अधिक गर्मी होने की वजह से पसीना आता है। कई बार जब हम किसी बात से बहुत ज्यादा घबरा जाते हैं तो अधिक पसीना आता है। पसीना आने को लोग सामान्य बात समझते हैं लेकिन कभी कभी यह बीमारी का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है। कुछ लोगों को रात के समय में अधिक पसीना आता है। 

 

पसीने आने के पीछे खानपान, वातावरण, तनाव और हार्मोनल बदलाव समेत कई कारण होते है। कुछ बीमारियों का शुरुआत लक्षण पसीना आना होता है। आइए जानते हैं किन कारणों से पसीना आता है और कब चिंता करने की बात है।

 

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किन कारणों से आता है पसीना

सोने का वातावरण- कई बार तापमान की वजह से भी ऐसा होता है। जब आप टाइट और मोटे कपड़े पहनकर सोते हैं तो अधिक पसीना आता है क्योंकि शरीर को पर्याप्त हवा नहीं मिलती है।

डाइट और लाइफस्टाइल- अधिक मसालेदार खाना, अधिक शराब पीना और कैफीन वाली ड्रिंक्स का सेवन, सोने से पहले एक्सरसाइज करने की वजह से स्वेट ग्लैंड एक्टिवेट होता है जिस वजह से पसीना आता है।

स्ट्रेस और एंग्जायटी- जब अधिक तनाव होता है यह आपकी मानसिक स्थिति पर हावी हो जाता है। यह शरीर के सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम को एक्टिव कर देता है। यही सिस्टम 'फाइट या फ्लाइट' प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार होता है। अधिक तनाव की वजह से दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं, सांस तेज हो जाती हैं और पसीना आने लगता है।

हार्मोनल बदलाव- खासतौर से महिलाओं में हार्मोनल बदलाव की वजह से अधिक पसीना आता है। जब महिलाएं अपने पेरिमेनोपॉज या मेनोपॉज के फेज में होती है तब उन्हें अधिक पसीना आता है। उस दौरान शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल कम होता है। पुरुषों में भी जब टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम होती है तब ऐसा होता है।

 

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पसीना आना है बीमारियों का संकेत

रात में पसीना आने के लक्षण ट्यूबरक्लोसिस, एचआईवी इंफेक्शन और कई बीमारियों का शुरुआती लक्षण होता है। डायबिटीज से पीड़ित मरीज़ों में पसीना आना कभी-कभी हाइपोग्लाइसीमिया (ब्लड शुगर का अचानक गिरना) की वजह से भी हो सकता है, जिसे हाइपोग्लाइसीमिक स्वेटिंग कहा जाता है। सबसे गंभीर बात यह है कि रात में पसीना आना  कभी-कभी कुछ कैंसर जैसे कि लिंफोमा या ल्यूकीमिया का शुरुआती संकेत भी हो सकता है। इस के साथ अचानक से वजन घटना और अधिक थकान जैसे लक्षण भी नजर आते है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

 

कब करनी चाहिए चिंता

 

अगर आप के शरीर में ये लक्षण दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह लें।

  • बुखार या ठंड लगना
  • अचानक से वजन घटना
  • खांसी और थकान होना
  • हाथ पैर फूलना

क्या करना चाहिए

  • घर के कमरे में वेंटिलेशन होना चाहिए, कॉटन की चादर का इस्तेमाल करें और कॉटन वाले कपड़े पहनें।
  • रात के समय में अधिक मसालेदार खाना ना खाएं।
  • शराब पीने से बचें।
  • इस बात का ध्यान रखें कि आपको किस समय सबसे ज्यादा पसीना आता है।
  • अगर लाइफस्टाइल में बदलाव करने से स्थिति ठीक नहीं हो रही है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।