ईरान ने अमेरिका को एक संदेश भेजकर यह स्पष्ट कर दिया है कि उनका डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करने का कोई इरादा नहीं है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अमेरिका और ईरानी अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह संदेश इस साल अक्तूबर में वाशिंगटन को भेजा गया था।
यह वहीं समय है जब अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी थी कि ट्रंप की हत्या के किसी भी ईरानी प्रयास को अमेरिका 'युद्ध की कार्रवाई' मानेगा। दरअसल, 2020 में अमेरिका ने सीरीया में ड्रोन हमले किए थे जिसमें ईरान के सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी गई थी। पिछले चार साल से ईरान इसी का बदला लेना चाहता है।
चार साल से इस चीज का बदला लेना चाहता था ईरान
ईरान ने जनरल सुलेमानी की हत्या को एक आपराधिक कृत्य करार दिया था। हालांकि, वह ट्रंप की हत्या का इरादा नहीं रखते है। ईरान ने अपने संदेश में कहा कि 'हम अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत जनरल सुलेमानी की हत्या का बदला लेना चाहते हैं।' अमेरिकी अधिकारियों ने ईरान पर ट्रंप प्रशासन के अन्य लोगों की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है।
ईरान के संदेश में क्या?
ईरानी संदेश में किसी भी अधिकारी का नाम स्पष्ट नहीं था, लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईरानी अधिकारियों के हवाले से बताया है कि यह संदेश ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का है। बता दें राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप की हत्या की साजिश रची गई थी। दो बार उनकी हत्या की कोशिश भी की गई। हालांकि, चुनावों में ट्रम्प की जीत के बाद से, कई पूर्व ईरानी अधिकारी और मीडिया आउटलेट तेहरान से ट्रंप के साथ बातचीत करने और सुलह का प्रयास करने के लिए कह रहे हैं, जबकि ट्रंप ने ईरान पर और अधिक दबाव डालने का वादा किया है।
क्या करेगा ट्रंप सरकार?
अधिकारियों के अनुसार, न्याय विभाग ने दो अभियोग जारी किए हैं जो ईरान द्वारा ट्रंप के खिलाफ साजिश रचने से संबंधित थे। अमेरिकियों ने ईरान पर ट्रंप प्रशासन के तहत अन्य हस्तियों की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है। ईरान ने बाइडेन प्रशासन को भेजे अपने संदेश में दोहराया कि सुलेमानी की हत्या एक आपराधिक कृत्य था, न्यूयॉर्क टाइम्स ने दो अमेरिकी अधिकारियों का नाम लिए बिना उनका हवाला देते हुए रिपोर्ट दी। हालांकि, संदेश में यह भी कहा गया कि ईरान ट्रंप की हत्या नहीं करना चाहता था और अंतरराष्ट्रीय कानूनी तरीकों से सुलेमानी की हत्या का बदला लेना चाहता था।