अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अचानक से रूस पर वित्तीय प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। उन्होंने इसका कारण रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले को कारण बताया है।
अब उनका यह बयान कीव को सैन्य सहायता उपलब्ध कराए जाने को बंद किए जाने की घोषणा के बाद आया है। हालांकि, ट्रंप के इस कदम की यह कहकर आलोचना की जा रही थी कि वह रूस को लेकर पक्षपात कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें: 'कश्मीर का कब्जा छोड़े भारत...', पाकिस्तान के बिगड़े बोल
बातचीत करने की अपील की
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'इस बात को ध्यान में रखते हुए कि रूस लगातार यूक्रेन पर हमले करता जा रहा है मैं रूस के ऊपर वित्तीय प्रतिबंध, अन्य प्रतिबंध और टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा हूं।'
उन्होंने दोनों पक्षों से बातचीत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि, 'रूस और यूक्रेन इससे पहले कि बहुत देर हो जाए बातचीत की टेबल पर आ जाइए।'
ट्रंप का बयान कुछ दिन पहले रूस द्वारा यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइल के हमलों के बाद आया है। इसने यूक्रेन के एनर्जी ग्रिड पर हमला किया था।
जेलिंस्की के साथ हुई थी बहस
कुछ दिन पहले एक मीटिंग के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति की आलोचना की थी और कहा था कि उन्हें अमेरिकी सैन्य सहायता के लिए शुक्रगुजार होना चाहिए।
यह भी पढ़ें: दक्षिण कोरिया को गलती पड़ी भारी! अपनी ही धरती पर बरसाए बम, आठ घायल
इस दौरान दोनों राष्ट्रपतियों के बीच बहस भी हुई थी जिसके बाद मामला थोड़ा तनावपूर्ण हो गया था और पूरा यूरोप व अमेरिका बंटते हुए नजर आए थे क्योंकि यूरोपीय देशों को लग रहा था कि अमेरिका यूक्रेन की भूराजनीतिक सीमा का सम्मान न करते हुए रूस के साथ खड़ा हो रहा है।
हाल ही में ट्रंप द्वारा पुतिन को किए गए एक फोन कॉल को लेकर भी उनकी आलोचना की जा रही थी जिसको लेकर माना जा रहा था कि उनका झुकाव रूस की तरफ ज्यादा हो रहा है।