भारत के स्टूडेंट एडवांस पढ़ाई के लिए हमेशा ग्लोबल एक्सपोजर की ओर बढ़ते है। ऐसे में फ्रांस हाल के वर्षों में भारतीय छात्रों के लिए एक नया एजुकेशन हब बनकर उभरा है। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के बाद अब भारतीय छात्र तेजी से फ्रांस की ओर रुख कर रहे हैं। एक आंकड़े के अनुसार, 2019 में लगभग 10 हजार भारतीय छात्र फ्रांस में पढ़ रहे थे। 2023 तक यह संख्या करीब 20 हजार हो गई। बता दें कि 2030 तक फ्रांस का टारगेट भारतीय छात्रों को संख्या 30 हजार तक बढ़ाने का है।
क्या है भारतीय छात्रों के फ्रांस जाने की बड़ी वजहें?
दरअसल, फ्रांस में पढ़ाई का खर्च अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलिया की तुलना में बहुत कम है। यहां के सरकारी यूनिवर्सिटी में सालाना ट्यूशन फीस 2,770 यूरो (2.5 लाख) से शुरू होती है। MBA और अन्य प्रोफेशनल कोर्सेस भी अन्य देशों की तुलना में सस्ते हैं। इसके अलावा फ्रांस सरकार भारतीय छात्रों को कई स्कॉलरशीप भी देती है। इसमें Eiffel excellence scholarship, charpak scholarhsip और Raman charpak felloship शामिल है। फ्रांस में मास्टर्स के बाद भारतीय छात्रों को 2 साल का पोस्ट-स्टडी वीजा भी मिलता है।
बता दें कि जुलाई 2023 में पीएम नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच 'Indian Students Mobility Agreement' साइन हुआ, जिसके तहत अब भारतीय स्टूडेंट्स के लिए वर्क वीजा और PR (Permanent Residency) के रास्ते आसान होंगे। इसके अलावा यूएस और यूके में बढ़ती ट्यूशन फीस और वीज़ा पॉलिसी में सख्ती से कई भारतीय छात्र फ्रांस और यूरोप के अन्य देशों की ओर बढ़ रहे हैं। फ्रांस सरकार भारतीय छात्रों को आकर्षित करने के लिए नई योजनाएं भी बना रही है, जिससे यह भारत के छात्रों के लिए नया 'एजुकेशन हब' बन सकता है।
यह भी पढ़ें: कौन होते हैं इस्माइली मुस्लिम? बाकी मुसलमानों से कितने अलग
भारतीय स्टूडेंट को मिलते यह बेनिफिट्स!
हायर स्टडीज का मौका
फ्रांस की यूनिवर्सिटीज और ग्रैंड एकोल (Grandes Écoles) ग्लोबल एजुकेशन पेश करती हैं, खासकर इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फैशन, आर्ट्स, और हॉस्पिटैलिटी जैसे क्षेत्रों में। HEC Paris, INSEAD, ESSEC, और École Polytechnique जैसी संस्थाएं दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।
किफायती ट्यूशन फीस
फ्रांस में अन्य पश्चिमी देशों (अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया) की तुलना में ट्यूशन फीस किफायती है। सरकारी विश्वविद्यालयों में यूरोपियन यूनियन (EU) के बाहर के छात्रों के लिए भी सब्सिडी मिलती है।
अंग्रेजी में पढ़ाई के ऑप्शन्स
फ्रांस में फ्रेंच भाषा प्रमुख है लेकिन MBA, इंजीनियरिंग और अन्य कई मास्टर प्रोग्राम्स अंग्रेजी में उपलब्ध हैं।
ग्लोबल करियर के मौके
फ्रांस यूरोपियन यूनियन (EU) का हिस्सा है, जिससे छात्रों को यूरोप में नेटवर्किंग और नौकरी के बेहतरीन अवसर मिलते हैं।
भारत-फ्रांस के बढ़ते संबंध
भारत और फ्रांस के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के चलते फ्रांस भारतीय छात्रों को आकर्षित करने के लिए कई पहल कर रहा है।
कल्चर और लाइफस्टाइल
फ्रांस अपनी समृद्ध संस्कृति, फैशन, कला, भोजन और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, जो भारतीय छात्रों को आकर्षित करता है।