क्रायोथेरेपी का ट्रेंड काफी बढ़ा है। इस लिस्ट में रकुल प्रीत, सामंथा रुछ प्रभु से लेकर कई स्टार्स का नाम शामिल है। यह एक तरह की कोल्ड थेरेपी है जिसमें शरीर को सिलेंडरनुमा चैंबर में रखा जाता है। इस थेरेपी का इस्तेमाल पहले खिलाड़ी अपनी चोट को ठीक करने के लिए करते थे। अब इस थेरेपी का इस्तेमाल सेलेब्स जवां और खूबसूरत रहने के लिए करते हैं। इस थेरेपी का प्रयोग लोग स्किन ट्रीटमेंट के लिए भी करते हैं। आइए जानते हैं कैसे होती है क्रायोथेरेपी और इसके क्या फायदे हैं।

 

क्रायोथेरेपी क्या है

 

क्रायोथेरेपी में एक चैंबर का ठंडा करने के लिए लिक्विड नाइट्रोजन का इस्तेमाल होता है जिसका तापमान 150 डिग्री सेल्सियस होता है। चैंबर में आप अपने सिर को छोड़कर बाकी शरीर को अंदर रखते हैं। इस चैंबर में व्यक्ति को 30 सेकेंड से 3 मिनट तक रहना होता है। चैंबर से बाहर आकर हल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी होती है ताकि मास पेशियां सही तरीके से काम कर सकें।

 

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फायदे

 

क्रायोथेरेपी की मदद से आपसे ब्लड और स्किन पर सीधा असर करता है। इस थेरेपी का इस्तेमाल मास पेशियों के ऐंठन और खिंचाव को कम करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा इस थेरेपी को करने से मुंहासे, किसी चोट के निशान, सनबर्न का इलाज भी बोता है। डॉक्टर इस थेरेपी का प्रयोग प्रोस्टेट, सर्वाइकल,लीवर कैंसर के लिए इलाज के लिए करते हैं। इस प्रक्रिया को क्रायोब्लेशन भी कहा जाता है।

 

1970 में इस थेरेपी की पहली बार शुरुआत हुई थी। इसका थेरेपी का इस्तेमाल आर्थराइटिस के लिए किया जाता था। 90 के दशक में यह थेरेपी यूरोप समेत अन्य जगहों पर लोकप्रिय हो गई। इसे करने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी पड़ती है।

 

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क्रायोथेरेपी लेने से पहले बरतें ये सावधानियां

 

क्रायोथेरेपी करवाने से पहले किसी डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको हृदय संबंधी रोग, अस्थमा, हाई या लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो इस थेरेपी से दूर रहे। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को क्रायोथेरेपी नहीं करनी चाहिए। 

अगर इस थेरेपी के दौरान आपको कंपकपाहट या हाइपोथर्मिया हो तो इसे करने से तुंरत बंद कर देना चाहिए।