'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' के वादे पर चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप अब एक और नया फैसला लेने वाले हैं। ट्रंप अब अमेरिकी नागरिकों को इनकम टैक्स से छूट देने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि अमेरिकी नागरिकों की बजाय विदेशों पर इनकम टैक्स लगाया जाना चाहिए। इससे अमेरिका एक बार फिर अमीर बन जाएगा।


राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिकी नागरिकों की कमाई बढ़ाने के लिए इनकम टैक्स को खत्म करने का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने इसे अमेरिका को फिर से 'अमीर' बनाने की दिशा में कदम बताया है।

क्या है ट्रंप का प्लान?

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'अमेरिका के लिए उस सिस्टम में लौटने का समय आ गया है, जिसने हमें पहले से ज्यादा अमीर और ज्यादा ताकतवर बनाया है। विदेशियों को समृद्ध करने के लिए अपने नागरिकों पर टैक्स लगाने की बजाय हमें अपने नागरिकों को समृद्ध करने के लिए विदेशियों पर टैक्स लगाना चाहिए।'


ट्रंप ने ये बात हाउस रिपब्लिकन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने तर्क दिया कि 1870 से 1913 के बीच अमेरिका सबसे समृद्ध था, क्योंकि उस वक्त टैरिफ बेस्ड इकोनॉमिक सिस्टम था। उन्होंने दावा किया कि उस दौरान टैरिफ के जरिए अमेरिका ने भारी रेवन्यू पैदा किया था।

ऐसा क्यों करना चाह रहे हैं ट्रंप?

ज्यादातर रिपब्लिकन नेता टैक्स में कटौती की वकालत कर रहे हैं। उनका मानना है कि टैक्स में कटौती की जाए और इससे होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए टैरिफ बढ़ाया जाए। 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद ट्रंप ने कहा था, 'दूसरे देशों को समृद्ध करने के लिए अपने नागरिकों पर टैक्स लगाने की बजाय हम विदेशों पर टैरिफ और टैक्स लगाएंगे। इससे हमारे खजाने में विदेशों से भारी मात्रा में पैसा आएगा।'

क्या ऐसा हो सकता है?

ट्रंप ने सत्ता संभालते ही कई देशों पर टैरिफ बढ़ा दिया है। उन्होंने सत्ता संभालने से पहले भी कई देशों पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी थी। ट्रंप का कहना है कि अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए ट्रेड सिस्टम में तुरंत बदलाव शुरू किया जाएगा। हालांकि, अर्थशास्त्रियों का कहना है कि टैक्स में कटौती और टैरिफ बढ़ाने से महंगाई बढ़ने का खतरा पैदा हो सकता है और ब्याज दरें ऊंची बनी रह सकती हैं। ट्रंप के इस प्रस्ताव का विपक्ष ने भी विरोध किया है।