अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सैन्य संगठन NATO और रूस को लेकर एक अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 'मैं समझ सकता हूं कि NATO के दरवाजे पर होने पर आप कैसा महसूस कर सकते हैं।' इतना ही नहीं, ट्रंप ने रूस और यूक्रेन युद्ध के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन को जिम्मेदार माना है।

मैं उनकी भावनाओं को समझ सकता हूंः ट्रंप

ट्रंप ने कहा, 'आपको पता है, सालों से रूस की सबसे बड़ी समस्या क्या है। राष्ट्रपति पुतिन के कहने से पहले से भी रूस कहता रहा है कि आप यूक्रेन को NATO में शामिल नहीं कर सकते। कहीं न कहीं राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि नहीं, उसे NATO में शामिल होना चाहिए। रूस के दरवाजे पर कोई है और मैं उनकी भावनाओं को समझ सकता हूं।'

आप युद्ध की तरफ बढ़ रहे हैंः ट्रंप

ट्रंप ने रूस और यूक्रेन युद्ध के लिए बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'इस पूरी बातचीत में कई सारी गलतियां हुईं। जब मैंने सुना कि बाइडेन किस तरह से बातचीत कर रहे हैं तो मैंने कहा कि आप युद्ध की तरफ बढ़ रहे हैं और ये युद्ध बहुत बुरा साबित हुआ। ये जंग आज की तुलना में और भी बदतर हो सकती है।'


उन्होंने आगे कहा, 'मेरा मानना है कि उनके बीच (यूक्रेन और बाइडेन) के बीच एक समझौता हुआ था। फिर इसे बाइडेन ने तोड़ दिया। उनके पास एक समझौता था, जो यूक्रेन और बाकी सभी के लिए अच्छा सौदा होता लेकिन बाइडेन कहा कि आपको NATO में शामिल होना होगा।' ट्रंप ने कहा कि 'मैं पहले NATO के बारे में ज्यादा नहीं जानता था, लेकिन अब NATO के बारे में मुझसे ज्यादा कोई नहीं जानता।'

ट्रंप ने NATO देशों को बजट बढ़ाने को कहा

ट्रंप ने एक बार फिर NATO के सदस्य देशों से अपना बजट बढ़ाने को कहा है। ट्रंप कई मौकों पर कह चुके हैं कि बाकी सदस्यों को भी NATO पर ज्यादा खर्च करना चाहिए। अब उन्होंने कहा कि NATO के हर सदस्य देश को अपनी GDP का कम से कम 5% खर्च करना चाहिए। ट्रंप ने कहा, 'अमेरिका की तुलना में यूरोप ज्यादा प्रभावित है। इसके बावजूद अमेरिका अरबों-खरबों डॉलर ज्यादा खर्च क्यों कर रहा है?' उन्होंने कहा कि यूरोप की अर्थव्यवस्था भी अमेरिका के बराबर ही है, फिर भी वो कम खर्च कर रहे हैं।

NATO में शामिल होना चाहता था यूक्रेन

यूक्रेन लंबे समय से NATO का हिस्सा बनना चाहता था। 2008 से यूक्रेन इसकी कोशिश कर रहा था। 2021 के आखिर में बाइडेन ने कई बार NATO में यूक्रेन को शामिल करने की बात कही थी। उस वक्त पुतिन ने सख्त चेतावनी दी थी। मगर हालात बिगड़ते गए। आखिरकार 24 फरवरी 2022 को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया। इस जंग को लगभग तीन साल होने वाले हैं।