बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात दित्वा तेजी से भारत के तट की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने पुडुच्चेरी के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। जिला प्रशासन ने सभी विभागों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है। लोगों से अपील की गई है कि अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। खबरों के मुताबिक, मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है।

 

पुडुच्चेरी में अब तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन स्थिति गंभीर है। अरक्कोणम से 60 सदस्यों वाली रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है। चेन्नई के रीजनल मौसम केंद्र की डायरेक्टर डॉ. बी. अमुदा ने बताया, 'चक्रवात दित्वा आज रात तक तमिलनाडु-पुडुच्चेरी तट से कम से कम 60 किलोमीटर की दूरी पर केंद्रित होगा। 30 नवंबर की सुबह तक यह 50 किलोमीटर और शाम तक 25 किलोमीटर दूर होगा।' चक्रवात उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है।

 

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तमिलनाडु में भारी बारिश

तमिलनाडु के कई इलाकों में चक्रवात के असर से भारी बारिश हो रही है। रामेश्वरम में दूसरी बार लगातार तेज बारिश हुई, जिससे सामान्य जीवन प्रभावित हो गया। नागापट्टिनम में बारिश के दौरान कुछ पेड़ उखड़ गए। पीटीआई न्यूज के मुताबिक, राज्य में अब तक कोई मौत नहीं हुई है। तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा, 'बारिश से अब तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। लेकिन सरकार लगातार नजर रख रही है। रेस्क्यू और राहत के लिए टीमें तैयार हैं।'

 

मौसम विभाग (आईएमडी) ने तमिलनाडु के तीन जिलों के लिए रेड अलर्ट और सात जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कावेरी डेल्टा जिले और तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। प्रशासन ने लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। धनुषकोड्डि शहर में पर्यटकों को जाने से रोका गया है। यह पांबन द्वीप का दक्षिण-पूर्वी सिरा है, जो श्रीलंका के तलाईमानर के पश्चिम में स्थित है।

 

मंत्री रामचंद्रन ने बताया कि चक्रवात के लैंडफॉल से पहले एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 28 टीमें तैनात की गई हैं। 'हमने 10 और टीमें मांगी हैं, जो हवाई जहाज से आ रही हैं। कोस्ट गार्ड से भी मदद मांगी है।' पूरे तमिलनाडु में 6,000 राहत कैंप तैयार किए गए हैं। लेकिन अभी बहुत कम लोग इनमें पहुंचे हैं।

 

बारिश से डेल्टा जिलों में धान की फसलें प्रभावित हुई हैं। मंत्री ने कहा, 'बारिश का पानी 2 दिनों में निकल जाएगा। उसके बाद नुकसान का आकलन कर किसानों को मुआवजा देंगे।' आईएमडी ने 30 नवंबर से 3 दिसंबर तक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, यानम, रॉयलसीमा और केरल में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। 29 और 30 नवंबर को तटीय तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बेहद भारी बारिश हो सकती है।

आंध्र प्रदेश में भी अलर्ट

चक्रवात दित्वा का असर आंध्र प्रदेश पर भी पड़ रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के एमडी प्रखर जैन ने कहा, 'शनिवार को तिरुपति और चित्तूर जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। रविवार को दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में बहुत भारी या बेहद भारी बारिश का अनुमान है।'

 

आईएमडी के अनुसार, चक्रवात उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है और 30 नवंबर की सुबह तक उत्तरी तमिलनाडु-पुडुच्चेरी-दक्षिणी आंध्र प्रदेश तट के पास पहुंच सकता है। एक्स पर पोस्ट में आईएमडी ने लोगों से सलाह दी, 'गंभीर मौसम के दौरान सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और घर के अंदर रहें।'

श्रीलंका में 153 की मौत, लाखों प्रभावित

चक्रवात दित्वा ने श्रीलंका में भारी तबाही मचाई है। राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने पूरे देश में इमरजेंसी घोषित कर दी है। पीटीआई के अनुसार, मौत का आंकड़ा 153 हो गया है। 191 लोग लापता हैं। रॉयटर्स न्यूज के मुताबिक, 5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रबंधन केंद्र ने बताया कि 78,000 से अधिक लोगों को 800 राहत केंद्रों में स्थानांतरित किया गया है, जो ज्यादातर स्कूलों में बनाए गए हैं। बाढ़ और भूस्खलन से पूरे द्वीप पर कहर बरपा है।

 

भारतीय उच्चायोग ने कोलंबो के भंडारनायके इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी हेल्प डेस्क खोला है। एक्स पर पोस्ट में कहा गया, 'श्रीलंका में फंसे भारतीय नागरिक +94 773727832 पर व्हाट्सएप या कॉल करके मदद मांग सकते हैं। एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों को खाना और पानी दिया जा रहा है।'

 

आंध्र प्रदेश में ऑरेंज से रेड अलर्ट स्तर पर रविवार को भारी वर्षा की संभावना के मद्देनजर जिला स्तर पर अलर्ट जारी हैं, साथ ही एनडीआरएफ की 14 टीमें तमिलनाडु और पुडुच्चेरी में तैनात की गई हैं। इसके अलावा, चेन्नई में 50 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, स्कूल-कॉलेज बंद हैं, ट्रेन सेवाएं प्रभावित हैं तथा मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सभी विभागों को समन्वय बनाकर आपदा प्रबंधन के लिए निर्देश दिए हैं।

 

लोगों को सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर न निकलें, रेडियो या टीवी पर लगातार अपडेट सुनें, पानी, बिस्किट, टॉर्च और दवाइयों जैसे आवश्यक सामान पहले से तैयार रखें, मछुआरे समुद्र में न जाएं तथा बिजली के तारों से दूरी बनाए रखें, ताकि जान-माल की हानि को न्यूनतम किया जा सके।

 

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चक्रवात कैसे बना खतरनाक?

चक्रवात दित्वा बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में बना। शुरू में यह कमजोर था, लेकिन गर्म समुद्री हवाओं के कारण यह काफी तेज हो गया। अब इसकी स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा है। रविवार सुबह यह तट से टकरा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि लैंडफॉल के बाद यह कमजोर पड़ जाएगा, लेकिन बारिश 3-4 दिन और जारी रहेगी।

 

तमिलनाडु सरकार ने स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है। ट्रेन और बस सेवाओं पर नजर रखी जा रही है। कोस्ट गार्ड के जहाज तैयार हैं। केंद्र सरकार भी मदद के लिए तैयार है। श्रीलंका की तबाही से सबक लेते हुए भारत सरकार बिल्कुल मुस्तैद है और किसी भी तरह की कोई चूक नहीं होने देना चाहती है। भारत ने पड़ोसी देश की मदद के लिए राहत सामग्री भेजने का ऐलान किया है।

फसल को हुआ नुकसान

तमिलनाडु के डेल्टा इलाके धान का प्रमुख क्षेत्र हैं। बारिश से लाखों एकड़ फसल डूब गई है जिससे किसानों की चिंता काफी बढ़ गई है। सरकार ने जल्द मुआवजा देने का वादा किया है। खराब मौसम के कारण मछली पकड़ने पर भी रोक लगी हुई है। रामेश्वरम और धनुषकोड्डि जैसे स्थलों पर पर्यटन वगैरह भी काफी प्रभावित हुआ है।