अहमदाबाद विमान हादसे में 125 से ज्यादा शवों का डीएनए मिल चुका है। सोमवार रात तक कुल 83 अवशेषों को उनके परिजन को सौंपा गया है। जो लोग इंतजार में हैं, उनका भी इंतजार जल्द ही खत्म होगा। डीएनए प्रोफाइलिंग का काम मंगलवार तक पूरा कर लिया जाएगा। युद्ध स्तर पर 50 से ज्यादा डीएनए एक्सपर्ट काम कर कर रहे हैं। 

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक हादसे में मारे गए लोगों की पहचान के लिए DNA जांच का काम मंगलवार शाम या बुधवार सुबह तक पूरा हो जाएगा। इस हादसे में 242 यात्रियों में से सिर्फ एक शख्स बचा है। शख्स का नाम विश्वास कुमार रमेश है। विमान मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और आसपास की इमारतों से टकरा गया था, जिसकी वजह से 30 लोगों की मौत हो गई। 

यह भी पढ़ें: विमान हादसा: 'घर आ रहा हूं,' फिल्ममेकर ने पत्नी से कहा, लापता हो गए

119 डीएनए सैंपल की पहचान, 76 शव सौंपे गए

अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल के डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि अब तक 119 DNA सैंपल की पहचान हो चुकी है, जिनके आधार पर 76 शव परिजनों को सौंपे गए हैं। शुक्रवार को 8 शव बिना DNA जांच के दिए गए। मंगलवार सुबह तक 14 और शव सौंपे जाएंगे।


54 एक्सपर्ट, दिन रात डीएन मैचिंग का चल रहा काम

गांधीनगर, अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट की फोरेंसिक लैब में 54 विशेषज्ञ दिन-रात काम कर रहे हैं। अमेरिकी एजेंसी यूनाइटेज स्टेट्स नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) भी हादसे की वजहों को जांचने में शामिल हो गई है। हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी  की भी मौत हुई। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को राजकोट में हुआ। 

पीड़ित परिवारों के लिए लंबा हो रहा इंतजार

जिन लोगों ने अपनों को खोया है उनके लिए इंतजार लंबा हो रहा है। अहमदाबाद में डॉ. प्रतीक जोशी के घर 50-60 रिश्तेदार उनकी पत्नी, बच्चों और उनके DNA रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। प्रतीक की पहचान हो चुकी है, लेकिन बाकियों का इंतजार है। इम्तियाज अली भी अपने भाई जावेद, भाभी मरियम और उनके बच्चों के शवों का इंतजार कर रहे हैं। 

विमान हादसे में अपनों को गंवाने के बाद रोती-बिलखती महिला। (Photo Credit: PTI)



यह भी पढ़ें: 'कन्हैया राख हो गया,' विमान हादसे में मरा पोता, चीख रही है बेघर दादी

लाशें इतनी बुरी जलीं कि डीएनए सैंपल मैच नहीं हो रहा!

अस्पताल प्रशासन लोगों से धैर्य रखने की अपील कर रहा है। कई शव बुरी तरह जल चुके हैं, जिससे DNA जांच में भी वक्त लग रहा है। कुछ मामलों में कई रिश्तेदारों के सैंपल की जरूरत पड़ रही है। दो विदेशी नागरिक मंगलवार को DNA टेस्ट के लिए आएंगे। 11 परिवारों को एक शव मिला है, लेकिन बाकी का इंतजार है।


बढ़ता जा रहा इंतजार

फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉ. सौमिल मर्चेंट ने बताया कि सामान्य स्थिति में DNA जांच में तीन महीने लगते हैं, लेकिन इस बार 72 घंटे में काम पूरा करने के लिए पांच लैब में काम जारी है। गांधीनगर की FSL लैब एक बार में 130 सैंपल की जांच हो सकती है। लोगों का कम और इंतजार बढ़ता जा रहा है। अधिकारी जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं।


कैसे हुआ था हादसा?

विमान ने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी लेकिन 33 सेकंड बाद ही 625 फीट की ऊंचाई पर अचानक से थ्रस्ट खत्म होने लगा और विमान हॉस्टल से जा टकराया। जैसे ही टकराया, धुएं का तेज गुबार उठा। दूर-दूर तक आग की लपटें नजर आईं। विमान में करीब 1.25 लाख लीटर ईंधन था।