यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलिंस्की का मानना है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कमजोर हो चुके नाटो के लिए अमेरिकी समर्थन को कम करते हैं तो रूस उसके खिलाफ युद्ध छेड़ सकता है।

 

म्युनिख सिक्युरिटी कॉन्फ्रेंस में एक इंटरव्यू के दौरान जेलिंस्की कहा कि ट्रंप के पास व्लादिमीर पुतिन पर सीजफायर के लिए दबाव बना सकते थे। हालांकि, उन्होंने इस बात के लिए भी आगाह किया कि रूस के नेताओं पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

 

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'रूस कर सकता है प्रसार'

जेलिंस्की ने आगे कहा कि इस बात की पूरी संभावना है कि पुतिन नाटो के कमजोर होने का इंतजार कर रहे हों। जो कि अगर अमेरिका अभी यूरोप से अपनी सेना को हटाने के बारे में सोचेगा तो हो सकता है।

 

 रूस अपने सीमा क्षेत्र का तेजी से प्रसार करने के बारे में सोच सकता है। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि वे यूरोप का 30 प्रतिशत हिस्सा लेना चाहेंगे, 50 प्रतिशत हिस्सा लेना चाहेंगे, मैं नहीं जानता, कोई नहीं जानता। लेकिन इस बात की संभावना रहेगी।'

 

म्युनिख कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यूरोपियन आर्मी बनाने पर जोर दिया क्योंकि उनका मानना था कि अमेरिका पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

ट्रंप ने की थी घोषणा

जेलिंस्की का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने ऐलान किया है कि सीनियर अमेरिकी अधिकारियों की एक टीम मॉस्को और कीव के काउंटरपार्ट्स से सऊदी अरब में मुलाकात करेगी।

 

ट्रंप ने इस हफ्ते यह भी घोषणा की थी कि वे इस संकट को खत्म करने के लिए जल्द ही पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं। 

 

जेलिंस्की ने कहा कि ट्रंप से बातचीत के दौरान उन्हें ऐसा लगा कि पुतिन निगोशिएशन के लिए तैयार हैं।


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