इजरायल और ईरान में संघर्ष अब खतरनाक मोड़ पर जाता दिख रहा है। दो दिन से दोनों मुल्क एक-दूसरे पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला कर रहे हैं। इजरायल ने 13 जून को 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' लॉन्च कर ईरान पर हमला किया था। इसके जवाब में ईरान ने भी 'ऑपरेशनल ट्रू प्रॉमिस 3' लॉन्च किया और इजरायल से बदला ले रहा है।
तस्वीरों और वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दोनों तरफ अब तबाही मचनी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि दोनों तरफ से रातभर से हमले जारी हैं। इजरायल ने ईरान के रक्षा मंत्रालय के हेडक्वार्टर पर हमला करने का दावा किया है। वहीं, ईरान का दावा है कि उसने इजरायल के फ्यूल डिपो और एनर्जी सप्लाई सेंटर को निशाना बनाया है।
इजरायल और ईरान, दोनों तरफ की सरकारी मीडिया ने पुष्टि की है कि रातभर दोनों तरफ से मिसाइल हमले होते रहे हैं। आधी रात को ही इजरायल की सिक्योरिटी कैबिनेट की बैठक भी हुई। इस दौरान भी धमाकों की आवाजें सुनाई दी गईं।
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इजरायल ने कहां किया हमला?
बीते 48 घंटों में इजरायल ने ईरान के अहम न्यूक्लियर ठिकाने और तेल डिपो को निशाना बनाया है। इजरायल ने दावा किया है कि दो दिन में उसने ईरान पर कई हमले किए हैं, जिसमें उसके टॉप जनरल और न्यूक्लियर प्रोग्राम पर काम करने वाले 9 वैज्ञानिक और एक्सपर्ट्स मारे गए हैं।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि 'अभी तो कुछ भी नहीं है और आने वाले दिनों में ईरान इससे कहीं ज्यादा महसूस करेगा।'
ईरान की स्थानीय मीडिया ने बताया कि इजरायली ड्रोन ने एक नैचुरल गैस प्रोसेसिंग प्लांट पर हमला किया है। यह ईरान की ऑयल एंड नैचुरल गैस इंडस्ट्री पर पहला हमला है। साउथ पार्स नैचुरल गैस फील्ड के पास भी हमला किया गया है। इन साइटों के पास एयर डिफेंस सिस्टम है, जिन्हें इजरायल निशाना बना रहा है।
इजरायल का दावा है कि तेहरान में इजरायली सेना के लड़ाकू विमान उड़ रहे हैं। इससे पहले इजरायली सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने कहा था कि 400 से ज्यादा मिसाइलों से ईरान के सैकड़ों ठिकानों पर हमला किया गया है। इनमें से 40 ठिकाने तेहरान में हैं।
वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि 'तेहरान जल रहा है'। इससे पहले काट्ज ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई को चेतावनी देते हुए कहा था, 'अगर खामेनेई इजरायल पर मिसाइलें दागना जारी रखते हैं तो तेहरान जल जाएगा।'

ईरान की मीडिया ने बताया है कि पूर्व और पश्चिम में धमाकों की आवाजें सुनाई दे रहीं हैं। ईरान ने बताया है कि इजरायल ने तेहरान में सहारन ऑयल डिपो को भी निशाना बनाया है।
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ईरान ने कहां किया हमला?
इजरायल के हमलों के जवाब में ईरान ने भी अब हमला कर दिया है। ईरान, इजरायल के तेल अवीव, जेरुसलेम और हाइफा शहर को निशाना बनाते हुए हमला कर रहा है।
ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने एक बयान जारी कर बताया है कि ईरानी मिसाइलों ने इजरायली लड़ाकू विमानों के लिए फ्यूल प्रोडक्शन करने वाले ठिकानों को निशाना बनाया है। उसका कहना है कि अगर इजरायल के हमले जारी रहते हैं तो और मिसाइलें दागी जाएंगी।

IRGC ने दावा किया है कि फ्यूल प्रोडक्शन फैसिलिटीज और एनर्जी सप्लाई सेंटर पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया गया है। रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दुश्मन के हमले जारी रहे तो ईरानी की कार्रवाई और भी आक्रामक हो जाएगी।
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अब तक कितना नुकसान?
इजरायल और ईरान के इस टकराव में दोनों मुल्कों को जबरदस्त नुकसान हो रहा है। इससे पहले 13 जून को इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाते हुए हमला किया था।
इजरायली हमलों में ईरान की सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी, इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर इन चीफ जनरल हुसैन सलामी और बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के हेड जनरल आमिर अली हाजीजादेह की मौत हो गई है। ईरान ने बताया है कि इजरायली हमलों में 78 लोग मारे गए हैं।
ईरान की तरफ से हो रहे हमलों को देखते हुए इजरायल ने अपने लोगों को बॉम्ब शेल्टर में ही रहने को कहा है। जेरुसलेम पोस्ट ने बताया है कि ईरानी हमलों में अब तक कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। कई शहरों में लोग फंस गए हैं, जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है।
इजरायली सेना (IDF) ने बताया है कि यमन और ईरान की तरफ से ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया जा रहा है। ईरानी हमलों में कई शहरों में तबाही मची है। कई इमारतों को नुकसान भी पहुंचा है।