यूक्रेन ने रविवार को रूस पर इतिहास का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया। हैरान करने वाले खुफिया ऑपरेशन के माध्यम से यूक्रेन के लगभग 117 ड्रोनों से रूस के 5 एयरबेस में भारी तबाही मचाई। खास बात यह है कि यूक्रेन ने अपनी सीमा से लगभग 4000 किमी अंदर घुसकर यह अटैक किया। अनुमान के मुताबिक यूक्रेन ने महज कुछ लाख रुपये के ड्रोन से यूक्रेनी एयरफोर्स को लगभग 7 बिलियन डॉलर का नुकसान पहुंचाया है। यूक्रेन के इस हमले से पूरी दुनिया हैरान है। आज बात करेंगे दुनिया के उन 5 हमलों की, जिसने सभी को हैरत में डाल दिया। इन हमलों के बाद क्या हुआ, यह भी जानेंगे?
1- पर्ल हार्बर हमला
7 दिसंबर 1941 में जापान ने अमेरिका के पर्ल हार्बर पर भीषण हमला किया था। जापनी हमले में अमेरिकी नौसेना को भारी नुकसान हुआ था। उसे अपने 188 विमान और 21 युद्धपोतों को खोना पड़ा। 3500 से अधिक सैनिकों की मौत ने पूरे अमेरिका को हिलाकर रख दिया। हमले के अगले दिन अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट ने द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका के शामिल होने का एलान किया।
अमेरिका का जवाब: अमेरिका ने पर्ल हार्बर का बदला जापान पर परमाणु हमले से लिया। 6 अगस्त 1945 को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा शहर पर परमाणु बम गिराया। हमले में शहर की लगभग 70 फीसदी इमारतें नष्ट हो गई थीं। वहीं 1.40 लाख लोगों को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी। 9 अगस्त को अमेरिका ने जापान के नागासाकी शहर पर हिरोशिमा से भी बड़ा प्लूटोनियम बम गिराया। लगभग 74 हजार जानें गईं।
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2- 9/11 आतंकी हमला
9/11 अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला है। इस हमले ने न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया को सन्न कर दिया था। अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन इसका मास्टरमाइंड था। 11 सितंबर 2001 की सुबह अमेरिका में अलकायदा के 19 आतंकियों ने चार हवाई जहाजों का अपहरण किया। दो विमान न्यूयॉर्क की तरफ बढ़े और यहां वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दो टावरों से जा भिड़े। हमले बाद दोनों टावर ढह गए। तीसरा विमान अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी में स्थित पेंटागन से टकराया। चौथा विमान व्हाइट हाउस से भिड़ने जा रहा था। मगर रास्ते में ही विमान के यात्रियों ने आतंकियों पर हमला कर दिया। बाद में यह विमान पेंसिल्वेनिया में क्रैश हो गया। इस आतंकी हमले में 3000 लोगों की जान गई।
अमेरिका ने कैसे किया पलटवार: 9/11 हमले के वक्त जॉर्ज डब्ल्यू बुश अमेरिका के राष्ट्रपति थे। उन्होंने तुंरत आतंकवाद के खिलाफ युद्ध का एलान किया। हमले के 7 महीने बाद अमेरिका ने 7 अक्टूबर 2001 को अफगानिस्तान पर सैन्य अटैक किया। कुछ ही समय में अफगानिस्तान से तलिबान की सरकार उखाड़ फेंकी और अलकायदा के ठिकानों पर भीषण बमबारी की। उधर, अमेरिका ने इराक पर हमला किया और सद्दाम हुसैन की सत्ता भी खत्म कर दी। 2 मई 2011 को अमेरिका ने पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतारने के बाद 9/11 का बदला लिया। उसकी यह लड़ाई 2 दशक तक अफगानिस्तान में जारी रही।
3- हमास का अटैक
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर सन्न कर देने वाला हमला किया। इसमें 1200 इजरायली नागरिकों की जान गई। लगभग 250 से अधिक लोगों को आतंकियों ने बंधक बनाकर गाजा ले गए।
इजरायल का जवाब: 8 अक्टूबर को इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग का एलान किया। इजरायली हमलों में गाजा में अब तक 50 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। हमास के सभी टॉप लीडर मारे जा चुके हैं। 605 दिन बीत जाने के बाद इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक युद्ध ने गाजा को 70 साल पीछे ढकेल दिया है। लगभग 60 फीसदी इमारतें नष्ट हो चुकी हैं। 57 फीसदी कृषि योग्य भूमि तबाह हो चुकी है।
4- हिजबुल्लाह का हमला
हमास के समर्थन में लेबनान के संगठन हिजबुल्लाह ने इजरायल की उत्तरी सीमा पर मोर्चा खोल दिया। हालात ऐसे बने कि इजरायल को तुरंत अपने 60 हजार नागरिकों को वहां से हटाना पड़ा। कई लोगों की जान गई।
पेजर व वॉकी-टॉकी हमले से दिया जवाब: इजरायल ने हिजबुल्लाह के हमले का जवाब 17 सितंबर 2024 को पेजर अटैक से दिया। इजरायली एजेंटों ने 10 साल पहले हिजबुल्लाह के पेजरों पर विस्फोट लगाए थे। सही वक्त आने पर इनमें धमाका किया। इन हमलों में हिजबुल्लाह के लगभग 4000 लड़ाके गंभीर घायल हुए थे। अगले दिन इजरायल ने वॉकी-टॉकी में सीरियल धमाके करके पूरे हिजबुल्लाह के मनोबल को तोड़ दिया। इसके बाद इजरायल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग का एलान किया और भारी बमबारी में उसके सरगना हसन नसरल्लाह समेत पूरी टॉप लीडरशिप को ही खत्म कर दिया।
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5- यूक्रेन का घातक ड्रोन अटैक
1 जून 2025 को यूक्रेन ने रूस पर ऑपरेशन 'स्पाइडरवेब' के तहत हमला किया। यह खुफिया मिशन यूक्रेन ने लगभग डेढ़ साल पहले शुरू किया और अंजाम अब दिया। सबसे पहले सस्ते ड्रोनों को तस्करी करके रूस ले जाया गया। यहां ट्रकों में भरकर एयरबेस के नजदीक तक पहुंचाया। अपने लक्ष्य में पहुंचने के बाद इन ड्रोनों ने रूस के 5 एयरबेस में भीषण तबाही मचाई। हमले में रूस के लगभग 40 बमवर्षक विमान तबाह हो गए हैं। रूस ने यूक्रेन पर दो रेलवे पुलों पर भी हमला करने का आरोप लगाया।
अब आगे क्या: रूस में यूक्रेन के ड्रोन अटैक की तुलना अमेरिका के पर्ल हार्बर से हो रही है। वहां के लोग सोशल मीडिया पर यूक्रेन का स्थायी समाधान खोजने की मांग करने लगे हैं। ड्रोन हमले की पर्ल हार्बर से तुलना पर सवाल भी उठने लगे हैं। दरअसल, पर्ल हार्बर के बाद अमेरिका ने जापान पर परमाणु हमला किया था तो अब सवाल यह है कि क्या रूस भी कुछ ऐसा कदम उठाएगा? इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं है, लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव काफी बढ़ गया है।