छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ED ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में हुई है। शुक्रवार सुबह ही ED की टीम ने भूपेश बघेल के भिलाई स्थित घर पर छापा मारा था। छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाले में चैतन्य बघेल के खिलाफ ED जांच कर रही है।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, कथित शराब घोटाले की जांच के दौरान नए सबूत मिलने के बाद भिलाई स्थित भूपेश बघेल के घर पर ED की टीम पहुंची थी। यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA) के तहत की जा रही है।
ED की कार्रवाई पर भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें कानून पर भरोसा है और जांच में पूरा सहयोग किया जा रहा है।
क्यों हुई गिरफ्तारी?
चैतन्य बघेल को ED ने कथित शराब घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इससे पहले इस साल 10 मार्च को भी ED ने इसी मामले में भूपेश बघेल के घर पर छापा मारा था।
ED ने दावा किया था कि चैतन्य बघेल को कथित शराब घोटाले से हुई कमाई से हिस्सा मिला था। ED का कहना है कि इस घोटाले से सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ। दूसरी तरफ शराब सिंडिकेट को 2,100 करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ।
ED का कहना है कि छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच हुआ था, जब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे और कांग्रेस की सरकार थी। जांच के दौरान ED ने अब तक 205 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली है।
इस मामले में ED ने जनवरी में पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता कवासी लखमा के अलावा रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर, पूर्व IAS अफसर अनिल टुटेजा, इंडियन टेलीकॉम सर्विस (ITS) के अफसर अरुणपति त्रिपाठी समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था।
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भूपेश बघेल ने क्या कहा?
ED की इस कार्रवाई पर पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, 'अपने आकाओं को खुश करने के लिए मोदी और शाह ने मेरे घर ED भेज दी है। हम न डरेंगे, न झुकेंगे। हम सच्चाई की लड़ाई लड़ेंगे।'
उन्होंने कहा, 'एक तरफ बिहार में चुनाव आयोग की मदद से मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं। लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है और दूसरी तरफ विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए ED, इनकम टैक, CBI, DRI का दुरुपयोग किया जा रहा है लेकिन अब देश की जनता समझ गई है।'
भूपेश बघेल ने कहा, 'ED पहले भी आई थी और मेरे घर पर छापा मारा था और मेरे घर से 33 लाख रुपये बरामद किए थे। अब वे फिर से आए हैं। इसका क्या मतलब है? हम पूरा सहयोग करेंगे, चाहे उन्हें भरोसा हो या न हो, हम लोकतंत्र और न्यायपालिका में विश्वास करते हैं। बीजेपी एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है लेकिन हम उनका सहयोग करेंगे।'
मोदी-शाह का शुक्रियाः बघेल
उन्होंने ED की छापेमारी की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आज उनके बेटे का जन्मदिन है और सुबह-सुबह ED आ गई।
भूपेश बघेल ने कहा, 'दुनिया के किसी भी लोकतंत्र में मोदी और शाह जैसा जन्मदिन का तोहफा कोई नहीं दे सकता। मेरे जन्मदिन पर दोनों सम्मानित नेताओं ने मेरे सलाहकार और दो ओएसडी के घर ED को भेजा था। अब मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर ED की एक टीम मेरे घर पर छापा मार रही है। इन तोहफों के लिए शुक्रिया। मैं इन्हें जीवन भर याद रखूंगा।'
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सुबह बोले थे- साहेब ने ED भेज दी है
सुबह-सुबह ED की छापेमारी पर पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने सरकार को घेरा है। उनके ऑफिस की तरफ से X पर पोस्ट कर दावा किया है कि 'ED आ गई। आज विधानसभा सत्र का आखिरी दिन है। अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठाना था। भिलाई निवास में 'साहेब' ने ED भेज दी है।'
इस महीने की शुरुआत में भूपेश बघेल तमनार भी गए थे। उन्होंने वहां स्थानीयों का समर्थन दिया था, जो इलाके में एक कोयला खदान के लिए पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे हैं।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, कोयले की यह खदान महाराष्ट्र स्टेट पावर जनरेशन कंपनी (MAHAGENCO) को आवंटित की गई है, जिसने अडानी ग्रुप को MDA (माइन डेवलपर कम ऑपरेटर) का ठेका दिया है।
राजनीति से दूर रहते हैं चैतन्य बघेल
चैतन्य बघेल कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं लेकिन राजनीति से दूर रहते हैं। उन्हें सक्रिय राजनीति में उतारने का मन पार्टी ने बनाया था लेकिन 2023 में सत्ता बदलने के बाद ऐसा नहीं हो सका।
इसके बाद पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने भूपेश बघेल को राजनांदगांव सीट से टिकट दिया था। कांग्रेस का प्लान था कि अगर भूपेश बघेल जीत जाते हैं तो चैतन्य को उनके पिता की पाटन विधानसभा सीट से मैदान में उतारा जाएगा। भूपेश बघेल हार गए तो यह योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई।