बिहार के बक्सर जिले के एक छोटे से गांव की बेटी ने दुनियाभर में बिहार और भारत का नाम रोशन किया है। बिहार की बेटी अब एक कैरिबियाई देश की प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। देश में हाल ही में हुए चुनाव में बिहार की बेटी कमला प्रसाद बिसेसर के नेतृत्व वाली पार्टी यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC) को जीत मिली है। इस शानदार जीत के बाद कमला प्रसाद बिसेसर का प्रधानमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। 

 

त्रिनिदाद-टोबैगो कैरिबियन सागर क्षेत्र में स्थित एक द्वीपीय देश है। लगभग 13 लाख वाली आबादी वाले इस देश में भारत की बेटी कमला प्रसाद बिसेसर प्रधानमंत्री बनने वाली हैं। हाल ही में हुए चुनावों में कमला प्रसाद की पार्टी यूनाइटेड कांग्रेस को जीत मिली है। इस जीत के बाद पार्टी 10 साल बाद सत्ता में वापसी कर रही है। 73 साल की कमला प्रसाद पहले भी 2010 से 2015 तक इस देश की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं। चुनाव के परिणामों के अनुसार, यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने  41 में से 26 सीटें जीत ली हैं। इस जीत के बाद कमला प्रसाद ने समर्थकों से कहा कि हमें अभी बहुत काम करना है। 

 

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प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई

 

कमला प्रसाद की शानदार जीत पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी है। नरेंद्र मोदी ने कहा, 'चुनाव में जीत के लिए कमला प्रसाद को हार्दिक बधाई। हम त्रिनिदाद और टोबैगो के साथ अपने ऐतिहासिक रूप से मजबूत और पारिवारिक संबंधों को संजोकर रखते हैं। मैं भारत और टोबैगो के साझा विकास और कल्याण के लिए साझेदारी को मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।'

 

बिहार से कमला का  क्या संबंध है?


कमला प्रसाद बिसेसर का बिहार से पारिवारिक संबंध है। उनके पिता का नाम पंडित राम लखन मिश्र था जो मूल रूप से  बक्सर के इटाढ़ी के भेलपुर गांव से थे। पंडित राम लखन मजदूरी की तलाश में त्रिनिदाद-टोबैगो गए थे और वहीं बस गए थे। कमला ने कई बार इस बात का जिक्र किया है कि वह मूल रूप से भारत की हैं और उनके पूर्वज भारत की संस्कृति से जुड़े थे। कमला 2013 में प्रधानमंत्री रहते हुए अपने पिता के गांव भेलपुर का दौरा भी कर चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने वहां के लोगों को संबोधित भी किया था और कहा था कि भारत उनके जीवन का एक हिस्सा है। 

 

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9 जनवरी 2012 को कमला की भारत यात्रा के दौरान जयपुर में 10वें प्रवासी भारतीय दिवस के समापन समारोह में भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने  त्रिनिदाद और टोबैगो  की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार दिया था।

 

 त्रिनिदाद-टोबैगो की पहली महिला प्रधानमंत्री


कमला प्रसाद  त्रिनिदाद-टोबैगो की पहली महिला प्रधानमंत्री भी हैं।  त्रिनिदाद-टोबैगो को पहली बार 2010 में जब कमला पहली बार प्रधानमंत्री बनी थी तब पहली महिला प्रधानमंत्री मिली थी। 2010 में सत्ता से बेदखल होने के बाद कमला अब दौबारा इस देश की प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। उनके अलावा कोई भी महिला अब तक इस देश की प्रधानमंत्री नहीं बनी है। कमला इस देश की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री हैं। 

 

जीत के बाद कमला ने जताया आभार 

 

सोमवार 28 अप्रैल को चुनाव जीतने के बाद  देर रात समर्थकों की भीड़ के सामने कमला ने अपने विजय भाषण में चुनावी वादों को पूरा करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, 'यह जीत वरिष्ठ नागरिकों को उनकी पेंशन बनाए रखने के लिए है। यह जीत पब्लिक सर्वेंट्स को उनके उचित वेतन बढ़ोतरी पाने के लिए है, यह जीत बच्चों के अस्पताल को फिर से खोलने के लिए है। यह जीत हमारे बच्चों के हाथों में एक बार फिर लैपटॉप देने के लिए है। यह जीत 50,000 से अधिक नौकरियों के अवसर पैदा करने के लिए है। यह जीत आपकी है।'