अमेरिका में 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि पद संभालते ही वह सबसे पहले मेक्सिको और कनाडा के ऊपर 25 फीसदी तक का आयात शुल्क लगा देंगे और चीन पर अतिरिक्त 10 फीसदी का टैक्स लगाएंगे। हालांकि, इन सबके बीच खास बात यह है कि भारत पर इस तरह के किसी आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा नहीं की है।

ट्रंप ने यह बात सोशल मीडिया पर किए एक पोस्ट में लिखी।

 

 

क्यों कर रहे हैं ट्रंप ऐसा

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक ट्रंप का कहना है कि वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि उनके देश में मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित नौकरियों को बढ़ाया जा सके। दूसरा चीन के मामले में ट्रंप ने कहा कि चीन के साथ वह टैरिफ तब तक बढ़ाते रहेंगे जब तक कि वहां से आने वाले फेंटेनाइल पर रोक नहीं लगेगी। उनका कहना है कि चीन को इस पर निर्णायक कार्रवाई करनी होगी।

 

सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा कि वह ऐसा तब तक करेंगे जब तक उनके यहां फेंटेनाइल ड्रग्स आना नहीं बंद होगा और अवैध प्रवासी अमेरिका आना नहीं बंद करेंगे। उन्होंने मेक्सिको और कनाडा को भी चेतावनी दी और कहा कि अगर वे अवैध प्रवासियों पर रोक नहीं लगाते तो उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पडे़गी।

भारत पर क्यों नहीं लगाया टैक्स

सवाल यह उठता है कि आखिर अमेरिका ने भारत पर टैक्स क्यों नहीं लगाया जबकि अपने चुनाव कैंपेन के दौरान उन्होंने भारत को 'वेरी बिग (ट्रेड) एब्यूज़र' कहा था। दरअसल, अमेरिका ने ऐसा इसलिए नहीं किया क्योंकि उसे लगता है कि इससे अमेरिका का भारत के साथ ट्रेड वॉर शुरू होने का खतरा है । यूएस के चुने हुए कांग्रेसमैन सुहास सुब्रमण्यम ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि भारत पर अगर टैरिफ लगाया जाता है तो यह दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर शुरू कर सकता है।

 

उन्होंने कहा था कि बहुत से ऐसे बिजनेस हैं जो कि भारत में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और यूएस में भी तमाम कंपनियां बहुत अच्छा काम कर रही हैं। इसलिए अगर दोनों देश साथ मिलकर काम करेंगे तो यह दोनों के लिए फायदे की बात होगी।

टैक्स लगाने का क्या होगा असर

इस तरह के टैक्स लगाने से अमेरिका और इन तीनों देशों के व्यापार पर असर पड़ेगा। इस टैक्स की वजह से जहां अमेरिका में काफी चीजें महंगी हो जाएंगी क्योंकि अमेरिका ज्यादातर चीजें इन्हीं देशों से आयात करता है। वहीं बाकी देशों के निर्यात पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। उदाहरण के लिए कनाडा दुनिया के व्यापार-निर्भर देशों में से एक है। उसका 75 फीसदी निर्यात अमेरिका को किया जाता है। ऐसे में अगर टैरिफ 25 फीसदी से बढ़ा दिया जाता है तो उसकी अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। इसी तरह से चीन और मेक्सिको भी अमेरिका को भारी मात्रा में निर्यात करते हैं। अगर टैक्स बढ़ाया जाता है तो इस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।