पाकिस्तान के वे 11 एयरबेस, जिन्हें भारतीय सेना ने कर दिया तबाह
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी वायुसेना को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस को नुकसान पहुंचाया है।

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल एके भारती। (Photo Credit: PTI)`
भारत ने पहले तो 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान और PoK में बने 9 आतंकी ठिकानों को उड़ा दिया। इसके बाद जब बौखलाहट में पाकिस्तानी सेना ने हमला किया तो भारतीय सेना ने उसके सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 11 एयरबेस को तबाह करने की बात बताई है।
भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वायुसेना के एयर मार्शल एके भारतीय और नौसेना के एडमिरल एएन प्रमोद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों की तबाही के सबूत दिए।
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि पाकिस्तान के पसरूर, चुनियां और आरिफवाला में रडार सिस्टम को तबाह किया गया। इसके अलावा रफीकी, मुरीद, सरगोधा, रहीम यार खान, चकलाला में नूर खान, सुक्कूर, भोलारी और जैकोबाबाद में एयरफील्ड को उड़ाया गया। यहां पर कम्युनिकेशन बिल्डिंग, रनवे, ऑपरेशन सेंटर, रडार सिस्टम, एयरक्राफ्ट हैंगर और शेल्टर बने थे।
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सैन्य मोर्चे पर पाकिस्तान को कितना नुकसान?
1. नूर खानः यह रावलपिंडी में है और पाकिस्तानी आर्मी के हेडक्वार्टर के नजदीक बना है। यह पाकिस्तानी वायुसेना का सबसे अहम ठिकाना है। यहां एयर डिफेंस सिस्टम, लॉकहीड C-130 हरक्यूलिस विमान और इल्यूशिन I1-78 रिफ्यूलर विमान तैनात हैं। 2012 में एयर मार्शल नूर खान के नाम पर इस एयरबेस का नाम रखा गया था।
2. मुरीदः यह पंजाब प्रांत के चकवाल शहर में बना है। यह पाकिस्तानी वायुसेना का अहम फॉरवर्ड ऑपरेशनल बेस है। इस एयरबेस पर 8 से ज्यादा हैंगर हैं, जहां GIDS शाहपर, NESCOM बुर्राक, चीन के चेंगडू विंग लूंग II और तुर्की का बायरकतार TB2 जैसे ड्रोन तैनात हैं। माना जाता है कि यहां पर पाकिस्तानी सेना की मिसाइलों का भंडार भी है।
3. सुक्कुरः सिंध प्रांत में बना यह एयरबेस पाकिस्तान के लिए फॉरवर्ड ऑपरेशनल बेस में से एक है। इस एयरबेस का इस्तेमाल एयरपोर्ट के तौर पर भी किया जाता है। सिंध प्रांत के कराची में बने जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद यह सिंध का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट है।
4. सरगोधाः यह पंजाब प्रांत में है। यहां पर मुशाफ एयरबेस बना है। यहां F-16, JF-17, और मिराज 5A जैसे लड़ाकू विमान तैनात हैं। यह पाकिस्तानी वायुसेना का कमांड हेडक्वार्टर है। 1965 की जंग में भारतीय सेना ने यहां हमला कर 10 विमानों को तबाह कर दिया था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यहां कई विमानों और रडार सिस्टम को नुकसान पहुंचा है।
5. रफीकीः यह पंजाब प्रांत के झांग जिला के शेरकोट में बना है। 1965 की जंग में मारे गए पायलट सरफराज अहम रफीकी के सम्मान में इस एयरबेस का नाम रखा गया था। यहां पाकिस्तानी वायुसेना के कई लड़ाकू विमान तैनात हैं। चीन से आए JF-17 भी यहां खड़े रहते हैं।
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6. रहीम यार खानः पाकिस्तानी वायुसेना की सेंट्रल कमांड के फॉरवर्ड ऑपरेशनल बेस में से एक है। यह शेख जायद इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। यह एक रणनीतिक ठिकाना है, जो सैन्य और नागरिक दोनों तरह की उड़ानों के लिए इस्तेमाल होता है। ऑपरेशन सिंदूर से यहां बहुत नुकसान हुआ है, जिसके बाद इसे एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है।
7. जैकोबाबादः पाकिस्तानी सेना के आधुनिक लड़ाकू विमान और हथियार यहीं रखे हैं। यह सिंध प्रांत में है। यहां JF-17 ब्लॉक II, F-16 फाइटिंग फाल्कन, और इटैलियन लियोनार्डो AW139 हेलिकॉप्टर तैनात हैं। भारतीय सेना के हमले में यहां रखे कई JF-17 और F-16 को नुकसान पहुंचा है।
8. भोलारीः दिसंबर 2017 में इस एयरबेस का उद्घाटन किया गया था। यह सिंध के हैदराबाद में बना है। इस एयरबेस में पाकिस्तानी वायुसेना के JF-17 और F-16 के साथ-साथ Saab 2000 AEWACs (एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड एयरक्राफ्ट कंट्रोल) तैनात हैं। 2020 में पाकिस्तान और चीन की वायुसेना ने यहीं पर सैन्य अभ्यास किया था।
9. पसरूरः यह पंजाब प्रांत के सियालकोट जिले में बना है। पसरूर में पाकिस्तानी वायुसेना ने रडार साइट बनाकर रखी है। LoC के यह काफी करीब है।
10. चुनियांः यह भी पंजाब प्रांत में ही बना है। यह पाकिस्तानी वायुसेना का अहम ठिकाना है। यह एयर डिफेंस सिस्टम और कमांड सेंटर के रूप में काम करता है।
11. सियालकोटः पंजाब प्रांत के सियालकोट में पाकिस्तानी वायुसेना का एविएशन बेस बना है। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया था कि यहां सटीक हमले किए गए थे।
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पाकिस्तान ने माना- 11 सैनिक मारे गए
भारतीय सेना के DGMO राजीव घई ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया था कि LoC पर भारत की कार्रवाई में पाकिस्तान के 35 से 40 सैनिक मारे गए हैं।
वैसे तो पाकिस्तान अपने नुकसान की बात कबूलता नहीं है। हालांकि, इस बार उसने इसे भी कबूल किया है। पाकिस्तानी सेना ने माना है कि भारत की कार्रवाई में उसके 11 सैनिक मारे गए हैं और 78 घायल हुए हैं। भारत की कार्रवाई में पाकिस्तानी वायुसेना के भी कुछ जवान मारे गए हैं।
पाकिस्तान ने बताया है कि भारत की कार्रवाई में उसकी थल सेना के नायर अब्दुल रहमान, लांस नायक दिलावर खान, लांस नायक इकरम उल्लाह, नायक वकार खालिद, सिपाही मुहम्मद आदिल अकबर और सिपाही निसार मारे गए हैं। वहीं, पाकिस्तानी वायुसेना के स्क्वॉड्रन लीडर उस्मान युसूफ, चीफ टेक्नीशियन औरंगजेब, सीनियर टेक्नीशियन नजीब, कॉर्पोरल टेक्नीशियन फारूक और सीनियर टेक्नीशियन मुबाशिर की मौत हो गई है।
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