अहमदाबाद विमान हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है। 242 लोग विमान में सवार थे, जिसमें 241 लोग हादसे का शिकार हो गए। रमेश विश्वास कुमार इकलौते जीवित बचे शख्स हैं। विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरा, जहां 30 से ज्यादा मौतें हुईं। वहां 5 से ज्यादा डॉक्टर और करीब 30 स्टाफ मौजूद थे। अब मारे गए लोगों का डीएनए सैंपल मैच किया जा रहा है।
सिविल अस्पताल के बाहर सैकड़ों परिजन इस कतार में हैं कि उनके अपनों के अवशेष मिल जाएं। 3 लोगों के शव अस्पताल प्रशासन ने परिजन को सौंप दिए हैं, मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी हो गया है।
19 अवशेष मैच हुए हैं, जिन्हें सौंपे जाने की तैयारी है। एंबुलेंस की मदद से सुरक्षा के साथ शवों को परिजन के साथ भेजा जा रहा है। प्रशासन ने 230 टीमें बनाई हैं, मृतकों के घरवालों को अवशेष सौंपे जा रहे हैं। 190 से ज्यादा एंबुलेंस और वाहन स्टैंडबाय पर हैं।
शवों के लिए लाए गए 170 से ज्यादा ताबूत
शवों को रखने के लिए 170 से ज्यादा ताबूत लाए जा रहे हैं। विमानन नियाकम DGCA ने आदेश दिया है कि एयर इंडिया, अब 9 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की वन टाइम सेफ्टी चेकिंग करे। अभी 20 से ज्यादा विमानों की चेकिंग होनी बाकी है।
पायलट का आखिरी मैसेज क्या था?
कैप्टन सुमित सभरवाल ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर एटीसी को भेजे मैसेज में कहा था, 'मेडे मेडे, मेडे। थ्रस्ट नहीं मिल रहा। पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा। नहीं बचेंगे।'
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सरकार क्या कर रही है?
शुक्रवार को ब्लैक बॉक्स बरामद हुआ, जिसके डिकोडिंग से हादसे के कारणों का पता चलेगा। नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि जांच चल रही है, सुरक्षा मानकों को और सख्त किया जाएगा। एक उच्चस्तरीय समिति तीन महीने में रिपोर्ट देगी। गुजरात सरकार पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए टेस्टिंग कर रही है। एयर इंडिया प्रभावित परिवारों को मुआवजा और सहायता दे रही है।