लिया था। माना जा रहा है कि इनमें से आधे अभी जिंदा हो सकते हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने धमकी भरे लहजे में साफ कह दिया है कि जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा, उसे अमेरिकी इतिहास की सबसे कठोर सजा दी जाएगी।
 
डोनाल्ड ट्रम्प ने इन बंधको के लिए सोमवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर कहा, 'अगर बंधकों को 20 जनवरी, 2025 से पहले रिहा नहीं किया गया तो जिस दिन मैं अमेरिका के राष्ट्रपति का पदाभार ग्रहण करूंगा, मध्य पूर्व में इंसानियत के खिलाफ अत्याचार करने वालों को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।' 



हमास बंधकों के जरिए क्या कह रहा है?
हमास बंधकों को भुनाने की फिराक में है। हमास का कहना है कि बंधक तब रिहा होंगे, जब युद्ध खत्म हो जाएगा और इजरायली सेना गाजा से पूरी तरह पीछे हट जाएगी। 

बेंजामिन नेतन्याहू ने क्या कहा है?
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि युद्ध तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक कि हमास का सफाया नहीं हो जाता। जब तक हमास, इजरायल के लिए खतरा रहेगा, युद्ध जारी रहेगा। सोमवार को, हमास ने कहा कि गाजा में जंग के दौरान 33 बंधक मारे जा चुके हैं। उनकी राष्ट्रीयता के बारे में हमास ने कुछ भी नहीं बताया।

इजरायल-हमास की जंग में कितने मरे?
इजरायल के मुताबिक 7 अक्तूबर 2023 को हुए हमले में इजरायल के 1200 नागरिक मारे गए थे। वहीं गाजा का कहना है कि इजरायल के जवाबी एक्शन में अब तक 44,400 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। गाजा और रफाह शहर अब खंडहर में बदल गया है, ज्यादातर लोग राहत शिविरों में हैं। शहर वीरान हो गया है।