भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान को बेनकाब किया है। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकवादियों और आम नागरिकों में फर्क न करने वाला देश है। भारत के स्थाई प्रतिनिधि, राजदूत हरीश पुरी ने 'सशस्त्र संघर्ष में नागरिकों की सुरक्षा' पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान की भागीदारी को अंतरराष्ट्रीय समुदाय का अपमान बताया। उन्होंने कहा है कि भारत, भारत दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमलों का शिकार रहा है, जिनमें 2008 का मुंबई हमला और अप्रैल 2025 में पहलगाम में पर्यटकों की हत्या शामिल है।
हरीश पुरी ने कहा कि पाकिस्तान ने 6 से 7 मई की दरमियानी रात के बाद भारत के सीमावर्ती गांवों में हमला किया, जहां आम नागरिक रहते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जानबूझकर गुरुद्वारों, मंदिरों और अस्पतालों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया है, जिसे दुनिया आतंक के खिलाफ कार्रवाई मानती है लेकिन बदले में पाकिस्तान ने भारत के आम लोगों को निशाना बनाया है, हमले किए हैं।
'नागरिकों और आतंकियों में अंतर नहीं करता है पाकिस्तान'
हरीश पुरी ने कहा, 'ऐसा देश जो आतंकवादियों को बढ़ावा देता है और नागरिकों पर हमले करता है, उसे नागरिकों की सुरक्षा पर बोलने का कोई हक नहीं।' उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी अधिकारियों की मौजूदगी का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों और नागरिकों में कोई अंतर नहीं करता।
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'शहबाज शरीफ सरकार को फटकार'
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नागरिकों, पत्रकारों और मानवीय कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर बहस हो रही थी। भारत ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर शहबाज शरीफ की सरकार को बुरी तरह फटकारा।
'आतंक के खिलाफ भारत की नीति जीरो टॉलरेंस'
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि भारत आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाता है। उन्होंने कहा कि भारत, पाकिस्तान के समर्थन वाले सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए नई रणनीति पर काम कर रहा है। जयशंकर ने जर्मनी के शीर्ष नेतृत्व को इस नीति के बारे में बताया।
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जर्मनी ने दिया भारत का साथ
बर्लिन में जर्मन विदेश मंत्री जोहान वाडेफुल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के लिए कोई जगह नहीं होगी। उन्होंने जर्मन चांसलर फ्रीडरिष मैर्त्स को अप्रैल 2025 के पहलगाम हमले के जवाब में भारत के कदमों के लिए जर्मनी के समर्थन की सराहना की।
'न्यूक्लियर ब्लैकमेल की धमकी नहीं सुनेगा भारत'
जयशंकर ने कहा, 'भारत कभी भी आतंकवाद के सामने झुकेगा नहीं और न ही परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त करेगा।'