कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। मंगलवार को झारखंड में 'संविधान बचाओ रैली' को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि खुफिया इनपुट के बाद ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना कश्मीर दौरा रद्द कर दिया था। उन्होंने सवाल उठाए कि जब खुफिया एजेंसियों ने आतंकी हमले की आशंका जताई थी तो सरकार ने इस बारे में सभी को अलर्ट क्यों नहीं किया? मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सरकार से कहा है कि आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ इस लड़ाई में हम पूरी तरह से उनके साथ हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी कदम उठाती है, तो हम उनके साथ खड़े हैं।

 

झारखंड की राजधानी रांची में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’ को संबोधित करते हुए खड़गे ने इस बात को दोहराया कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए हर कदम का कांग्रेस समर्थन करेगी और सरकार के साथ खड़ी होगी। खड़गे ने कहा, 'साथियो, देश में जो चल रहा है, वह सब आपके सामने है। 22 तारीख को एक बहुत बड़ा आतंकी हमला हुआ। 26 बेगुनाह लोग मारे गए और सरकार ने यह माना कि इंटेलिजेंस फेलियर है और इसको हम सुधारेंगे। जब यह मालूम है आपको, तो आपने अच्छी व्यववस्था क्यों नहीं की? मुझे यह भी सूचना मिली, अखबार में भी आया कि हमले के 3 दिन पहले ही इंटेलिजेंस रिपोर्ट मोदीजी को भेजी गई थी और इसीलिए उन्होंने कश्मीर जाने का प्रोग्राम कैंसल किया था। जब इंटेलिजेंस के लोग आप की रक्षा के लिए यह कहते हैं कि आपका जाना मुनासिब नहीं है तो आप वही बात बाकियों को क्यों नहीं बताई? क्यों लोगों को सुरक्षा नहीं दी?'

 

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क्या था पीएम मोदी का प्लान?

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने इस बात पर जोर दिया, 'जब आप चूक को मान रहे हैं तो इतने लोगों की मौत की जिम्मेदारी भी आपको लेनी चाहिए।' दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 19 अप्रैल को कश्मीर जाने वाले थे। इस दौरान वह वंदे भारत ट्रेन समेत कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाले थे। हालांकि, अचानक उनका यह दौरा रद्द कर दिया गया था। जिस वक्त पहलगाम में हमला हुआ, उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के दौरे पर थे। घटना के तुरंत बाद वह अपना दौरा बीच में ही छोड़कर लौट आए थे।

 

 

खड़गे के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता सी आर केसवन ने कहा है, 'मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज एक विश्वासघाती बयान दिया है जो आज के मीर जाफर जैसा है। पीएम मोदी के खिलाफ उनका जहरीला, आधारहीन और बेमतलब का बयान बेहद निंदनीय है। इसे माफ नहीं किया जा सकता। हर कोई यही चाहता है कि वह इसके लिए बिना शर्त माफी मांगें और उन्हें यह भी बताना चाहिए कि उन्हें इस तरह की बातें कहां से पता चलीं।'

 

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मल्लिकार्जुन खड़गे ने रैली में इस बात का उल्लेख भी किया कि वह पिछले वर्ष झारखंड में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार रांची पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, 'मैं सभी झारखंडवासियों का तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं। हम सबने आपकी वजह से बहुमत हासिल किया और आज झारखंड में एक मजबूत सरकार चल रही है। हम सभी जनता से किए वादे निभा रहे हैं। हमारी सरकार के मंत्री, विधायक सभी मिलकर जनता के लिए अच्छे से काम कर रहे हैं। इसके लिए मैं इन सब को भी धन्यवाद देता हूं।’ बता दें कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) भी शामिल हैं।

 

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जाति जनगणना पर लिखी चिट्ठी

 

पहलगाम पर पीएम मोदी को घेरने के अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को एक चिट्ठी भी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने सुझाव दिए हैं। सबसे बड़ा सुझाव यह है कि आरक्षण की 50 पर्सेंट की सीमा खत्म की जानी चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि जातिगत जनगणना के लिए प्रश्नावली ठीक से तैयार की जाए और इसके लिए तेलंगाना मॉडल का इस्तेमाल हो। साथ ही, इस जनगणना की प्रक्रिया के अंत में छपने वाली रिपोर्ट में कुछ भी छिपाया न जाए।

 

 

मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी लिखा है कि सभी राज्यों द्वारा पारित आरक्षण संबंधी नियमों को संविधान की 9वीं सूची में शामिल किया जाना चाहिए। अनुच्छेद 15 (5) के तहत, निजी शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण लागू किया जाना चाहिए।