उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा में ग्लेशियर टूटने से 55 लोग दब गए थे। ये सभी मजदूर बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) से जुड़े हुए थे और माणा में सड़क बना रहे थे। ग्लेशियर टूटने की वजह से सभी लोग पहाड़ में दब गए। बर्फ में दबे मजदूरों में से 50 लोग को बाहर निकाल लिया है। वहीं, 4 लोगों की मौत हो गई है। क्या आप जानते हैं पहाड़ों की सर्दी जानलेवा हो सकती है। अगर नहीं तो हम बताते हैं कैसे।
देश के कई इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ती है। कम तापमान आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। सर्दी में अगर शरीर का तापमान कम होने लगा तो हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ जाता है। क्या होती है ये बीमारी और इसका बचाव कैसे हो सकता है।
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कम तापमान की वजह से हो सकती है ये बीमारी
सर्दियों में जब तापमान कम होने लगता है तो शरीर का तपमान भी कम हो जाता है। इसको हाइपोथर्मिया बोलते हैं। ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर का तापमान 95°F से कम हो जाता है। शरीर गर्म नहीं रह पाता है। हाइपोथर्मिया की वजह से आपके हार्ट पर असर पड़ता है शरीर की नसे सिकुड़ने लगती है जिसकी वजह से कार्डियक अरेस्ट होने का खतरा बढ़ सकता है।
अगर इस मौसम में आपको बहुत अधिक सर्दी लग रही है तो तुरंत अपना इलाज कराएं। इसके अलाव जो लोग सर्दियों में बाहर खुलेआम सोते हैं उन्हें ये बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है। सर्दी में कई मौतें
हाइपोथर्मिया की वजह से होती है। इस बीमारी का खतरा उन लोगों को ज्यादा होता है जो पहले से हृदय संबंधी बीमारी या डायबिटीज से पीड़ित है।
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हाइपोथर्मिया बीमारी के लक्षण
इस बीमारी का लक्षण सिर में तेज दर्द होना, बेहोशी, थकान और तेज ठंड लगना है।
हाइपोथर्मिया से बचाव
सर्दी में गर्म कपड़े पहनें, ज्यादातर देर तक बाहर ना रहें, अपनी सेहत का खास ध्यान रखें।
Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।