पहलगाम अटैक पर भारत के ऐक्शन के बाद अब पाकिस्तान में हलचल बढ़ गई है। भारत को जवाब देने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक बुलाई है। डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार ने इसकी जानकारी दी।


इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में पाकिस्तान के खिलाफ 5 कड़े फैसले लिए गए हैं। भारत ने सबसे बड़ा हमला करते हुए पाकिस्तान के साथ हुए सिंधु जल समझौते को रोक दिया है। 


इसके जवाब में ही अब गुरुवार को पाकिस्तान सरकार भी नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में तीनों सेनाओं के चीफ और कुछ कैबिनेट मंत्री मौजूद होंगे।

 

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भारत के ऐक्शन से बौखलाया पाकिस्तान!

भारत ने जिस तरह से ऐक्शन लिया है, उससे पाकिस्तान बौखला गया है। डिप्टी पीएम इशाक डार ने जियो न्यूज के एक प्रोग्राम में भारत की कार्रवाई को 'अनुचित' बताया है। 

 


पहलगाम अटैक में पाकिस्तान की भूमिका पर इशाक डार ने कहा, 'इस बात का कोई सबूत नहीं है। इस तरह अपना गुस्सा जाहिर करना सही नहीं है।' उन्होंने कहा, 'पहलगाम में जब यह घटना हुई, तब हम तुर्किए में थे लेकिन हम घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।'

 

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TRF से हमारा कोई संबंध नहीं, डार का दावा

जियो न्यूज के कार्यक्रम में भारत की कार्रवाई पर इशाक डार ने कहा, 'ऐसा लगता है कि यह प्रतिक्रिया बिना सोचे-समझे ली गई है। यह अहंकारी घोषणाएं हैं।' उन्होंने दावा करते हुए भारत में किसी भी हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया जाता है।


डार ने दावा करते हुए कहा, 'जिस तेजी से यह कार्रवाई की गई है, उससे मालूम होता है कि यह राजनीतिक चाल भी हो सकती है। अगर वे हमें सबूत देते हैं तो हम इसकी सराहना करेंगे लेकिन उनकी हरकतें राजनीति से प्रेरित हैं।' इशाक डार ने आगे दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान का उस संगठन से कोई संबंध नहीं है, जिसने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।


पहलगाम में हमले की जिम्मेदार द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली है। यह पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। 


इशाक डार ने आरोप लगाते हुए कहा, 'इस घटना का लाभ उठाकर प्रचार करने के बजाय, वे हमें सबूत दे सकते थे। वे दोष मढ़ने का खेल करने की कोशिश कर रहे हैं।' डार ने कहा कि हम एक परिपक्व राष्ट्र के रूप में जवाब देंगे।

 

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सिंधु जल समझौते पर क्या बोला पाकिस्तान?

भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया है। इससे भी पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने समझौते के अनुच्छेद 12 के प्रावधानों को पोस्ट करते हुए कहा, 'इन क्लॉज को किसी व्याख्या की जरूरत नहीं है। भारत क्या कर सकता है और क्या नहीं कर सकता है, यह इसमें साफ तौर से लिखा है। पाकिस्तान भी इसी प्रक्रिया से बंधा है। कई सालों से भारत अलग-अलग बहाने बनाकर इस संधि से अलग होने की कोशिश कर रहा है। वह आतंकवाद की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का इस्तेमाल सिर्फ अपनी पुरानी इच्छा को पूरा करने के लिए कर रहा है।'

 


इसके बाद जियो न्यूज के कार्यक्रम में बोलते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'पाकिस्तान को भारत के गंभीर आरोपों पर तत्काल नहीं, बल्कि सोच-समझकर प्रतिक्रिया देनी चाहिए।'


इससे पहले एक स्थानीय चैनल को दिए इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने दावा किया था कि इस हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है। आसिफ ने कहा था, 'भारत में कई सारे संगठन हैं। हम आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करते हैं, क्योंकि पाकिस्तान आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।' 

 

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पहलगाम अटैक पर भारत ने क्या किया?

पहलगाम अटैक में 5 आतंकियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। इनमें से तीन आतंकी पाकिस्तानी थे। बुधवार शाम को ढाई घंटे तक चली CCS की बैठक में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े फैसले लिए हैं। पहला फैसला तो सिंधु जल संधि को निलंबित करने का लिया गया है।


इसके अलावा, भारत ने तत्काल प्रभाव से अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को भी बंद कर दिया है। साथ ही अब पाकिस्तानी नागरिकों को सार्व वीजा छूट योजना के तहत भारत आने की इजाजत नहीं होगी। अभी जो पाकिस्तानी इस योजना के तहत भारत आए हैं, उन्हें 48 घंटे में वापस जाना होगा। 


प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायुसेना के सलाहकारों को 'अवांछित व्यक्ति' करार दिया गया है। इन्हें एक हफ्ते में भारत छोड़ना होगा। भारत भी इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग के सैन्य, रक्षा, नौसेना और वायुसेना के सलाहकारों को भी वापस बुलाएगा। इसके अलावा, पाकिस्तान को अब नई दिल्ली में अपने उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या 30 करनी होगी। अभी इनकी संख्या 55 है। 

 

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पहलगाम में 26 लोगों की हुई थी हत्या

मंगलवार दोपहर पौने तीन बजे आतंकियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी में कत्लेआम मचाया था। इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में दो विदेशी नागरिक भी हैं। चश्मदीदों ने दावा किया है कि आतंकियों ने धर्म पूछकर गोली मारी। उनका कहना है कि आतंकियों ने सिर्फ हिंदुओं को ही निशाना बनाया। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा।