उत्तर प्रदेश में चुनाव आयोग स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया चल रही है, जिससे कि प्रदेश में वोटर लिस्ट को अपडेट किया जा सके। एसआईआर प्रक्रिया के खिलाफ विपक्षी दल लगातार आवाज उठा रहे हैं और इसमें धांधली का आरोप लगा रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने वोटर लिस्ट से बड़े पैमाने पर लोगों के नाम गायब होने का आरोप लगाया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सांसद राजीव राय ने कहा, 'हमारे चुनाव क्षेत्र में 20,000 वोटरों के नाम लिस्ट से गायब हो गए हैं। एक मैसेज आया है जिसमें कहा गया है कि एप्लीकेशन डिलीट करने की रिक्वेस्ट मान ली गई है। ऐसा लगता है कि यह रिक्वेस्ट किसी अनजान पते से आई है, क्योंकि मैंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। मैंने सारे सबूतों के साथ चुनाव आयोग को एक लेटर लिखा है। यह लोकतंत्र का मजाक है।'
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मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा
उन्होंने कहा, 'यह हमें नहीं बताया जा रहा है कि ये कैसे हुआ। मैंने सबूतों के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि हम लोग पूरे दिन इंतजार करते रहे कि समय मिलेगा मगर ऐसा नहीं हुआ।'
घोसी के सांसद राजीव राय ने आगे कहा, 'मैंने डीएम को पत्र लिखा है। अभी फओन आया तो बताया गया कि डीएम को जांच करवाने के लिए कहा गया है। ऐसा हाल हो गया है। लोकतंत्र का मजाक हो गया है और इसका गला घोंटा जा रहा है।'
डिलीशन का एप्लीकेशन किसने दिया?
सपा सांसद ने आगे कहा, 'मैं चुनाव आयोग से जानना चाहता हूं कि डिलीशन का एप्लीकेशन किसने दिया है? क्या बीजेपी के वॉर रूम से यह बैठे-बैठे हो रहा है? उन्होंने कहा कि मैं गलत भी हो सकता हूं लेकिन मुझे इसका जवाब चाहिए। ऐसा हो सकता है कि 20 हजार लोगों के नाम चुन-चुनकर हटाए गए हों। आखिर आपको बताने में क्या परहेज है?'
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राजीव राय ने आगे कहा कि मऊ में अधिकारियों से बैठक हुई, SIR के नाम पर हो रही कार्रवाई स्वीकार नहीं की जाएगी। कई BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) ने सुसाइड कर लिया और 2003 की वोटर लिस्ट गायब है। बीजेपी ऐसी गैर-कानूनी तरीकों से सत्ता हासिल करना चाहती है, तो इसके खिलाफ विरोध होगा।
अखिलेश यादव ने भी उठाया सवाल
इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी SIR को लेकर बीजेपी और चुनाव आयोग पर निशाना साध चुके हैं। पूर्व सीएम ने कहा था कि SIR को लेकर इतनी जल्दबाजी क्यों हो रही है? उन्होंने कहा कि शादियों के मौसम में सभी लोग व्यस्त हैं, तो इसी समय चुनाव आयोग करवा रहा है। आखिर बीजेपी और चुनाव आयोग के बीच क्या सेटिंग है? SIR को लेकर बड़ी साजिश रची जा रही है।