सुप्रीम कोर्ट में तीन नए जजों की नियुक्ति हुई है। इसको लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को अधिसूचना जारी की। एक दिन पहले ही राष्ट्रपति राष्ट्रपति मुर्मू ने कॉलेजियम की सिफारिशों को मंजूरी दी थी। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 10 मई को ही कॉलेजियम की सिफारिशों के आधार पर इन नियुक्तियों की घोषणा की थी।

 

जिन 3 जजों की नियुक्ति को सरकार से मंजूरी मिली है उनमें से दो अलग-अलग हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं, जबकि एक हाई कोर्ट के वरिष्ठ जज हैं। इसमें कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एन वी अंजारिया, गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस विजय बिश्नोई और बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस ए एस चंदुरकर शामिल हैं।

 

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सुप्रीम कोर्ट में जजों के 3 पद खाली थे

 

इस समय सुप्रीम कोर्ट में स्वीकृत 34 जजों में से 3 पद खाली चल रहे थे लेकिन नई नियुक्तियों के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो जाएगी। इससे पहले जस्टिस अभय एस ओका रिटायर हो चुके हैं और 9 जून को जस्टिस बेला त्रिवेदी का कार्यकाल खत्म होने वाला है। उनके रिटायरमेंट के बाद एक पद खाली हो जाएगा।

 

 

कानून मंत्री ने दी जानकारी


अर्जुन राम मेघवाल ने लिखा, 'भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रपति और भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श के बाद, जस्टिस एन.वी. अंजारिया, जस्टिस विजय बिश्नोई और जस्टिस ए.एस. चंदुरकर को भारत के सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करते हैं।'

 

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कहां से हैं तीनों जज?

 

इन तीनों जजों को चीफ जस्टिस बीआर गवई जल्द ही शपथ दिला सकते हैं। कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति अंजारिया गुजरात हाई कोर्ट से हैं। गुवाहाटी हाई कोर्ट के जस्टिस न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई मूल रूप से राजस्थान हाई कोर्ट से हैं। वहीं,  जस्टिस एएस चंदुरकर बॉम्बे हाई कोर्ट के जज हैं।

 

बता दें कि सीजेआई बीआर गवई, और जस्टिस सूर्यकांत, विक्रम नाथ, जेके माहेश्वरी और बीवी नागरत्ना की पांच जजों के कॉलेजियम ने तीनों जजों की नियुक्ति की सिफारिश की है।