कौथोलिक चर्च के 266वें पोप फ्रांसिस की तबीयत खराब है। उनकी सेहत गंभीर स्थिति में बनी हुई है। 80 साल की उम्र में निमोनिया से जूझ रहे पोप के स्वास्थ्य के लिए दुनियाभर में प्रार्थनाएं की जा रही हैं। पोप फ्रांसिस 14 फरवरी को गेमेली हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए थे। 

शुरुआत में उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें एनिमिया भी हुआ है, जिसकी वजह से खून चढ़ाना पड़ा है। पोप जिस अस्पताल में है, वह रोम में है।  अब उनके उत्तराधिकार को लेकर चर्चा छिड़ी है। 

पोप फ्रांसिस के संभावित उत्तराधिकारी कौन हैं?
अभी तक पोप फ्रांसिस ने अपना कोई उत्तराधिकारी नामित नहीं किया है। पोप का उत्तराधिकारी कोई भी रोमन कैथोलिक बन सकता है। पोप की विरासत आमतौर पर कार्डिनल ही संभालते हैं।

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कार्डिनल कौन होते हैं?

कार्डिनल कैथोलिक चर्च के वरिष्ठ धर्मगुरु होते हैं। ये पोप की सलाहकार मंडली में होते हैं। इनके पास नए पोप के चुनाव का अधिकार होता है। वे चर्च की सर्वोच्च परिषद कॉलेज ऑफ कार्डिनल का सदस्य होते हैं। कार्डिनल चर्च के प्रशासन, नीति-निर्माण और महत्वपूर्ण फैसलों पर पोप की मदद करते हैं। वे वेटिकन और अन्य देशों में चर्च से जुड़े मामलों पर नजर रखते हैं।

अभी कितने कार्डिनल हैं? कौन हो सकते हैं नए पोप?
वेटिकन सिटी में 253 कार्डिनल हैं। वोटिंग के अधिकार से 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बाहर रखा जाता है। सिर्फ 138 कार्डिनल के पास ही मतदान का अधिकार है। आइए जानते हैं कौन अगले पोप हो सकते हैं-  

कार्डिनल फ्रिडोलिन अम्बोंगो बेसुंगु: इनकी उम्र 65 साल है। वह सिंपोजियम ऑफ एपिस्कोपल कॉन्फ्रेंस ऑफ अफ्रीका एंड मेडागास्कर के अध्यक्ष हैं। वह अफ्रीकी कैथोलिक धर्म के प्रमुख प्रतिनिधि हैं। पोप फ्रांसिस ने उन्हें साल 2019 में कार्डिनल के रूप में नियुक्त किया।

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कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन:
कार्डिनल पिएत्रो वेटिकन के गृह सचिव हैं। एक दशक से अधिक समय से वे पोप फ्रांसिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। वेटिकन की राजनीति में उनकी पकड़ उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाती है। उन्हें 2014 में कार्डिनल के पद पर प्रमोट हुए थे। उनकी उम्र 70 साल है।

कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन. (Photo Credit: wikipedia)

कार्डिनल रेमंड बर्क: रेमंड बर्क, कैथलिक कंजर्वेटिव नीतियों के धुर समर्थक हैं। वह लैटिन वर्ग के मजबूत नेता हैं। वह पोप फ्रांसिस के सुधारों की आलोचना करते हैं। वह साल 2010 में कार्डिनल बने थे। उनकी उम्र भी 70 साल है। 

 
कार्डिनल पीटर एर्डो: पीटर एड्रो 72 साल के हैं। वह यूरोप के बिशप सम्मेलन परिषद के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह रूढ़ीवादी परंपराओं के पोषक हैं। वह तलाकशुदा और पुनर्विवाहित कैथोलिकों को 'होली फूड' का अधिकार नहीं देना चाहते हैं। वह साल 2003 में कार्डिनल बने। 

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कार्डिनल लुइस एंटोनियो टैगले: लुइस एंटोनियो की उम्र 67 साल है। एंटोनियो टैगले एशियाई हैं। वह बेहद प्रगतिशील हैं। पोप फ्रांसिस की राह पर चलते हैं। उन्हें साल 2012 में कार्डिनल बनाया गया था। वह LGBT समुदाय के साफ पक्षपातपूर्ण रवैये पर सवाल उठाते हैं।

कार्डिनल लुइस एंटोनियो टैगले. (Photo Credit: Social Media)

कब पोप दे सकते हैं इस्तीफा?
 पोप फ्रांसिस की सेहत को देखते हुए दुनियाभर में उनकी विरासत को लेकर चर्चा हो रही है। अगर पोप फ्रांसिस, पोप बेनेडिक्ट XVI की तरह बीमार होने की वजह से इस्तीफा देते हैं तो उनकी विरासत कौन संभालेगा, यह बड़ा सवाल है। एक पोप कुछ विशेष परिस्थितियों में इस्तीफा दे सकता है। बीमार होने के बाद पोप बेनेडिक्ट XVI ने साल 2013 में पद छोड़ दिया।

कैनन कानून के मुताबिक अगर पोप औपचारिक तौर पर इस्तीफे का ऐलान करते हैं तो वह इस्तीफा दे सकते हैं। उनके कहने से ही इस्तीफा वैध माना जाता है। पोप के इस्तीफे के बाद, एक नया पोप चुनने के लिए एक सम्मेलन आयोजित किया जाता है। 


कैसे होता है पोप का चुनाव?
जब किसी पोप का निधन हो जाता है या वे अपना पद छोड़ देते हैं तब कार्डिनल मिलकर नए पोप का चुनाव करते हैं। यह चुनाव वेटिकन सिटी में सिस्टिन चैपल में होता है।