अमेरिका की सत्ता संभालने के बाद अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने 'मास डिपोर्टेशन' के प्लान पर काम शुरू कर दिया है। व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने बताया कि अवैध अप्रवासियों के डिपोर्टेशन में तेजी लाने के लिए अब अतिरिक्त विमान उतारे जाएंगे।


ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अवैध अप्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए पिछले साल सैकड़ों विमान उतारने के बावजूद भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। इसी चुनौती से निपटने के लिए अब ट्रंप सरकार ने मिलिट्री प्लेन को भी तैनात करना शुरू कर दिया है। 

क्या है ट्रंप का प्लान?

स्टीफन मिलर ने बताया कि ट्रंप सरकार डिपोर्टेशन में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त विकल्प तलाश कर रहा है। इसमें होमलैंड सिक्योरिटी और डिफेंस डिपार्टमेंट भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि होमलैंड सिक्योरिटी, डिफेंस डिपार्टमेंट, कमर्शियल फ्लाइट और चार्टर्ड फ्लाइट्स हैं, इसलिए वैध तरीके से अवैध अप्रवासियों को इनसे डिपोर्ट किया जा सकता है।


इस बीच ट्रंप सरकार ने अवैध अप्रवासियों को बाहर निकलने के लिए C17 जैसे मिलिट्री विमान भी तैनात कर दिए हैं। इन विमानों का इस्तेमाल आमतौर पर सैनिकों को लाने-ले जाने के लिए किया जाता है। अब इनसे अवैध अप्रवासियों को डिपोर्ट किया जाएगा।

अफगानिस्तान से अमेरिकियों को निकालने वाले विमान भी आएंगे

अगस्त 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद जिन विमानों से वहां फंसे अमेरिकियों को निकाला गया था, अब उनसे ही अवैध अप्रवासियों को भी निकाला जाएगा। बताया जा रहा है कि ट्रंप सरकार सिविल रिजर्व एयर फ्लीट (CRAF) का भी इस्तेमाल कर सकती है। 


अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञ टॉड हैरिसन ने कहा, 'अगर आप 1 लाख लोगों को डिपोर्ट करने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको बहुत सारी उड़ानों की जरूरत होगी। आपको लोगों को डिपोर्ट करने में जितना ज्यादा समय लगेगा, उतनी ही ज्यादा उन्हें रखने के लिए अस्थाई सुविधाओं की जरूरत होगी। इसलिए अगर सुविधाएं नहीं हैं तो लोगों को जल्दी से जल्दी डिपोर्ट करना होगा।'


स्टीफन मिलर ने कहा कि ट्रंप सरकार उन लोगों को भी डिपोर्ट करने की तैयारी कर रही है, जिन्हें मानवीय पैरोल मिली है। डिजिटल फुटप्रिंट, बैंक रिकॉर्ड जैसी जानकारियों का उपयोग करके इन्हें निकाला जाएगा।