अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले साल 20 जनवरी 2025 को शपथ लेकर देश की सत्ता संभालेंगे। लेकिन राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने से पहले डोनाल्ड ट्रंप अपने प्रशासन के लिए एक मजबूत टीम बना रहे हैं। इस टीम में खास तौर से ट्रंप भारतीयों को जगह दे रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप की टीम में एक नए भारतीय जय भट्टाचार्य की एंट्री हुई है।

 

इस तरह से ट्रंप सरकार बनने के बाद बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है, जिसमें भारतीय मूल के लोगों की अहम भूमिका होगी। अमेरिका के होने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जय भट्टाचार्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (National Institutes of Health) के निदेशक के तौर पर नामित किया है।

कोलकाता से है जय का ताल्लुक

जय का ताल्लुक कोलकाता से है। वह अर्थशास्त्री हैं और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई की है। जय भट्टाचार्य अमेरिका की कोविड नीति के सबसे बड़े आलोचकों में से एक थे। अब वे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की जिम्मेदारी संभालेंगे। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ अमेरिका में मेडिकल रिसर्च के लिए पैसों का प्रमुख स्रोत है, जिसका बजट 47.3 बिलियन डॉलर है। 

 

पिछले कई सालों में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ को रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर की ओर से जांच का सामना करना पड़ रहा है। देश के अंदर स्वास्थ्य सेवा डोनाल्ड ट्रंप की पसंद है क्योंकि वह इससे अमेरिकी लोगों की सेवा करना चाहते हैं।

27 संस्थानों और केंद्रों का मैनेजमेंट हाथ में

दरअसल, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के डायरेक्टर अमेरिका के 27 संस्थानों और केंद्रों का मैनेजमेंट संभालते हैं। यह संस्थान महामारी के साथ अन्य टीकों से लेकर नई दवा बनाने को लेकर रिसर्च करता है।

 

कोरोना महामारी के दौरान जय भट्टाचार्य ने दो अन्य एकेडमिशियन के साथ मिलकर अक्टूबर 2020 में ग्रेट बैरिंगटन घोषणा पब्लिश किया था। इस घोषणा में कोरोना वायरस से डरने वाले लोगों को अपने सामान्य जीवन में वापस लौटने का आह्वान किया था।

1997 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी मेडिसिन से ग्रेजुएशन

भट्टाचार्य ने साल 1997 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन से ग्रेजुएशन किया और साल 2000 में स्टैनफोर्ड से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की। नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च में रिसर्च सहयोगी के रूप में जय भट्टाचार्य स्टैनफोर्ड के जनसांख्यिकी एवं स्वास्थ्य एवं वृद्धावस्था अर्थशास्त्र केंद्र का निर्देशन भी करते हैं।

गरीब आबादी के स्वास्थ्य पर रिसर्च

जय भट्टाचार्य का शोध गरीब आबादी के स्वास्थ्य और कल्याण पर केंद्रित है। इसमें सरकारी कार्यक्रमों, जैव-चिकित्सा नवाचार और अर्थशास्त्र की भूमिका को लेकर रिसर्च की गई है। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर को अमेरिका के अगले स्वास्थ्य और मानव सेवा सचिव के रूप में नियुक्त किया है। 

 

बता दें कि जय भट्टाचार्य से पहले नव-निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी को अपने प्रशासन में जगह दी है। वहीं अमेरिका की हिंदू तुलसी गबार्ड को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।

बाइडेन और ओबामा के दौरान भारतीय मूल के अधिकारी

वहीं, बराक ओबामा के आठ साल के कार्यकाल के दौरान 50 से ज्यादा भारतीय-अमेरिकियों को प्रमुख प्रशासनिक पदों पर नियुक्त किया गया था। जबकि, जो बाइडेन प्रशासन में 130 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों को प्रमुख पदों पर नियुक्त किया है, जो समुदाय का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व है।