अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। दूसरी बार राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद ट्रंप का यह अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में पहला संबोधन है। संबोधन की शुरुआत करते हुए ट्रंप ने 'अमेरिका इज बैक' का नारा दिया। उन्होंने दावा करते हुए कहा, 'हमने 43 दिनों में इतना कुछ हासिल कर लिया है जितना पिछली सरकारें 4 साल या 8 साल में नहीं कर पाईं और अभी हम शुरुआत कर रहे हैं।'


संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, 'अमेरिका इज बैक। 6 हफ्ते पहले मैं कैपिटल हिल्स की गुंबद के नीचे खड़ा था और अमेरिका के गोल्डन एज की घोषणा की थी। उसी पल से अमेरिका को महान बनाने और सबसे सफल युग को सुनिश्चित करने के लिए तेज और बिना रुके कार्रवाई की है।'


ट्रंप ने कहा, 'पिछले 6 हफ्तों में मैंने 100 से ज्यादा एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए हैं और 400 से ज्यादा एग्जीक्यूटिव एक्शन लिए हैं। लोगों ने मुझे इस काम के लिए चुना है और मैं इसे कर रहा हूं।'

 

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बाइडेन को लेकर क्या बोले ट्रंप?

ट्रंप ने अपने संबोधन में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति बताया। ट्रंप ने कहा, 'शपथ लेने के कुछ घंटों के भीतर ही मैंने हमारी दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की घोषणा कर दी। मैंने हमारे देश में घुसपैठ को रोकने के लिए अमेरिकी सेना और पेट्रोलिंग यूनिट को तैनात किया और उन्होंने क्या किया था? पिछले महीने अवैध घुसपैठियों की अब तक सबसे कम घटनाएं दर्ज की गईं। अमेरिकी इतिहास के सबसे खराब राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हर महीने लाखों अवैध प्रवासियों को अमेरिका में घुसने का मौका दिया था।'

 

'हमें बुरी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी'

संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ट्रंप पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा, 'हमें पिछली सरकार से बुरी अर्थव्यवस्था और जबरदस्त महंगाई मिली है। उनकी नीतियों ने ऊर्जा की कीमतों को बढ़ा दिया है। लाखों अमेरिकियों के लिए रोजमर्रा की जरूरतों को दूर कर दिया। हमने 48 साल में सबसे खराब मुद्रास्फीति का सामना किया। राष्ट्रपति के तौर पर मैं इस नुकसान को दूर करने और अमेरिका को फिर से दुरुस्त करने के लिए हर रोज लड़ रहा हूं।'

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टैरिफ को लेकर क्या बोले ट्रंप?

अपने संबोधन में ट्रंप ने टैरिफ का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, 'कई देशों ने दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है और अब उन पर टैरिफ लगाने की बारी हमारी है। यूरोपीय संघ, चीन, ब्राजील, भारत और कई सारे देश हमसे बहुत ज्यादा टैरिफ वसूलते हैं। भारत हमसे 100% टैरिफ वसूलता है। यह अमेरिका के लिए सही नहीं है। 2 अप्रैल से हम रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करेंगे और जो देश हम पर जितना टैरिफ लगाते हैं, हम भी उतना ही टैरिफ लगाएंगे।'

 

एलन मस्क और DOGE की तारीफ

ट्रंप ने अपने संबोधन में एलन मस्क और DOGE की जमकर तारीफ की। ट्रंप ने DOGE का जिक्र करते हुए कहा, 'महंगाई से निपटने के लिए हम न सिर्फ ऊर्जा की लागत कम करेंगे बल्कि टैक्सपेयर्स के पैसों की बर्बादी को भी रोकेंगे।' उन्होंने मस्क की तरफ इशारा करते हुए कहा, 'एलन बहुत मेहनत कर रहे हैं। उन्हें इतनी मेहनत करने की जरूरत नहीं थी।' ट्रंप ने विपक्षी डेमोक्रेटिक सांसदों की ओर इशारा करते हुए कहा, 'हर कोई उनके काम की तारीफ करता है। बस इसे मानता नहीं है।'

ट्रंप ने किया टैक्स कटौती का ऐलान

संबोधन के दौरान ट्रंप ने अमेरिकियों के लिए टैक्स कटौती का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा, 'हम इतिहास की सबसे महान अर्थव्यवस्था बनाएंगे और सभी के लिए टैक्स कटौती का बिल लेकर आएंगे। मुझे यकीन है कि डेमोक्रेट्स टैक्स कटौती के लिए वोट करेंगे, वरना जनता उन्हें कभी सत्ता नहीं सौंपेगी।'


ट्रंप ने कहा, 'हम गोल्ड कार्ड वीजा सिस्टम लाने जा रहे हैं, जिससे 50 लाख डॉलर निवेश कर अमेरिकी नागरिकता मिलेगी। इससे हमें बहुत पैसा मिलेगा। हम इससे अपना कर्ज उतारेंगे।'

 

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पनामा, गल्फ ऑफ मेक्सिको और ग्रीनलैंड का जिक्र

ट्रंप ने अपने संबोधन में पनामा नहर, गल्फ ऑफ मेक्सिको और ग्रीनलैंड का जिक्र भी किया। ट्रंप ने पनामा नहर को लेकर कहा, 'हमने इसे चीन को कभी नहीं दिया। हमने इसे पनामा को दिया था और अब हम इसे वापस लेने जा रहे हैं।' ट्रंप ने ऐलान किया कि अब 'गल्फ ऑफ मेक्सिको' का नाम बदलकर 'गल्फ ऑफ अमेरिका' कर दिया है।


वहीं, ग्रीनलैंड को लेकर ट्रंप ने कहा, 'हम ग्रीनलैंड के लोगों के अधिकारों का सम्मान करते हैं लेकिन हम चाहते हैं कि वह हमारा हिस्सा बने। हम आपको समृद्ध बनाएंगे इसलिए हमारे साथ आ जाएं, वरना हम किसी न किसी तरीके से ऐसा कर ही लेंगे।'

 

ट्रंप बोले- यूक्रेन जंग खत्म हो

ट्रंप ने संबोधन के दौरान यूक्रेन जंग के खत्म करने की बात भी की और कहा कि अमेरिका अपना समर्थन जारी रखेगा। ट्रंप ने कहा, 'इस भयावह और क्रूर संघर्ष में लाखों यूक्रेनी और रूसी मारे गए हैं या घायल हुए हैं और इसका अंत नजर नहीं आ रहा है। अमेरिका ने बिना कुछ चाहे यूक्रेन को अरबों डॉलर की मदद की है। हम इस जंग को खत्म करने के लिए भरपूर कोशिश कर रहे हैं।'

 

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'आज सुबह मुझे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का खत मिला। इसमें लिखा है कि यूक्रेन स्थायी शांति के लिए जल्द से जल्द बातचीत की टेबल पर आने के लिए तैयार है। इसके साथ ही हमने रूस से भी बात की है और हमें इस बात के संकेत मिले हैं कि वह भी शांति के लिए तैयार है।'

 

ट्रंप ने दावा किया कि अगस्त 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद पुतिन को यूक्रेन पर हमला करने का विचार आया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बाइडेन ने उस स्थिति को संभाला था, उससे पुतिन को लगा कि यही मेरे लिए असली मौका है।