एक तरफ दुनिया इजरायल और हमास के बीच चले आ रहे महीनों के संघर्ष को रोकने की कोशिश कर रही है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, इजरायल को बम-बारूद का जखीरा भेज रहे हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने इजरायल को 2 हजार पाउंड बमों की सप्लाई की इजाजत दे दी है।
पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल को भेजे जाने वाले बमों की खेप पर रोक लगा दी थी। डोनाल्ड ट्रम्प ने जो बाइडेन के इस फैसले को पलट दिया है। शनिवार को डोनाल्ड ट्रम्प ने यह फैसला किया है। उनके फैसले के बाद अब अमेरिका, इजरायल को बड़ी संख्या में बम-हथियार सौंपने जा रहा है।
जो बाइडेन ने क्यों रोकी थी आपूर्ति?
जो बाइडेन ने बमों की डिलीवरी पर रोक लगाई थी। उन्हें चिंता थी कि अगर यह खेप इजरायल को मिली तो फिलिस्तीन में रह रही नागरिक आबादी इसके प्रभाव में आ सकती थी। गाजा और रफाह को लेकर उन्होंने खास चिंता जताई थी।
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डोनाल्ड ट्रम्प ने क्या कहा?
'इजरायल ने कई चीजों की मांग की है, उसके लिए भुगतान किया है लेकिन जो बाइडेन ने नहीं भेजा। अब ये सामान रास्ते में हैं।'
इजरायल पर अमेरिका का रुख क्या है?
जो बाइडेन हों या डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिका पर दोनों राष्ट्रपतियों का रुख एक जैसा रहा है। बस डोनाल्ड ट्रम्प का झुकाव ज्यादा है। इजरायल पर अमेरिका के रुख को लेकर दुनियाभर में आलोचनाएं होती रही हैं। वॉशिंगटन में अमेरिका के खिलाफ उदारवादी समूहों ने प्रदर्शन भी किया था कि हथियार इजरायल को न भेजे जाएं।
सीज फायर का नतीजा क्या?
एक सप्ताह पहले इजरायल और हमास के बीच सीज फायर डील हुई है। हमास के बंधक रिहा किए जा रहे हैं। फिलिस्तीनी कैदियों के बदले बंधों की रिहाई हो रही है। 20 जनवरी को शपथ ग्रहण से पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि अगर हमास बंधकों को रिहा नहीं करता है तो नतीजे बेहद बुरे होंगे।
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हमास ने कितने इजरायलियों को बनाया बंधक?
इजरायल का कहना है कि हमास ने 7 अक्तूबर 2023 को हमले के बाद 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाया था। 1200 इजरायली नागरिक मारे गए थे।
गाजा को खामियाजा भुगतना पड़ा?
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायल के हमले में 47,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। गाजा में लाखों की आबादी विस्थापित हो चुकी है।
अमेरिका ने बम क्यों दिया?
अमेरिका का कहना है कि इजरायल गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन में हूती जैसे ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों से जूझ रहा है। ये हथियार इजारयल की सुरक्षा के लिए दिए जा रहे हैं।