पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान को रक्षा, जल से लेकर व्यापारिक मोर्चों पर घेर लिया है। भारत ने पाकिस्तान के उपर सैन्य कार्रवाई करने की बात तो नहीं कही है लेकिन खुद पाकिस्तान के नेता बोल रहे हैं कि दिल्ली आने वाले समय में उनपर हमला कर सकता है। इस टेंशन भरे माहौल में पाकिस्तान का शेयर बाजार सहम गया है, जिसकी वजह से इसमें भारी गिरावट दर्ज की गई है।

 

पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमला हुआ था। हमले के एक दिन बाद 23 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच पाकिस्तान में KSE-100 इंडेक्स में 7,100 से ज्यादा अंकों की गिरावट आई है। पिछले दस दिनों में मार्केट में 6 फीसदी की गिरावट आई है। पाकिस्तान के शेयर बाजार में आई यह गिरावट दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।

 

30 अप्रैल को दर्ज सबसे बड़ी गिरावट

 

शेयर मार्केट में सबसे बड़ी गिरावट 3,545 अंक की 30 अप्रैल को दर्ज की गई है। इस एक दिन में मार्केट 3.09 फीसदी गिर गई। इस गिरावट से पाकिस्तान के शेयर धराशायी हो गए और लोगों को भारी नुकसान हुआ है।

 

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शुक्रवार को 2,785 अंक की बढ़त

 

हालांकि, शुक्रवार (2 मई) को बाजार में बेहतर सुधार देखने को मिला। मार्केट 2.5 फीसदी के साथ 2,785 अंक बढ़कर 114,119 पर पहुंच गया। विशेषज्ञों ने लोगों को सुझाव देते हुए कहा है कि जब भारत-पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक स्थिति में सुधार नहीं होता तब तक तक यह उछाल अस्थायी है।

 

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भारत ने कड़ाई की

 

बता दें कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के ऊपर कड़ाई करते हुए जवाबी कार्रवाई की है। इसके तहत भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा अटारी में चेक पोस्ट को बंद करना, उच्चायोग में राजनयिक कर्मियों की संख्या में कमी करना शामिल है। 

 

इस बीच दोनों देशों की सेना सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी कर रही हैं। भारत की तरफ से पाकिस्तान को उसकी भाषा में माकूल जवाब दिया जा रहा है। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की आर्मी, नेवी और वायु सेना को फ्री हैंड दे दिया है।