अमेरिका ने 104 अप्रवासी भारतीयों को अमानवीय तरीके से भारत भेजने के बाद 487 और भारतीय नागरिकों को अपने देश से बाहर निकालेगा। यह जानकारी भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दी है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका ने भारत को 487 भारतीय नागरिकों को भेजने के बारे में सूचना दी है।
विदेश सचिव ने आश्वासन देते हुए कहा कि भारत सरकार अवैध अप्रवासी पाए गए भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए ट्रंप प्रशासन के संपर्क में है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है। भारत सरकार इस मुद्दों को हल करने के लिए अमेरिका सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।
प्रवासियों का निष्कासन लंबे समय से प्रचलन में
अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों के निर्वासन पर विक्रम मिस्री ने कहा, 'विदेश मंत्री द्वारा प्रतिबंधों के उपयोग से संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया का विवरण, जिसके बारे में हमें आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन सहित अमेरिकी अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया है। विदेश मंत्री ने कहा है कि अवैध प्रवासियों का निष्कासन लंबे समय से प्रचलन में हैं।'
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लोगों के साथ दुर्व्यवहार करना एक वैध चिंता- मिस्री
निर्वासित लोगों के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों के बारे में मिस्री ने इसे वैध चिंता बताते हुए कहा कि भारत सरकार अमेरिकी अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाएगी। उन्होंने कहा, 'हम दुर्व्यवहार के किसी भी मामले को उठाना जारी रखेंगे जो हमारे ध्यान में आएगा। अवैध इमिग्रेशन को बढ़ावा देने वाले लोगों और एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।'
प्रधानमंत्री मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका दौरे पर
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते अमेरिका की यात्रा करेंगे। इस दौरान मोदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। विक्रम मिस्री भारत के शीर्ष राजनयिक हैं। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी 12-13 फरवरी को वाशिंगटन की यात्रा पर जाएंगे।
मिस्री ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के आपसी हितों के कई क्षेत्रों में ट्रंप प्रशासन के साथ जुड़ने का एक अवसर होगा।