अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी टीम के कर्ता-धर्ता एलन मस्क के खिलाफ अमेरिकी गलियों में लोग उतर आए हैं। अमेरिका के 50 से ज्यादा राज्यों में मानवाधिकार संगठन, श्रमिक संघ, LGBT समुदाय के लोग, एक्टिविस्ट और नागिरकों का बड़ा हुजूम उमड़ पड़ है। उनकी मांग है कि एलन मस्क को ही अमेरिका से बाहर डिपोर्ट कर दिया जाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रम्प और एलन मस्क मिलकर अमेरिका को टुकड़ों में फाड़ रहे हैं, प्रवासी नीतियों से लेकर अर्थव्यवस्था तक दोनों मिलकर तबाह कर रहे हैं।
शनिवार को अमेरिका के दर्जनों शहरों में सैकड़ों लोगों ने रैलियां निकाली, मार्च किया। डोनाल्ड ट्रम्प सरकार के खिलाप ऐसा जनाक्रोश पहली बार नजर आया।अमेरिकी सड़कों पर उतरे लोगों का कहना था कि अमेरिका की नई सरकारी नीतियां, अमेरिका को बांट रही हैं, मानवाधिकार नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं, लोगों के कानूनी अधिकार छीने जा रहे हैं, कर लगाए जा रहे हैं और जेंडर फोबिया से ग्रस्त मानसिकता के साथ नई सरकार काम कर रही है।
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एलन मस्क को डिपोर्ट करो, क्यों कह रहे हैं लोग?
प्रदर्शनकारियों के हाथों में कई तख्तियां हैं, जिनमें लिखा है, 'एलन मस्क को डिपोर्ट करो।' प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा हिस्सा सिर्फ एलन मस्क के खिलाफ ही सड़कों पर उतरा है, एक हिस्सा डोनाल्ड ट्रम्प को भी गुनहगार की तरह दिखा रही है। अमेरिका में कई विभागों को बंद करने, शिक्षा नीतियों में बदलाव, सरकारी खर्च में कटौती संबंधी जो भी नीतियां हैं, उन्हें एलन मस्क तैयार करते हैं। अरबपती व्यवसायी के खिलाफ लोग अब सड़कों पर हैं।
क्या चाहते हैं प्रदर्शनकारी?
नेशनल मॉल में आयोजित एक विशाल रैली में हजारों प्रदर्शनकारियों ने समान अधिकारों की मांग की और डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन पर LGBTQ समुदाय के प्रति भेदभावपूर्ण रवैये का आरोप लगाया। ह्यूमन राइट्स कैंपेन की अध्यक्ष केली रॉबिन्सन ने प्रशासन की नीतियों की कड़ी आलोचना की। रैली में कई डेमोक्रेटिक सांसदों ने भी हिस्सा लिया।
ट्रम्प की नीतियों पर भड़के हैं लोग
केली रॉबिन्सन ने अपने भाषण में कहा, 'हम जो हमले देख रहे हैं, वे सिर्फ राजनीतिक नहीं हैं, वे व्यक्तिगत हैं। वे हमारी किताबों पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं, एचआईवी रोकथाम के लिए फंडिंग में कटौती कर रहे हैं, हमारे डॉक्टरों, शिक्षकों, परिवारों और हमें अपराधी बना रहे हैं।'
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LGBTQ समुदाय भी गुस्से में है
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रशासन की नीतियां न केवल LGBTQ समुदाय के अधिकारों को कमजोर कर रही हैं, बल्कि उनके दैनिक जीवन को भी प्रभावित कर रही हैं। इस रैली को देश भर में फैले असंतोष से जोड़कर देख रहे हैं। प्रदर्शनकारी सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं।
क्या चाह रहे हैं प्रदर्शनकारी?
प्रदर्शनकारियों ने 'हैंड्स ऑफ आवर डेमोक्रेसी' और 'हैंड्स ऑफ आवर सोशल सिक्योरिटी' जैसे नारों के साथ डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन की आलोचना की। मेयर मिशेल वू ने कहा कि वह नहीं चाहतीं कि उनके बच्चे ऐसे देश में बड़े हों जहां सरकार धमकियों से चलती हो और विविधता व समानता जैसे मूल्यों पर हमला हो। उन्होंने कहा, 'मुझे यह हरगिज मंजूर नहीं है कि मेरे दादा-दादी जैसे आप्रवासियों को अपराधी माना जाए।'
एलन मस्क-ट्रम्प बदलें नीतियां, प्रदर्शनकारियों की मांग
कोलंबस, ओहायो में स्टेटहाउस पर भी सैकड़ों लोग जमा हुए। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प और एलन मस्क देश को तोड़ रहे हैं। पाम बीच गार्डन्स, फ्लोरिडा में भी सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे। ट्रम्प के खिलाफ अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि डोनाल्ड ट्रम्प अपनी नीतियां बदलें।