तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को दावा किया है कि चीन ने साल 2014 से 2024 के बीच तक 2,000 किलोमीटर से ज्यादा जमीन पर कब्जा कर लिया है। रेवंत रेड्डी ने दावा किया है कि सरकार इस मुद्दे को उजागर नहीं कर रही है, न ही उसमें साहस है।
रेवंत रेड्डी ने कहा कि 140 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाली केंद्र सरकार और भारतीय सेना अशांत पूर्वोत्तर राज्य में शांति स्थापित करने में असमर्थ क्यों रही है। उन्होंने कहा, 'कौन सी 'कॉरपोरेट कंपनियां' मणिपुर में आंतरिक युद्ध को बढ़ावा दे रही हैं?'
'चीन ने कब्जा ली 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन!'
सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा, 'हम सभी अपने दैनिक जीवन में व्यस्त हैं, इसलिए हम यह देखने में असफल रहते हैं कि हमारे आसपास क्या हो रहा है। रक्षा समिति के पूर्व सदस्य के रूप में, मैं बैठकों में चर्चा किए गए मुद्दों का आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं कर सकता, लेकिन चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक भारतीय भूमि पर अतिक्रमण किया है। शासकों में इस विषय पर चर्चा करने या तथ्यों को उजागर करने का साहस नहीं है और कोई भी इन मुद्दों को नहीं उठा रहा है।'
सीएम रेवंत रेड्डी ने दावा किया कि मणिपुर में हजारों एके-47 राइफलों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चीनी घुसपैठ, मणिपुर में आंतरिक संघर्ष और अवैध हथियारों के इस्तेमाल जैसे मुद्दों पर संसद में चर्चा की जानी चाहिए।
मणिपुर में हो क्या रहा है?
मणिपुर मैतेई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा के केंद्र में है। कुकी उग्रवादी गुट पहाड़ी इलाकों में रहते हैं, वहीं मैदानी क्षेत्रों में मैतेई हैं। दोनों के बीच का जातीय संघर्ष जानलेवा साबित हुई है। 3 मई 2023 को मणिपुर में हिंसा भड़की थी। अब तक 200 से ज्यादा लोग इस हिंसा में मारे गए हैं।
हजारों लोग जख्मी हैं, 60 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हैं। 11 हजार से ज्यादा FIR हो चुकी है। मणिपुर में एन बीरेन सिंह की सरकार है। वहां 40 हजार से ज्यादा केंद्रीय बलों के जवान तैनात हैं। मणिपुर में कई जगहों पर हथियारों का जखीरा मिला है। अशांत क्षेत्र में अब भी शांति बहाली पूरी तरह से नहीं हो पाई है।