बांग्लादेश के एक मौलाना अचानक चर्चा में आ गए हैं। मौलाना अब्दुल कुद्दस फारुकी ने कहा है कि अगर बांग्लादेश की सेना उन्हें कहे तो वह प्लान बनाकर कोलकाता पर कब्जा कर लेंगे। मौलाना ने यह भी कहा कि उन्हें फाइटर जेट की जरूरत नहीं है, वह सुसाइड बॉम्बर्स की मदद से ही ऐसा कर लेंगे। 8 मार्च को सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए एक वीडियो में मौलाना अब्दुल कुद्दस फारुकी ने ये बातें कही थीं और अब यह वीडियो अचानक चर्चा में आ गया है। अल्लामा अब्दुल कुद्दस फारुकी नाम से बने फेसबुक पोस्ट पर ऐसे कई वीडियो मौजूद हैं जिनमें भारत विरोधी और हिंदू विरोधी बातें कही गई हैं।

 

मौलाना अब्दुल कुद्दस फारुकी ने तालिबान के आत्मघाती हमलों की तारीफ भी की है और कहा है कि उन्हें 70 फाइटर जेट की भी जरूरत नहीं है। रोचक बात है कि अगस्त 2024 में शेख हसीना का तख्तापलट होने के बाद अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं को बांग्लादेश में जमकर निशाना बनाया गया है और मौलाना अब्दुल कुद्दस फारुकी जैसी कट्टरपंथी और आक्रामक हो गए हैं। तख्तापलट के बाद से ही शेख हसीना भारत में रह रही हैं और बांग्लादेश में सरकार चला रहे लोग इस कोशिश में हैं कि शेख हसीना को वापस बांग्लादेश ले जाएं। हाल ही में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग पर प्रतिबंध भी लगा दिया गया है।

 

यह भी पढ़ें- 'मुझसे बात करने से डरते हैं पुतिन', मीटिंग से पहले जेलेंस्की का दावा


मौलाना ने कहा क्या है?

 

8 मार्च को हसन मेदिया के यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुए इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है। इस वीडियो में मौलाना अब्दुल कुद्दस सिद्दीकी ने कहा है, 'अगर बांग्लादेशी आर्मी मुझे कोलकाता पर कब्जा करने को कहती है तो मैं प्लान बनाऊंगा। 70 फाइटर जेट भूल जाइए। कोलकाता पर कब्जा करने के लिए मैं 7 प्लेन का भी इस्तेमाल नहीं करूंगा। मुझे 70 प्लेन की क्या जरूरत? अगर बांग्लादेशी आर्मी मुझे अनुमति देगी तो मैं कोलकाता में सुसाइड बॉम्बर भेज दूंगा।'

 

बांग्लादेश के कई हिंदू संगठनों ने इस वीडियो को छोटे-छोटे हिस्से सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। अपनी बातों के समर्थन में मौलाना ने कहा कि वह एक आयत के जरिए बता रहा है और इसका मतलब है, 'पहले मरो फिर मारो।' मौलाना ने आगे कहा, 'यह एक सफल तरीका है जिसका इस्तेमाल तालिबान ने अमेरिका और रूस जैसी सुपरवार को हराने में भी किया है।'

 

यह भी पढ़ें- ट्रंप का फायदा या नीति? 46 साल बाद सीरिया से प्रतिबंध क्यों हटा रहा US

 

मौलाना ने आगे कहा, 'तालिबाना के लड़ाके अपने शरीर पर बम बांधकर बाइक चलाते हुए सीधे आर्मी कैंप में जाते थे। उन्हें गोली मारी जाती थी लेकिन एक गोली आपको मार नहीं सकती है। वे बाइक लेकर कैंप की दीवार से टकरा जाते थे और जोरदार धमाका होता था जिसमें पूरा कैंप तबाह हो जाता था और 300 अमेरिकी सैनिक मारे जाते थे। पहले कौन मरा? बाइक सवार मुस्लिम। और उसने किसे मारा? काफिरों को।'

 

इसी वीडियो में मौलाना फारुकी ने आगे कहा है, 'मैं जानता हूं कि उनका पसंदीदा भोजन गोबर, मूत्र और कछुआ है। मैं जानता हूं कि वे कितने समझदार और शारीरिक तौर पर कितने कमजोर हैं। मैं सबकुछ जानता हूं। अगर आप यह सब नहीं जानते हैं तो आप मुस्लिम कमांडर नहीं बन जाते हैं। मैं जानता हूं कि ये हिंदू खून देखकर कितना डर जाते हैं। ये मूर्तिपूजक लोग खून देखकर कांप जाते हैं।'