सीरिया में हयात तहरीर अल-शाम (HTS)  सुरक्षा बलों और असद के लड़ाकों के बीच 6 मार्च को लताकिया प्रांत में भीषण संघर्ष हुआ। इसमें सत्ता से बेदखल किए गए असद सरकार के कम से कम 80 लड़ाके मारे गए। वहीं, 25 लड़ाकों को गिरफ्तार किया गया है।

 

वहीं, अपदस्थ सीरियाई नेता बशर अल-असद के प्रति वफादार बंदूकधारियों ने लताकिया में घात लगाकर कम से कम 15 सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी है। बता दें कि लताकिया एक तटीय क्षेत्र है जो अल असद परिवार से संबंधित अलावी अल्पसंख्यक संप्रदाय का गढ़ माना जाता है। 

 

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नई सरकार के लिए चुनौती

सीरियाई सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, हमलों के बाद तनाव बहुत बढ़ गया है। तीन महीने पहले असद शासन के पतन के बाद, यह संघर्ष नई सरकार के सामने सबसे बड़ी सुरक्षा चुनौती बनकर साबित हुई है। सीरियाई सरकार ने हामा, होम्स और इदलिब में दर्जनों सैन्य वाहन लताकिया शहर भिजवाया है।

 

हमले के तुरंत बाद, असद के एक कमांडर ने एक वीडियो जारी किया और कहा कि नई सरकार के खिलाफ एक नई  'कोस्टल शील्ड रेजिमेंट' समूह का गठन किया गया है। लताकिया में सुरक्षा बलों ने घोषणा की कि स्थिति अब नियंत्रण में है और कई हमलावर मारे गए हैं, जबकि कई पकड़े भी गए हैं। संघर्ष के बीच लताकिया और तटीय शहर टार्टस में कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है। 

 

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असद परिवार भागा रूस

बता दें कि सीरिया पर विद्रोहियों के कब्जे के बाद बशर अल-असद अपने परिवार सहित रूस भाग गए। पिछले 50 साल से सीरिया में असद परिवार का शासन था। असद शिया समुदाय से आते हैं और सीरिया एक सुन्नी बहुल देश है।