शोपियां हो, राजौरी हो, अमृतसर या हिसार, भारत के सीमावर्ती राज्यों के एक शहर ऐसे नहीं हैं, जहां पाकिस्तानी ड्रोन के निशान न देखे गए हों। अगर भारत के पास मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम न होता तो तबाही मचनी तय थी। जम्मू और कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की ओर से दागे गए ड्रोन की वजह से कई मौतें हुईं। पाकिस्तान के ड्रोन और मोर्टार हमलों की वजह से कम से कम 8 जवान शहीद हुए, 30 से ज्यादा लोग मारे गए। आंकड़े इससे ज्यादा हो सकते हैं। भारत ने मिसाइल और ड्रोन हमलों में पाकिस्तान में तबाही मचाई। भारत ने पाकिस्तान के एयरबेस को उड़ाया, आतंकी शिविरों को ध्वस्त किया।
'ऑपरेशन सिंदूर' के जवाब में पाकिस्तान ने नागरिक इलाकों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने जम्मू, राजौरी, पुंछ, श्रीनगर, अनंतनाग और पुलवामा जैसे इलाकों में हमला बोला, जहां आम नागरिक मारे गए। आखिर कैसे पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए युद्ध की तस्वीर बदली, भारत की चुनौतियां बढ़ाई, कैसे ड्रोन देश के लिए मुसीाबत बनते जा रहे हैं, इसकी पूरी कहानी जानते हैं-
यह भी पढ़ें: PM मोदी की चेतावनी से पाकिस्तान के कारोबार पर क्या असर होगा?
किन देशों से ड्रोन खरीदता है पाकिस्तान
- चीन
- इटली
- तुर्की
- जर्मनी
कैसे हैं ये ड्रोन?
कुछ ड्रोन जासूसी के मकसद से लाए हैं, कुछ अटैकिंग ड्रोन हैं। कुछ ड्रोन बेहद घातक हथियार में तब्दील हो जाते हैं। दिलचस्प बात है कि पाकिस्तान से छोड़े गए कई ड्रोन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया।
पाकिस्तान के ड्रोन जो चर्चा में हैं-
- विंग लूंग II (CAIG Wing Loong II)
- जासूस II
- फालको
- CH-4/AB
- TAI अंका
- बराक (नेस्कॉम बराक)
- शाहपार II
- शाहपार
- बायरक्तार TB2
- अकिंसी (बायरक्तार अकिंसी)
- सालार (SATUMA सलार)
- उकब
- लुना एनजी
ड्रोन कैसे बदल रहे हैं युद्ध की परिभाषा?
सेना अगर हमला करती है तो जवानों के शहीद होने का जोखिम ज्यादा होता है। दुश्मनों की गतिविधियों के बारे में कम टोह ली जा सकती है। ड्रोन के हाइ रिजोल्यूशन कैमरे, थर्मल इमेजिंग, और AI-आधारित सेंसर रियल-टाइम खुफिया जानकारी देने में सक्षम होते हैं। पाकिस्तान इन्हीं ड्रोन का इस्तेमाल तनाव के दौरान कर रहा था। पाकिस्तान की तरफ से आम दिनों में भी ड्रोन गतिविधियां सरहदों पर देखी जाती हैं। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब बॉर्डर पर भी ड्रोन के जरिए हथियारों की तस्करी की बातें सामने आई हैं। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवान आए दिन इन्हें न्युट्रिलाइज करते हैं।

आइए जानते हैं ड्रोन कैसे युद्ध को ज्यादा खतरनाक बना रहे हैं-
- सटीक हमला: ड्रोन सटीक हमला करने में सक्षम हैं। सैनिकों को बिना जोखिम में दुश्मनों को तबाह करने की क्षमता रखते है। भारत का 'हरोप ड्रोन' और पाकिस्तान का 'CH-4' कुछ ऐसे ही खतरनाक ड्रोन हैं। ड्रोन और मिसाइलों की मदद से भारत ने बिना अपनी सीमा लांघे 7 मई को पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए जम्मू-कश्मीर में ज्यादा तबाही मचाई। 30 से ज्यादा आम नागरिक मारे गए।
- कम लागत, मार ज्यादा: ड्रोन पारंपरिक हथियारों की तुलना में सस्ते और आसानी से तैनात किए जा सकते हैं। आर्थिक तौर पर जूझ रहे पाकिस्तान के लिए ये हथियार मददगार साबित हो रहे हैं।
- सही ट्रैकिंग, ज्यादा नुकसान: ड्रोन अगर सेना के अलावा, आतंकवादी संगठनों के पास पहुंचते हैं तो बड़ी तबाही मचने के आसार बन सकते हैं।
निपटें कैसे: ड्रोन से बचने के लिए भारत के पास बेहद एयर डिफेंस सिस्टम है। भारत के S-400, Akash और DRDO की ड्रोन-रोधी तकनीकों का उपयोग कर पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को नाकाम किया।
AI Generated Image.
भारत और पाकिस्तान में पहली बार 'ड्रोन वार', तारीखें नोट कर लीजिए
- 7 मई 2025: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। 9 आतंकी ठिकाने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चुने गए, उन्हें मिटा दिया गया।
- 8 मई 2025: पाकिस्तान ने जम्मू, पंजाब, और राजस्थान में सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। भारत ने इनमें से कई ड्रोनों को मार गिराया।
- 9 मई 2025: भारत ने दावा किया कि पाकिस्तान ने 400 ड्रोनों से 36 ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, जिसमें तुर्की के सोंगार ड्रोन शामिल थे। भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के चार वायु रक्षा ठिकानों पर ड्रोन हमले किए, जिसमें लाहौर में एक रडार नष्ट हुआ।
- 10 मई 2025: पाकिस्तान ने 'ऑपरेशन बुनयान-अल-मरसूस' शुरू किया। भारतीय वायुसेना अड्डों उधमपुर और पठानकोट तक हवाई घुसपैठ की कोशिश हुई। भारत ने जवाब में पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर हमला बोला, बड़ी तबाही मचा दी।
कौन कर रहा है पाकिस्तान की मदद?
पाकिस्तान को तुर्की और चीन से ताकत मिल रही है। तुर्की, पाकिस्तान को बायरक्तार टीबी2 और सोंगार जैसे उन्नत ड्रोन देता है। यह सटीक हमले किए जाने जाते हैं। यह लंबे समय तक आसमान में मंडरा सकते हैं, सटीक हमला कर सकते हैं। सोंगार ड्रोन ऑटोमैटिक मशीन गन और मिनी मिसाइलों से लैस है। भारत में तबाही इसी ड्रोन ने मचाई है।

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी के संबोधन पर क्या कह रहे हैं पाकिस्तान के नेता?
भारत के लिए चिंता क्या है?
तुर्की की पाकिस्तान परस्ती भारत के लिए खतरा है। चीन और पाकिस्तान की दोहरी मदद भारत के लिए नई चुनौतियां पैदा कर रहा है। तुर्की पाकिस्तान को जमकर हथियार दे रहा है। भारत ने जवाब में तुर्की कंपनियों को 22,000 करोड़ रुपये के नौसैनिक सौदों से बाहर कर जवाब दिया। भारत और पाकिस्तान के बीच इस तरह से ड्रोन वार कभी नहीं हुए। पाकिस्तान तुर्की और चीन मेड ड्रोन की मदद से लगातार हमले बोलता रहा। नागरिकों में दहशत फैलती है।
एकसाथ अचानक हुए हमलों को हवा में ही रोक पाना मुश्किल है। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच पाकिस्तान के ड्रोन जब-जब हवा में मंडराए, आम नागरिकों में खौफ की स्थिति बनी। बार-बार नागरिक इलाकों में सायरन बजे। लोगों को ब्लैकआउट करना पड़ा। अब देश को ज्यादा मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम की जरूरत है जो नई चुनौतियों से निपट सके।