प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना' से सम्मानित किया गया है। सम्मानित होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा का शुक्रिया अदा किया। 


पीएम मोदी ने कहा, 'घाना के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित होना मेरे लिए गर्व और सम्मान की बात है। मैं राष्ट्रपति महामा, घाना सरकार और घाना के लोगों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। मैं 1.4 अरब भारतीयों की ओर से विनम्रतापूर्वक यह सम्मान स्वीकार करता हूं।'


उन्होंने कहा कि वह इस पुरस्कार को दोनों देशों के युवाओं को समर्पित करते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं इस पुरस्कार को हमारे युवाओं की आकांक्षाओं, उनके उज्ज्वल भविष्य, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं और भारत-घाना के बीच ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित करता हूं।'

 

 

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घाना के राष्ट्रपति से की मुलाकात

प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को घाना पहुंचे थे। यह 10 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। बुधवार को उन्होंने घाना के राष्ट्रपति महामा के साथ बैठक की। राष्ट्रपति महामा ने भारत-घाना के रिश्तों को 'कॉम्प्रिहेंसिव पार्टनरशिप' बताया।


वहीं, पीएम मोदी ने कहा, 'राष्ट्रपति और मैं अपने द्विपक्षीय संबंधों को 'व्यापक साझेदारी' के स्तर तक बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। भारत सिर्फ एक भागीदार नहीं है। यह राष्ट्र-निर्माण की दिशा में घाना की यात्रा में सह-यात्री के रूप में खड़ा है।' उन्होंने यह भी बताया कि नई पार्टनरशिप के तहत भारत, घाना में वोकेशनल एजुकेशन के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर सेटअप करेगा। साथ ही घाना के 'फीड घाना' प्रोग्राम का भी सपोर्ट करेगा।

 


जॉइंट प्रेस ब्रीफिंग में पीएम मोदी ने बताया कि भारत अगले 5 साल में घाना के साथ कारोबार दोगुना करने और UPI सिस्टम साझा करने की योजना बना रहा है। 


पीएम मोदी ने कहा, 'हम आतंकवाद को मानवता के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में पहचानने में एकजुट हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में घाना के बहुमूल्य सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हैं।'

 

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4 MoU पर हुए साइन

पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत और घाना के बीच 4 अहम समझौतों पर भी दस्तखत हुए।

  1. कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम (CEP): इसका मकसद भारत और घाना के बीच सांस्कृतिक समझ को बढ़ाना है। इसमें कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और सांस्कृतिक धरोहर के क्षेत्र में आदान-प्रदान होगा। 
  2. BIS और GSA में समझौताः भारत के ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) और घाना स्टैंडर्ड अथॉरिटी (GSA) के बीच समझौता हुआ है। यह समझौता मानकीकरण (स्टैंडर्डाइजेशन), सर्टिफिकेशन और क्वालिटी चेकिंग (कन्फर्मिटी असेसमेंट) में सहयोग के लिए है।
  3. ITAM और ITRA में समझौता: पारंपरिक मेडिकल एजुकेशन, ट्रेनिंग और रिसर्च पर काम करने के लिए भारत के इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेडिशनल एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन (ITAM) और घाना के इंस्टीट्यूट ऑफ टीचिंग एंड रिसर्च एंड आयुर्वेद (ITRA) के बीच समझौता हुआ है।
  4. जॉइंट कमीशन मीटिंग पर MoU: इस समझौते का मकसद दोनों देशों के बीच हाई-लेवल बातचीत को नियमित करना है। इसके तहत एक जॉइंट कमीशन बनेगी, जो समय-समय पर मिलकर भारत-घाना के बीच सहयोग की प्रगति की समीक्षा करेगी और नए मौके तलाशेगी।

 

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5 देशों की यात्रा पर हैं पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी अपनी अब तक की सबसे लंबी डिप्लोमैटिक यात्रा पर हैं। पीएम मोदी 8 दिन में 5 देशों का दौरा करेंगे। उनकी यह यात्रा 2 जुलाई से शुरू हो गई है और 9 जुलाई को खत्म होगी। बीते 10 साल में पीएम मोदी का यह सबसे लंबा विदेश दौरा होगा।


विदेश मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा अफ्रीकी देश घाना से शुरू होगा। घाना से पीएम मोदी कैरेबियाई देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो और फिर अर्जेंटिना जाएंगे। अर्जेंटिना से पीएम मोदी ब्राजील जाएंगे। दौरे के सबसे आखिरी में पीएम मोदी नमीबिया का दौरा करेंगे।